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Mint Leaves (Pudina) : Mint (pudina) being an anti-inflammatory reduces the inflammation in the stomach and shows a cleansing effect. Sipping on a healthy drink like fresh mint and lemon tea is the best option to overcome nausea for mums-to-be. Moreover its vitamin A (10% of RDA) and vitamin C (20.25%) serve as an additional boost to bring relief from cough, sore throat and also cold. Mint (pudina) is a leafy vegetable which is sure to create nourishing dishes without piling on calories, carbs or fat for that instance. What it has to offer instead is FIBER. See here for detailed benefits of mint leaves.
पुदीने के पत्ते (Benefits of Mint Leaves, Pudina in Hindi): पुदीना (mint leaves) अनुत्तेजीक (anti-inflammatory) होने के कारण पेट में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करता है। ताजा पुदीना और लेमन टी जैसे हेल्दी ड्रिंक पर गर्भवती महिलाओं के लिए जी मिचलने के एहसास को दूर करने का सबसे अच्छा विकल्प है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ए (आर.डी.ए. का 10%) और विटामिन सी (20.25%) खांसी, गले में खराश और जुखाम से राहत दिलाने के लिए काम करते हैं। पुदीना एक ऐसी सब्जी है जो कैलोरी, कार्ब्स या वसा को जमा किए बिना पौष्टिक व्यंजन बना सकता है। असल में यह जो प्रदान करता है वो है फाइबर। पुदीने की पत्तियों के विस्तृत लाभ पढें।
@ nisha checked mint leaves in hindi
ફૂદીનાના પાન (Benefits of Mint Leaves, Pudina in Gujarati): ફુદીનો ઐન્ટી-ઇન્ફ્લૈમટોરી વિરોધી હોવાથી પેટમાં બળતરા (inflammation) ઘટાડે છે અને શુદ્ધ અસર બતાવે છે. તાજો ફૂદીનો અને લેમન ટી જેવા સ્વાસ્થ્યપ્રદ પીણા નૉસીયાની લાગણીને દૂર કરવા માટે સગર્ભા સ્ત્રીઓ માટે શ્રેષ્ઠ વિકલ્પ છે. આ ઉપરાંત તે વિટામિન એ (આર.ડી.એના 10%) અને વિટામિન સી (20.25%) ઉધરસ, ગળામાં દુખાવો અને શરદીથી રાહત માટે કામ કરે છે. ફુદીનો એ એક એવી શાકભાજી છે જે કેલરી, કાર્બ્સ અથવા ચરબી એકઠા કર્યા સિવાય પોષક વાનગીઓ બનાવી શકે છે. મૂળભૂત રીતે તે જે પ્રદાન કરે છે તે ફાઇબર છે. ફુદીનાના પાનનો વિગતવાર ફાયદો વાંચો.
@ krupali checked mint leaves in Gujarati
Multigrain bread : Made of whole wheat flour, millet flours, oats and assorted seeds, this Multigrain Bread loaf is further topped with mixed millets flour and flax seeds just before baking to deepen the aroma and flavour. This Multigrain Bread recipe does not use any plain flour.
मल्टीग्रेन ब्रेड: साबुत गेहूं के आटे, बाजरा के आटे, जई और मिश्रित बीजों से बनी इस मल्टीग्रेन ब्रेड लोफ की सुगंध और स्वाद को गहरा करने के लिए पकाने से ठीक पहले इसके ऊपर मिश्रित बाजरा का आटा और अलसी के बीज डाले जाते हैं। इस मल्टीग्रेन ब्रेड रेसिपी में किसी भी सादे आटे का उपयोग नहीं किया गया है।
Mint paste: Mint paste is considered an aid to the digestive system. It is an appetite stimulant and aids in the secretion of gastric juices. Mint (pudina) being an anti-inflammatory and alkaline in nature reduces the inflammation in the stomach and shows a cleansing effect. It can be used by those suffering from acidity, provided it has no green chillies in it. Mint paste was originally used as a medicinal herb to treat stomach ache, and it is commonly used in the form of tea as a home remedy to help alleviate stomach pain. The salicylic acid present in the mint shows potent anti-bacterial effects. Thus herbal tea made with mint paste is often used to relieve cold and cough.
पुदीने का पेस्ट (Health Benefits of mint paste): पुदीने का पेस्ट पाचन तंत्र के लिए एक सहायक माना जाता है। यह गैस्ट्रिक रस के स्राव को बढाकर भूख उत्तेजक करता है। पुदीना प्रकृति में एक एन्टी इन्फ्लैमटोरी और क्षारीय होने के कारण पेट में इन्फ्लमेशन को कम करता है और साथ ही पेट सफा भी करता है। इसका उपयोग एसिडिटी से पीड़ित लोगों द्वारा किया जा सकता है, बशर्ते इसमें हरी मिर्च न हो। पुदीने का पेस्ट मूल रूप से पेट दर्द के इलाज के लिए एक औषधीय जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, और इसे आमतौर पर चाय के रूप में पेट दर्द को कम करने में मदद के लिए उपयोग किया जाता है। पुदीने में मौजूद सैलिसिलिक एसिड शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव दिखाता है। इस प्रकार पुदीने के पेस्ट से बनी हर्बल चाय का उपयोग अक्सर सर्दी और खांसी से राहत के लिए भी किया जाता है।
@nisha checked mint paste in hindi
Green Chillies : Antioxidant vitamin C in green chillies protects the body from effects of harmful free radicals and prevents stress. It is probably the high fiber which helps in controlling blood sugar levels. This is a welcome addition to a diabetic diet. Suffering from anaemia? Add green chillies to your list of iron rich foods too. For complete details see benefits of green chilli.
