ब्रुन ब्रेड ( Brun bread )

ब्रुन ब्रेड, कड़क पाव क्या है ? ग्लॉसरी | इसका उपयोग | स्वास्थ्य के लिए लाभ | रेसिपी | Viewed 5549 times

ब्रुन ब्रेड, कड़क पाव क्या है?


ब्रुन ब्रेड करारी, गोल आकार की ब्रेड होती है जिसके बीच का भाग बेहद नरम और स्पौंजी होता है। यह नरम पाव से इसलिए अलग होती है क्योंकि इसे स्टीम बेक किया जाता है। यह एक आम नास्ता है जो मुंबई में आसानी से मिलता है। इसे बीच से काटकर इसमें मक्ख़न और जेम लगाकर स्लाईस कर परोसा जाता है।

ब्रुन ब्रेड आटे, गुनगुने पानी, एक्टिव सूखे खमीर, शक्कर, नमक और मूंगफली के तेल से बनाये जाते हैं। आटे के फूलने के बाद इन्हें 190 डिगरी सेलसियस पर 10 मिनट के लिए बेक किया जाता है। इस बात का ध्यान रखें कि आप पानी से भरी हुई एक गहरी ट्रे को अवन के नीचे के भाग पर रखें। स्टीम बेक ब्रुन ब्रेड की परत पर सुनहरा रंग प्रदान करता है। अगर यह अच्छी तरह से बेक ना किया गया हो, इसकी परत आम नरम पाव जैसी बन जायेगी। बेक करने के बाद, ब्रेड बास्केट में निकाल लें, क्योंकि लंबे समय तक बेकिंग ट्रे में रखने से यह गीले हो जाऐंगे।



अन्य नाम

ब्रुन, ब्रून, कड़क पाव



ब्रुन ब्रेड, कड़क पाव चुनने का सुझाव (suggestions to choose brun bread, kadak pav, kadak pav, brun pav )

• छोटे गोल आकार के और भुरी परत वाले बन चुनें।
• यह छुने पर नरम होने चाहिए।
• यह सुनिश्चित करें कि बेकरी से खरीदने पर यह ताज़े बेक किये हुए हों।



ब्रुन ब्रेड, कड़क पाव के उपयोग रसोई में (uses of brun bread, kadak pav, kadak pav, brun pav in cooking)

• गरमा गरम चाय के कप के साथ खाने के लिए यह पर्याप्त नाशता है।
• पारंपरिक रुप से, इनमें मक्ख़न लगाया जाता है और कभी-कभी इनमें जैम या मारमलेड भी लगाया जाता है।
• चूंकी यह करारे होते हैं, यह सूप, स्ट्यू और ग्रेवी के साथ बेहद जजते हैं।



ब्रुन ब्रेड, कड़क पाव संग्रह करने के तरीके 

• इन्हें ताज़ा खाना बेहतर होता है।
• फिर भी, बचने पर आप इन्हें प्लास्टिक फिल्म में लपेटकर फ्रिज में रख सकते हैं, और 24 घंटे के अंदर इसे प्रयोग कर लें।



ब्रुन ब्रेड, कड़क पाव के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of brun bread, kadak pav, kadak pav, brun pav in Hindi)

ब्रुन ब्रेड मैदे से बनी होती है जिसे संसाधित किया जाता है और इस प्रकार कार्बोहाइड्रेट में उच्च होता है और इसलिए ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत भी होता है। पर, ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्केल पर उच्च होने के कारण, मोटापे और मधुमेह वाले लोगों को इसके सेवन की सलाह नहीं दी जाती है। इसके अलावा, सफेद ब्रेड अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से रहित है क्योंकि वे मैदे के प्रसंस्करण में खो जाते हैं।