हरी मिर्च | green chillies benefits in hindi | : हरी मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट विटामिन सी शरीर को हानिकारक मुक्त कणों के प्रभाव से बचाता है और तनाव से बचाता है। इसका उच्च फाइबर है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह एक डायबिटिक आहार के लिए एक योग्य अवयव है। क्या आप एनीमिया (anaemia ) से पीड़ित हैं? तो हरी मिर्च को अपनी आयरन युक्त खाद्य पदार्थों की सूची में जरुर शामिल करें। पूरी जानकारी के लिए हरी मिर्च के फायदे देखें।
@Nisha has check green chillies in hindi
લીલા મરચાં (green chillies benefits in Gujarati):
લીલા મરચાંમાં રહેલું
એન્ટીઑકિસડન્ટ વિટામિન સી શરીરને હાનિકારક મુક્ત રેડિકલની અસરોથી સુરક્ષિત કરે છે અને તાણને અટકાવે છે. આમા સંભવત
ઉચ્ચ ફાઇબર છે જે બ્લડ સુગરના સ્તરને નિયંત્રિત કરવામાં મદદ કરે છે. આ
મધૂમેહના આહાર માટે યોગ્ય ઘટક છે. શું તમે એનિમિયાથી (
anaemia) પીડાવ છો? તો
લોહથી ભરપૂર ખોરાકની સૂચિમાં લીલા મરચાંને પણ ઉમેરો. સંપૂર્ણ વિગતો માટે લીલા મરચાંના ફાયદા જુઓ.
@Krupali has check green chillies in Gujarati
Ponk : is very high in fiber with a fairly high protein level as well. The fiber in it will help in the slow release of sugar in the blood and also help control cholesterol levels. It also is packed with a few minerals like iron, magnesium, phosphorus and zinc. Ponk is gluten-free, an attractive alternative for wheat allergy sufferers.
@nisha checked Garlic ginger green chilli paste in hindi
@Krupali checked Garlic ginger green chilli paste in Gujarati
अदरक हरी मिर्च की पेस्ट (Health Benefits of ginger green chilli paste): एक साथ अदरक हरी मिर्च के पेस्ट के कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
अदरक कन्जेशन,
गले की खराश, सर्दी और खांसी के लिए एक प्रभावी इलाज है। यह अपाचन को ठीक करता है और
कब्ज से भी राहत देता है।
हरी मिर्च में मौजूद
एंटीऑक्सिडेंट विटामिन सी शरीर को हानिकारक मुक्त कणों के प्रभाव से बचाता है और तनाव से बचाता है। इसका
उच्च फाइबर है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह एक
डायबिटिक आहार के लिए एक योग्य अवयव है। क्या आप एनीमिया (
anaemia ) से पीड़ित हैं? तो हरी मिर्च को अपनी
आयरन युक्त खाद्य पदार्थों की सूची में जरुर शामिल करें।
@nisha checked ginger green chilli paste in hindi
@Krupali checked ginger green chilli paste in Gujarati
Red chillies benefits: The substance capsaicin which gives the red chillies their characteristic spiciness may help reduce inflammation in the body. The cayenne in red chillies has shown to have heart protecting benefits in a few studies. On the other hand, the vitamin C in it, can also boost immunity to some extent. They also contain some amounts of beta carotene, very few carbs and a small amount of protein and fibre.
लाल मिर्च (Red chilli benefits in Hindi) : पदार्थ कैपसैसिन जो लाल मिर्च को उनका विशिष्ट तीखापन देता है, वह शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करने में मदद कर सकता है। लाल मिर्च में केयेन जैसे कुछ अध्ययन से दिल की रक्षा करने वाले लाभों को भी देखा गया है। दूसरी ओर, इसमें मौजूद विटामिन सी, कुछ हद तक प्रतिरक्षा को भी बढ़ा सकता है। इनमें कुछ मात्रा में बीटा कैरोटीन, बहुत कम कार्ब्स और थोड़ी मात्रा में प्रोटीन और फाइबर भी होते हैं।
@Nisha has check red chillies in hindi
rocket leaves ( arugula ) :
Arugula is very low in calories and is high in
Folate, Vitamin B9, vitamin A and
vitamin C. It is also high in potassium which is important for proper nerve functioning, blood pressure and muscle control. It also has fair amounts of magnesium and calcium.
रॉकेट पत्तियां (अरुगूला) (rocket leaves ) : अरुगूला कैलोरी में बहुत कम है और फोलेट,
विटामिन बी 9,
विटामिन ए और
विटामिन सी में उच्च है। यह पोटेशियम में भी उच्च है जो उचित तंत्रिका कार्यप्रणाली, रक्तचाप और मांसपेशियों के नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें उचित मात्रा में मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होता है।
Kashmiri chilli: Like red chillies, Kashmiri chillies also have vitamin C, though in smaller quantities than the fresh red chillies. This helps to boost immunity and improve skin health. They also have minute amounts of copper, potassium, manganese, magnesium and iron along with B vitamins. Small amounts of Kashmiri chilli powder can aid digestion, but more quantity can affect the lining of the digestive tract.
कश्मीरी मिर्च (Benefits of Kashmiri chilli): लाल मिर्च की तरह, कश्मीरी मिर्च में भी विटामिन सी होता है, हालांकि ताजी लाल मिर्च की तुलना में कम मात्रा में होता है। यह प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। उनमें बी विटामिन के साथ-साथ कॉपर, पोटेशियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम और लोह की थोडी मात्रा भी होती है। कश्मीरी मिर्च पाउडर की थोड़ी मात्रा पाचन में सहायता कर सकती है, लेकिन अधिक मात्रा पाचन तंत्र के अस्तर पर असर कर सकती है।
@Nisha has check Kashmiri red chillies in hindi
Kabuli Chana ( white chick peas) : Kabuli Chana which is used popularly in Chole in India is a complex carbs which prevents surges in blood sugar levels and is good for diabetics. Chickpeas are high in Fibre resulting in your stomach feeling a lot fuller than refined carbs. One cup of cooked chickpeas has 14 grams of protein, which is a really good amount. See here for 10 fabolous benefits of chickpeas.
Sprouted Kabuli Chana refers to chickpeas that have been allowed to germinate and grow a small sprout. This process increases their nutritional value and changes their texture. Sprouted chickpeas become softer, crunchier, and acquire a slightly nutty flavor. They are often used in salads, soups, and as a snack. Sprouted Kabuli Chana have a higher concentration of vitamins, minerals, and antioxidants compared to dried Kabuli Chana. Sprouted Kabuli Chana are often used in salads and snacks, while dried Kabuli Chana are commonly used in cooked dishes.
काबुली चना (Benefits of Kabuli Chana, white chick peas in Hindi): काबुली चना जो भारत में चोले में लोकप्रिय रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं, यह एक काम्प्लेक्स कार्ब्स हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि को रोकते हैं और मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे होते हैं। काबुली चना फाइबर में उच्च होते हैं जिसके परिणामस्वरूप आपके पेट को परिष्कृत कार्ब्स (refined carbs) की तुलना में बहुत अधिक भरा हुआ महसूस होता है। एक कप पके हुए काबुली चना में 14 ग्राम प्रोटीन होता है, जो वास्तव में बहुत अच्छी मात्रा होती है। काबुली चना के 10 फ़ायदों के लिए यहाँ पढें।
@ nisha checked kabuli chana in hindi
કાબૂલી ચણા (Benefits of Kabuli Chana, white chick peas in Gujarati): કાબૂલી ચણા જેનો ઉપયોગ ભારતમાં છોલેમાં લોકપ્રિયપણે થાય છે તે એક કામ્પ્લેક્સ કાર્બ્સ છે જે બ્લડ સુગરના સ્તરોમાં વધારો અટકાવે છે અને મઘૂમેહના દર્દીઓ માટે સારું છે. કાબૂલી ચણામાં ફાઇબરની માત્રા વધુ હોય છે, પરિણામે તમારા પેટને રિફાઈન્ડ કાર્બ્સ કરતા ઘણું ભરેલું લાગે છે. એક કપ રાંધેલા કાબૂલી ચણામાં 14 ગ્રામ પ્રોટીન હોય છે, જે ખરેખર સારી માત્રામાં હોય છે. ચણાના 10 ફાયદાઓ માટે અહીં જુઓ.
@ Krupali checked kabuli chana in Gujarati
Walnuts (Akhrot) : Eating a handful of Walnuts a day is said to increase good cholesterol (HDL). Walnuts are rich in Omega 3 Fatty Acids which contain high amounts of DHA which improve thinking power in adults and excellent for brain health for kids. Being a good source of Folate, Vitamin B9, it’s good for pregnant women to top up their folic acid with eating a bit of walnuts daily. As it's low in the Glycemic Index, and loaded with Fibre, it’s a good choice for Diabetics. See detailed benefits of walnuts.
@ nisha checked walnut in hindi
@ Krupali checked walnut in Gujarati
मक्खन (benefits of butter in hindi) : मक्खन में 80% वसा होता है और इसमें कई प्रकार के फैटी एसिड होते हैं। मक्खन में शॉर्ट श्रृंखला फैटी एसिड और मध्यम श्रृंखला फैटी एसिड होते हैं जो टूट जाते हैं और सीधे शरीर में अवशोषित होते हैं और सीधे यकृत में जाते हैं और मांसपेशियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले ईंधन में परिवर्तित हो जाते हैं। इस ऐन्टी इन्फ्लैमटॉरीप्रभाव के कारण, यह इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम (IBS) के इलाज में सकारात्मक है। हाल के शोध से पता चलता है कि कम मात्रा में मक्खन हृदय स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। तो मधुमेह रोगियों को भी मक्खन की थोड़ी मात्रा की अनुमति है और वे अन्य प्रकार के वसा के साथ बैलन्स कर सकते हैं। एक टेस्पून मक्खन विटामिन ए की आपके दिन की आवश्यकता के 8% को पूरा करता है। यह विटामिन ए एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो त्वचा के स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए आवश्यक है। हमारा सुझाव है कि आप मक्खन - एक सुपर फूड के बारे में पढ़ें।
@Nisha has checked butter
માખણ (benefits of butter in Gujarati): માખણ 80% ચરબી ધરાવે છે અને તેમાં વિવિધ પ્રકારના ફેટી એસિડ હોય છે. માખણમાં ટૂંકી શૃંખલા ફેટી એસિડ અને મધ્યમ શૃંખલા ફેટી એસિડ હોય છે જે તૂટી જાય છે અને સીધા શરીરમાં શોષાય છે અને સીધા યકૃતમાં જાય છે અને સ્નાયુઓ દ્વારા ઉપયોગમાં લેવાતાઈંધણમાં રૂપાંતરિત થાય છે. આ ઐન્ટી-ઇન્ફ્લેમેટરી અસરને કારણે, ઇરિટેબલ બોવેલ સિન્ડ્રોમ (IBS) ની સારવારમાં હકારાત્મક છે. હાલમાં કરેલા સંશોધનો દર્શાવે છે કે માખણની ઓછી માત્રા હૃદયની તંદુરસ્તી પર હકારાત્મક અસર કરે છે. તેથી ડાયાબિટીસના દર્દીઓને પણ થોડી માત્રામાં માખણ આપવામાં આવે છે અને તે અન્ય પ્રકારની ચરબી સાથે સંતુલિત થઈ શકે છે. એક ટીસ્પૂન માખણ તમારા દિવસની 8% વિટામિન એની જરૂરિયાત પૂરી કરે છે. આ વિટામિન એ એક શક્તિશાળી એન્ટિઓક્સિડન્ટ છે જે ત્વચાની તંદુરસ્તી અને રોગપ્રતિકારક શક્તિ વધારવા માટે જરૂરી છે. અમે સૂચવીએ છીએ કે તમે માખણ - એક સુપર ફૂડ વિશે વાંચો.
@Krupali has checked butter
Ghee : Other than calories and fats, the only nutrients that ghee is rich in are the vitamins – all of which are fat-soluble. All the 3 vitamins (Vitamin A, Vitamin E and Vitamin K) are antioxidants which have a role in removing free radicals from the body and protecting our cell as well as help in maintaining skin health and glow. Ghee is an excellent, high-quality selection medium of cooking because of its high smoke point. As compared to most oils and butter, ghee can handle a smoke point of 230°C, 450°F, thus its less prone to oxidant and destruction of nutrients. Yes, ghee does contain cholesterol, but some amount of cholesterol is needed by the body. Cholesterol has some functions to play too. It is necessary for hormone production, brain function, cell health and lubricating the joints. It is, in reality, a high quality fat for the body and brain. Ghee is loaded with fats but that’s medium chain fatty acids (MCT) which aid in weight loss. Ghee is healthy for daibetics in small amounts. Learn to easily make your ghee at home which is free of preservatives. See benefits of ghee.
घी (benefits of ghee in hindi): कैलोरी और वसा के अलावा, घी जिन पोषक तत्व जो में समृद्ध हैं, वे हैं विटामिन - जिनमें से सभी वसा में घुलनशील होते हैं। सभी 3 विटामिन (विटामिन ए, विटामिन ई और विटामिन के) एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं जो शरीर से मुक्त कणों को हटाने और हमारी कोशिकाओं की रक्षा करने के साथ-साथ त्वचा के स्वास्थ्य और चमक को बनाए रखने में भी मदद करता है। घी अपने उच्च स्मोक पॉइंट के कारण खाना पकाने का एक उच्च उत्कृष्ट माध्यम है। अधिकांश तेलों और मक्खन की तुलना में, घी का स्मोक पॉइंट 230 ° C, 450 ° F है, इसलिए इसके पोषक तत्वों का विनाश कम होता है। हां, घी में कोलेस्ट्रॉल होता है, लेकिन शरीर को कुछ मात्रा में कोलेस्ट्रॉल की जरूरत भी होती है। कोलेस्ट्रॉल के कुछ कार्य भी हैं। यह हार्मोन उत्पादन, मस्तिष्क के कार्यकाज, कोशिकाओं के स्वास्थ्य और जोड़ों को लूब्रिकैट करने के लिए आवश्यक है। यह वास्तव में, शरीर और मस्तिष्क के लिए एक उच्च गुणवत्ता वाला वसा है। घी वसा से भरा होता है, लेकिन इसमें मध्यम श्रृंखला फैटी एसिड (एमसीटी) होते हैं जो वजन घटाने में सहायता करता हैं। घी थोड़ी मात्रा में डेबेटिक्स के लिए स्वास्थ्यदायक है। परिरक्षकों से मुक्त घी को आसानी से अपने घर पर बनाना सीखें घी के फायदे भी देखें |
@nisha checked ghee
Fresh Cream : 1 tbsp of Amul fresh cream (15 gm) provides around 37 calories, out of which 34 calories are from fat (22 calories result from saturated fat), 2 calories from carbs and 1 calorie from protein. Till late, saturated fat was always looked upon as that evil fat which would lead to high cholesterol levels and strokes. Offhand, studies have revealed no such association. In fact, fats will keep you full for a long time and avoid bingeing and weight gain. However, the proportion of cream and the way you use them in cooking is of great importance to maintain your waistline. You can add about a tsp of fresh cream once in a while to your meals, especially coffee, to enhance the taste. Moreover, the use of cream cuts down on bitterness of the coffee, so you won’t add any sugar to your coffee. Addition of sugar will anyways cause more harm to your body. But, try not to add fresh cream in bulk frequently. Also remember that with any kind of diet to stay fit and healthy, you need to follow a good exercise plan on a daily basis.
फ्रेश क्रीम ( ताजा क्रीम, fresh cream benefits in hindi): अमूल फ्रेश क्रीम 1 बड़ा चम्मच (15 ग्राम) लगभग 37 कैलोरी प्रदान करता है, जिसमें से 34 कैलोरी वसा से (22 कैलोरी संतृप्त वसा से उत्पन्न होती है), 2 कैलोरी कार्ब्स से और 1 कैलोरी प्रोटीन से मिलती है। देर तक, संतृप्त वसा को हमेशा उस दुष्ट वसा के रूप में देखा जाता था जो उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर और स्ट्रोक का कारण था। पर आज-कल, अध्ययनों ने ऐसा कोई संबंध नहीं दिखाया है। वास्तव में, वसा आपको लंबे समय तक तृप्त रखेगा और वजन बढ़ने से बचाएगा। हालाँकि, क्रीम का अनुपात और खाना पकाने में आप जिस तरह से उसका उपयोग करते हैं, वह आपकी कमर को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्वाद बढ़ाने के लिए आप अपने भोजन में, विशेष रूप से कॉफी में, एक बार में लगभग एक टी-स्पून ताजा क्रीम मिला सकते हैं। इसके अलावा, क्रीम का उपयोग कॉफी की कड़वाहट को कम करता है, इसलिए आप अपनी कॉफी में कोई चीनी नहीं मिलाएंगे। वैसे भी चीनी मिलाने से आपके शरीर को अधिक नुकसान होगा। लेकिन, कोशिश करें कि बार-बार थोक में ताजा क्रीम न डालें। यह भी याद रखें कि फिट और स्वस्थ रहने के लिए किसी भी प्रकार के आहार के साथ, आपको दैनिक रूप से एक अच्छी व्यायाम योजना का पालन करने की आवश्यकता है।
@nisha checked fresh cream in hindi.
How Healthy is Whipped Cream in Coffee?
Most people may love their coffee with a tablespoon of whipped cream. The reason is that it makes the coffee creamier while also cutting down on the bitterness slightly. Now how healthy is this? One of the reasons why people add whipped cream to their coffee is because of its high fat which is usually a part of their keto diet. The fat in it keeps you full for long hours. And yes, some amounts of fat are needed by the body. Moreover, as said earlier this cream cuts down on bitterness of the coffee, so you won’t add any sugar to your coffee. Addition of sugar will anyways cause more harm to your body. If you have refined sugar, then your body has to produce insulin to digest it and this sugar has a high glycemic index so it is used up quickly in the body. This will be followed by feeling hungry more easily.
Till late, fat from dairy products like whipped cream was always looked upon as that evil fat which would lead to high cholesterol levels and strokes. Offhand, studies have revealed no such association. So, the next question that arises is “Are fats healthy then?” What’s more important is to look at your diet in totality. Till no furnished evidence is available on this subject, you can add about a tbsp of whipped cream once in a while to your coffee to enhance the taste. Try not to add it in bulk frequently.
However most whipped cream contain some amount of sugar in them. So check the sugar content on the nutrition label. Choose a whipped cream with the least amount of sugar.
Yet looking for a more healthier option? Then, rely on a healthier type of saturated fats which contain MCT (medium chain triglycerides) which is the real buzz currently. Coconut, coconut meat and coconut milk are the perfect example of this.
Butter : Although butter contains saturated fats, these fats are heart healthy while the PUFA present in oils are unwanted fats which may cause health issues because of inflammation in the body and therefore should be consumed in moderation.
Sugar (castor sugar ): Sugar used in the recipe is also called white poison. It is a simple carbohydrate with zero nutritional value. On intake, sugar will cause inflammation of the body which will last for many hours. It will spike your blood sugar level and shut down the fat burning process. This also causes high blood sugar levels in your body. The development of prediabetes comes from uncontrolled eating sugar and refined food products for many years and the classic symptom is if you have excess belly fat. This leads to diabetes and further onwards to heart attack, high blood pressure, strokes, impotence and kidney damage.
समस्या क्या है?
चीनी, शक्कर (Benefits of Sugar in Hindi): खाने में इस्तेमाल की जाने वाली चीनी को सफेद जहर भी कहा जाता है। यह शून्य पोषण मूल्य के साथ एक सिम्पल कार्बोहाइड्रेट (simple carbohydrate) है। सेवन करने पर, चीनी शरीर के इन्फ्लमेशन (inflammation in the body) का कारण बन सकती है, जिसका असर कई घंटों तक चलता है। यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाएगी और वसा जलने की प्रक्रिया को बंद कर देगी। इससे आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर भी बढ़ जाता है। प्रीडायबिटीज का विकास कई वर्षों से अनियंत्रित चीनी और परिष्कृत खाद्य उत्पादों (refined food products) को खाने से होता है और यदि आपके पेट की चर्बी अधिक है तो यह भी इसका एक मुख्य लक्षण है। इससे मधुमेह और आगे चलकर दिल का दौरा, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, नपुंसकता और गुर्दे की क्षति होती है।
@ nisha checked sugar in hindi
How to quit sugar in your Indian meals.
To live a healthy life, try to cut sugar from your diet. It requires a slow and deliberate attempt to do it. Find hidden sugar in packaged foods and drinks and stop having those products. Did you know that a can of your favourite soft drink is estimated to have 1/2 cup of sugar. Refined carbohydrates like maida, sugar, bread, pasta, noodles and sugar on consumption get stored as unhealthy fat in the body. Sugar based foods make you feel lazy, tired and moody.
As you consume less sugar, your body will crave for it less. Instead of masala chai you can have ginger tea or fresh mint and lemon tea in the morning or just plain black coffee. When craving sugar, turn to sweet fruits like bananas, pineapple, berries, strawberries etc. Use dates as a sweetener for your dessert like eggless date and almond cake. Avoid having too salty Indian foods like achar, papad, bread as you will later crave the opposite of sweet foods like peda, ladoo, chocolates, cola drinks etc which have loads of sugar.
Excess salt impact the body.
High blood pressure or hypertension is more and more prevalent these days, especially among younger people. Apart from stress and obesity, one of the reasons for this is excessive sodium and salt intake. Most people find it difficult to limit the amount of salt in their cooking, thinking it will affect the taste of their favourite dishes.
Bajra and Jowar are rich in Potassium. Potassium is critical for those with High Blood Pressure as it lessens the impact of sodium. Eating more Potassium Rich Foods will remove more sodium from your body through urine. So include the basic bajra roti and jowar roti in your daily diet to have with Lower Blood Pressure Subzis Recipes.
Avoid having too salty Indian foods like achar, papad, bread as you will later crave the opposite of sweet foods like peda, ladoo, chocolates, cola drinks etc which have loads of sugar.
Honey : Honey, a natural sweetener, is a thick liquid made by honeybees which acts as an energy boost. A tbsp. of honey (20 g) gives 60 calories but virtually no protein, fat and fiber. It has been regarded as a traditional medicine since ages. Its anti-bacterial and anti-fungal properties are known to fight bacteria and prevent infections like cold and cough. Some research also shows that the polyphenolic compounds in honey help protect the heart.
शहद (benefits of honey in hindi): शहद, एक प्राकृतिक स्वीटनर, मधु मक्खी द्वारा बना गया एक गाढ़ा रस है जो ऊर्जा बढ़ाने का काम करता है। एक टेस्पून शहद (20 ग्राम) 60 कैलोरी देता है लेकिन वस्तुतः कोई प्रोटीन, वसा और फाइबर नहीं देता है । इसे युगों से एक पारंपरिक औषधि माना जा रहा है। इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण बैक्टीरिया से लड़ने और सर्दी और खांसी जैसे संक्रमण को रोकने के लिए जाना जाते है। कुछ शोधों से यह भी पता चलता है कि शहद में मौजूद पॉलीफेनोलिक यौगिक दिल की रक्षा करने में मदद करते हैं।
@ nisha checked honey
Is Honey Safe for Diabetes?
In reality honey and sugar both are filled with carbs and will affect blood sugar levels. The use of honey by diabetics has been under debate. Research shows that consumption of honey by a group of diabetics, initially increased the blood sugar levels. But after 2 hours the blood sugar levels dropped and were under control. This probably indicated that the consumption of honey might increase insulin levels in the body which has a positive effect on blood sugar levels. Moreover, it is also a fact that honey is sweeter than sugar and so may require less quantity. However, honey is not the wisest option to be picked by diabetics. Any fluctuation in blood sugar levels is not considered safe for them. So adding generous amounts of honey to make desserts is a complete No-No. However if you wish to have it in moderate amounts occasionally, talk to your doctor and dietitian. Adjust the dose of medicine and other carbs in the diet before adding honey to your diet.
Is Honey Beneficial for Weight Loss?
Honey Lemon Water is a drink which most weight watchers prefer to have early in the morning. The hot water in this concoction helps to break down the fat globules, while the honey and lemon duo aids in cleansing and removing toxins from the body and thus boost metabolism. But at the same time honey lends some calories as well. So if you opt for this drink pre-workout, honey will probably give you an energy boost and you will also burn these calories from honey. Thus, though honey can be used, you should be mindful about the amount of honey being added to your meal plan. Restrict the quantity of honey to not more than 1 tsp per glass (this will add only 20 calories). Also concentrate on eating a whole lot of other foods which aid in giving a trimmed waistline, as there is no such one food which helps in achieving your weight loss targets.
Raw unpasteurized honey: The honey must be raw and unpasteurized, that means it is not heated, and importantly not filtered or processed. Raw unpasteurized honey is made in India and easily available also on Amazon. If its organic honeys then it can be pasteurized and be processed. If you want honey to have as a healthy option to your diet, then you must buy the correct honey by reading the label on the honey bottle and this Raw unpasteurized honey is far more expensive than organic or processed honey.
कच्चा अपाश्चुरीकृत शहद (Benefits of Raw unpasteurized honey in Hindi): शहद कच्चा और अपाश्चुरीकृत होना चाहिए, इसका मतलब है कि इसे गर्म नहीं किया जाता है और महत्वपूर्ण रूप से फ़िल्टर या संसाधित (processed) भी नहीं किया जाता है। कच्चा अपाश्चुरीकृत शहद भारत में बनाया जाता है और आसानी से ऐमज़ान पर भी उपलब्ध है। यदि यह जैविक शहद है तो इसे पाश्चुरीकृत किया जा सकता है और संसाधित किया जा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि शहद आपके आहार के लिए एक स्वस्थ विकल्प के रूप में हो, तो आपको शहद की बोतल पर लेबल को पढ़कर सही शहद खरीदना चाहिए और यह कच्चा अपाश्चुरीकृत शहद जैविक या प्रसंस्कृत शहद की तुलना में कई अधिक महंगा होता है।
@ nisha checked raw unpastuerized honey in hindi
Refined Carbohydrates : Sugar and Maida are refined carbohydrates which lead to a quick surge in blood sugar levels. The result is inflammation which can result in thickening of blood vessels and arteries which inhibit the flow of blood to brain and heart resulting in a stroke or heart attack.
परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट, रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट (Benefits of Refined Carbohydrates in Hindi): चीनी और मैदा परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को तुरंत बढावा देते हैं। इसका परिणाम इन्फ्लमेशन (inflammation) है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त वाहिका (blood vessels) और आर्टरी (arteries) ब्लॉक हो सकती हैं, जो ब्रैन और हृदय को रक्त के प्रवाह को बाधित कर सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप स्ट्रोक या दिल का दौरा हो सकता है।
@ nisha checked refined carbohydrate in hindi
Jaggery (Gur) : When compared to sugar, which provides only empty calories, jaggery is considered to be a superior natural sweetener. Sugar is definitely one of the causes of many chronic diseases, but jaggery too needs to be consumed in moderate amounts. What you would consume is just about a tbsp (18 g) or a tsp (6 g). While those with heart diseases and weight loss can have a dessert made with this quantity of jaggery occasionally as an option to refined sugar, diabetics need to avoid this sweetener too as it can spike blood sugar levels instantly. Read is jaggery healthy for complete details.
गुड़, गुर (Benefits of jaggery in hindi): चीनी की तुलना में, जो केवल खाली कैलोरी प्रदान करती है, गुड़ को एक बेहतर प्राकृतिक स्वीटनर माना जाता है। चीनी निश्चित रूप से कई बीमारियों के कारणों में से एक है, लेकिन गुड़ को भी मध्यम मात्रा में सेवन करना चाहिए। आप जो उपभोग करेंगे वह सिर्फ एक tbsp (18 g) या एक tsp (6 g) है। जबकि दिल की बीमारियों और वजन कम करने वालों को गुड़ की इस मात्रा से बनी मिठाई कभी-कभी परिष्कृत चीनी के विकल्प के रूप में खानी चाहिए, लेकिन डायबिटिक रोगियों को इस मिठास से भी बचने की जरूरत है क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को तुरंत बढ़ा सकता है। गुड़ कितना स्वस्थ है, इसका पूर्ण विवरण पढें।
@ nisha checked jaggery in hindi
Almonds (badam) : Almonds are rich in B complex vitamins such as Vitamin B1, Thiamine, Vitamin B3, Niacin and Folate which plays an important role in brain development. Almonds balance your cholesterol levels. almonds have a very low glycemic index and good for diabetics. See all 13 super health benefits of almonds.
बादाम (Benefits of Almonds, badam in Hindi): बादाम बी कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे विटामिन बी 1 (थायामिन), विटामिन बी 3 (नायासिन) और फोलेट से भरपूर होते हैं, जो दिमाग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बादाम आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी संतुलित करते हैं। बादाम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है (very low glycemic index) और यह मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा माना जाता है। बादाम के सभी 13 सुपर स्वास्थ्य लाभ पढें।
@ nisha checked almond in hindi
બદામ (Benefits of Almonds, badam in Gujarati): બદામ વિટામિન બી 1 (થાઇમીન), વિટામિન બી 3 (નિઆસિન) અને ફોલેટ જેવા બી કોમ્પ્લેક્સ વિટામિન્સથી ભરપૂર છે, જે મગજના વિકાસમાં મહત્વની ભૂમિકા ભજવે છે. બદામ તમારા કોલેસ્ટ્રોલના સ્તરને પણ સંતુલિત કરે છે. બદામમાં ગ્લાયકેમિક ઇન્ડેક્સ ઓછું હોય છે (very low glycemic index) અને તે ડાયાબિટીસના દર્દીઓ માટે સારું માનવામાં આવે છે. બદામના બધા 13 સુપર સ્વાસ્થ્ય ફાયદા વાંચો.
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Peanuts : Peanuts contain Vitamin B1, Thiamine which helps form ATP (Adenosine triphosphate) which the body uses for energy. A handful of peanuts gives you 7.3 grams of Protein. Peanuts, Almonds and Walnuts are rich in Protein and healthy monounsaturated fats which won’t spike your blood sugar levels and good for a diabetic snack and healthy heart snack. Eating a handful of Peanuts a day is said to increase the good cholesterol (HDL) in your body which is good for heart health. Read 11 amazing benefits of peanuts.
मूंगफली (health benefits of peanuts): मूंगफली में विटामिन बी 1, थियामिन होता है जो एटीपी (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) बनाने में मदद करता है, जो शरीर ऊर्जा के लिए उपयोग करता है। मुट्ठी भर मूंगफली आपको 7.3 ग्राम प्रोटीन देते हैं। मूंगफली, बादाम और अखरोट प्रोटीन और स्वस्थ मोनोअनसैचुरेटेड वसा से भरपूर होते हैं, जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को कम नहीं करते हैं और मधुमेह के नाश्ते और स्वस्थ हृदय के नाश्ते के लिए अच्छे होते हैं। एक दिन में एक मुट्ठी मूंगफली खाने से आपके शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एच.डी.एल) में वृद्धि होती, है जो हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। पढ़ें मूंगफली के 11 अद्भुत फायदे।
@ nisha checked peanuts in hindi
Cashew Nuts (kaju) : In general, walnuts, cashew nuts, peanuts, almonds, pistachios and pinenuts are a healthy snack to carry keep with you as they are rich in monounsaturated fats and polyunsaturated fats and good for heart. They are a healthy snack for Diabetics. Dietary intakes of cashew and other foods rich in magnesium helps to regulate blood pressure. See 9 amazing benefits of cashew nuts for complete details.
काजू (काजू, benefits of cashew nuts in hindi): सामान्य तौर पर अखरोट, काजू, मूंगफली, बादाम, पिस्ता और पाइन नट्स आपके साथ रखने के लिए एक स्वस्थ स्नैक हैं क्योंकि ये मोनोअनसैचुरेटेड वसा और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा से भरपूर होते हैं और दिल के लिए अच्छे होते हैं। वे मधुमेह रोगियों के लिए भी एक स्वस्थ स्नैक है। मैग्नीशियम से भरपूर काजू और ऐसे अन्य खाद्य पदार्थ रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। पूरी जानकारी के लिए काजू के 9 आश्चर्यजनक लाभ देखें।
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Turmeric Powder (Haldi) : Turmeric helps in digestion of food thus helping to overcome indigestion. Haldi may help in reducing the growth of fat cells in the body. Turmeric, being rich in iron, is highly valuable in the treatment of anaemia and both the root as well as the powder should be a regular part of an anaemic diet. One of the health benefits of turmeric is its anti-inflammatory property due to the active compound, Curcumin, which helps to relieve inflammation of the joints and thus is a ladder to relieve pain related to arthritis. The curcumin in haldi also helps to ward off the bacteria causing cold, cough and throat irritation. Turmeric benefits in diabetes management by lowering blood glucose levels. Its antioxidant and anti-inflammatory effects are useful in the treatment of diabetes patients. It is known to be a good brain food and keep diseases like Alzheimer’s at bay. See here for detailed turmeric benefits.
हल्दी पाउडर (हल्दी, benefits of turmeric powder in hindi) : हल्दी भोजन के पाचन में मदद करती है जिससे अपच दूर करने में मददमिलती है। हल्दी पाउडर शरीर में वसा की कोशिकाओं की वृद्धि को कम करने में मदद कर सकती है। आयरन से भरपूर हल्दी एनीमिया के उपचारमें अत्यधिक मूल्यवान है और हल्दी के जड़ के साथ-साथ पाउडर भी एनेमिक आहार का नियमित हिस्सा होना चाहिए। हल्दी के स्वास्थ्य लाभों मेंसे एक यह सक्रिय यौगिक कर्क्यूमिन, जो अपने ऐन्टी-इन्फ्लैमटॉरी गुणों से जोड़ों की सूजन को दूर करने में मदद करता है और इस कारण गठियासे संबंधित दर्द को दूर करने के लिए यह एक सीढ़ी है।हल्दी में मौजूद करक्यूमिन बैक्टीरिया की सर्दी, खांसी और गले की जलन पैदा करने वालेबैक्टीरिया को मारता है। रक्त शर्करा के स्तर को कम करके मधुमेह के लिए भी लाभदायक पाई गई है।इसके एंटीऑक्सिडेंट और ऐन्टी-इन्फ्लैमटॉरी प्रभाव मधुमेह के रोगियों के उपचार में उपयोगी होते हैं। यह दिमाग के लिए अच्छा भोजन माना जाता है और अल्जाइमर जैसीबीमारियों को दूर रखता है। हल्दी के विस्तृत लाभों के लिए यहाँ देखें।
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હળદર (benefits of turmeric powder in Gujarti): હળદર ખોરાકના પાચનમાં મદદ કરે છે. આમ એ અપચો દૂર કરવામાં મદદ કરે છે. હળદર શરીરમાં ચરબીવાળા કોષોની વૃદ્ધિ ઘટાડવામાં મદદ કરી શકે છે. હળદર લોહથી સમૃદ્ધ હોવાથી, એનિમિયાની સારવારમાં ખૂબ મૂલ્યવાન છે અને હળદર ના મૂળની સાથે સાથે પાવડર બંને એ એનિમિક આહારનો નિયમિત ભાગ હોવો જોઈએ. હળદર આરોગ્યમાં એક ફાયદો એ છે કે તે સક્રિય કમ્પાઉન્ડ, કર્ક્યુમિનને કારણે એંટી-ઇન્ફ્લિોમેટરી વિરોધી ગુણધર્મ છે, જે સાંધાના બળતરાને દૂર કરવામાં મદદ કરે છે અને આ રીતે સાંધાને લગતી પીડાને દૂર કરવા માટે નિસરણી છે. હળદરમાંનો કર્ક્યુમિન બેક્ટેરિયાના શરદી, ખાંસી અને ગળામાં બળતરા પેદા કરવાથી દૂર રહેવામાં પણ મદદ કરે છે. લોહીમાં શર્કરાના સ્તરને ઘટાડીને ડાયાબિટીઝના દર્દી માટે પણ હળદર ફાયદો આપે છે. તેના એન્ટીઑકિસડન્ટ અને એંટી-ઇન્ફ્લિોમેટરી વિરોધી અસરો ડાયાબિટીઝના દર્દીઓની સારવારમાં ઉપયોગી છે. આને મગજનો સારો ખોરાક કેહવાય છે અને અલ્ઝાઇમર જેવા રોગોથી દૂર રાખે છે. હળદરના વિગતવાર ફાયદા માટે અહીં જુઓ.
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Garlic : Garlic has been proven to lower cholesterol. The active ingredient allicin present in garlic aids in lowering blood pressure. Garlic is also alleged to help regulate blood glucose levels for diabetics. Garlic is great for the heart and circulatory system. Garlic has an antimicrobial, antiviral and antifungal function and can help in relieving common cold and other viral infections. To boost your immune system, have a garlic clove a day. Garlic is a top anti-viral food. The thiosulphate compound, Allicin, found in garlic acts as a strong antioxidant and protects our body from damage of free radicals. Read here for complete benefits of garlic.
लहसुन (garlic benefits in hindi): लहसुन कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। लहसुन में मौजूद सक्रिय तत्व एलिसिन रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है। लहसुन मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियमित करने में भी मदद करता है। लहसुन हार्ट के लिए अच्छा और संचार प्रणाली के लिए बहुत अच्छा है। लहसुन में एक रोगाणुरोधी, एंटीवायरल और एंटिफंगल फ़ंक्शन होता है और सामान्य सर्दी और अन्य वायरल संक्रमण से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए दिन में एक लहसुन का सेवन करें | लहसुन एक एंटी वायरल सामग्री है। थायोसल्फेट यौगिक, लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और हमारे शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है। लहसुन के संपूर्ण लाभों के लिए यहां पढ़ें।
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લસણ (garlic benefits in Gujarati): લસણ કોલેસ્ટરોલ ઓછું કરે છે. લસણમાં રહેલુ સક્રિય ઘટક એલિસિન બ્લડ પ્રેશર ઘટાડવામાં સહાયતા કરે છે. લસણ મધૂમેહના દર્દીઓ માટે લોહીમાં શર્કરાના સ્તરને નિયંત્રિત કરવામાં પણ મદદ કરે છે. લસણ હૃદય માટે સારું અને રુધિરાભિસરણ તંત્ર માટે બહુ સારું છે. લસણમાં એન્ટિમાઇક્રોબાયલ, એન્ટિવાયરલ અને એન્ટિફંગલ ફંક્શન હોય છે અને સામાન્ય શરદી અને અન્ય વાયરલ ઇન્ફેક્શનને રાહત આપવામાં મદદ કરી શકે છે. તમારી રોગપ્રતિકારક શક્તિને વેગ આપવા માટે દિવસમાં એક કડી લસણનું સેવન કરો. લસણ એ ટોપ એન્ટી વાઈરલ ફૂડ છે. લસણમાં જોવા મળતું થિઓસુલફેટ કમ્પાઉન્ડ, એલિસિન એક મજબૂત એન્ટીઑકિસડન્ટ તરીકે કાર્ય કરે છે અને આપણા શરીરને મુક્ત રેડિકલના નુકસાનથી સુરક્ષિત કરે છે. લસણના સંપૂર્ણ ફાયદા માટે અહીં વાંચો.
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Red chilli garlic paste: The substance capsaicin which the red chillies their characteristic spiciness may help reduce inflammation in the body. The cayenne in red chillies has shown to have heart protecting benefits in a few studies. On the other hand, the vitamin C in it, can also boost immunity to some extent. They also contain some amounts of beta carotene, very few carbs and a small amount of protein and fibre. The active ingredient allicin present in garlic aids in lowering blood pressure. Garlic is also alleged to help regulate blood glucose levels for diabetics. Garlic is great for the heart and circulatory system. Garlic has an antimicrobial, antiviral and antifungal function and can help in relieving common cold and other viral infections. But, being spicy in nature, it must be taken in moderation to avoid gastric irritation.
लाल मिर्च लहसून की पेस्ट (health benefits of red chilli garlic paste): पदार्थ कैपसैसिन जो लाल मिर्च को उनका विशिष्ट तीखापन देता है, वह शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करने में मदद कर सकता है। लाल मिर्च में केयेन जैसे कुछ अध्ययन से दिल की रक्षा करने वाले लाभों को भी देखा गया है। दूसरी ओर, इसमें मौजूद विटामिन सी, कुछ हद तक प्रतिरक्षा को भी बढ़ा सकता है। इनमें कुछ मात्रा में बीटा कैरोटीन, बहुत कम कार्ब्स और थोड़ी मात्रा में प्रोटीन और फाइबर भी होते हैं। लहसुन में मौजूद सक्रिय तत्व एलिसिन रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है। लहसुन मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियमित करने में भी मदद करता है। लहसुन हार्ट के लिए अच्छा और संचार प्रणाली के लिए बहुत अच्छा है। लहसुन में एक रोगाणुरोधी, एंटीवायरल और एंटिफंगल फ़ंक्शन होता है और सामान्य सर्दी और अन्य वायरल संक्रमण से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। लेकिन, प्रकृतिक रूप से मसालेदार होने के कारण, गैस्ट्रिक जलन से बचने के लिए इसे कम मात्रा में लेना चाहिए।
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Ginger (Adrak) : Ginger is an effective cure for congestion, sore throat, cold and cough. It aids digestion and relieves constipation. Ginger was found as effective as drugs in relieving menstrual pain. Ginger is effective in decreasing the cholesterol levels in patients with high cholesterol. Ginger significantly reduces symptoms of nausea in pregnant . See here for 16 Super Health Benefits of Adrak, Ginger.
अदरक, अद्रक (Benefits of Ginger in Hindi): अदरक कन्जेशन, गले की खराश, सर्दी और खांसी के लिए एक प्रभावी इलाज है। यह अपाचन को ठीक करता है और कब्ज से भी राहत देता है। अदरक को माहवारी के दर्द (menstrual pain) से राहत देने में दवाओं के रूप में प्रभावी पाया गया है। अदरक उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले रोगियों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद करता है। अदरक गर्भवती महिलाओं में जी मचलने (nausea) के लक्षणों को काफी कम करता है। अदरक के 16 सुपर स्वास्थ्य लाभ के लिए यहाँ पढें।
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આદુ (અદરક Benefits of Ginger in Gujarati): લોહીનો જમાવ, ગળામાં વેદના, શરદી અને ખાંસી માટે આદુ એક અસરકારક ઉપાય છે. તે પાચનમાં મદદ કરે છે અને કબજિયાતથી પણ રાહત આપે છે. આદુ માસિક સ્રાવના દુખાવામાં રાહત આપતી દવાઓની જેમ અસરકારક જોવા મળ્યું હતું. આદુ હાઈ કોલેસ્ટ્રોલવાળા દર્દીઓમાં કોલેસ્ટરોલનું સ્તર ઘટાડવામાં અસરકારક છે. આદુ ગર્ભવતી સ્ત્રીઓને નૉસીયાના લક્ષણોમાં ઘટાડો કરે છે. અદરક, આદુના 16 સુપર આરોગ્ય લાભો માટે અહીં જુઓ.
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Milk, Low Fat Milk, Milk powder : 1 cup of milk provides 70% of the Recommended Daily Allowance of Calcium. Milk promotes strong bones. The Calcium in Milk helps to protect your teeth against gum disease and keeps your jaw bone strong and healthy. Milk is low in carbs and therefore does not raise blood glucose levels. However diabetics must consider including low fat milk as advised by their dietitian only so as to avoid any fluctuations in blood sugar levels. Protein is another key nutrient which milk is rich in - 8.6 g from a cup. So all those looking to build protein stores can add milk and its products like curd, and paneer to their diet. One cup of Milk gives 10 grams of carbs. Low fat milk has lower fat and the same benefits of milk.
दूध और कम वसा वाला दूध (benefits of milk, low fat milk in hindi): 1 कप दूध अनुशंसित दैनिक भत्ता का 70% कैल्शियम प्रदान करता है। दूध मजबूत हड्डियों को बढ़ावा देता है। दूध में मौजूद कैल्शियम आपके दांतों को मसूड़ों की बीमारी से बचाने में मदद करता है और आपके जबड़े की हड्डी को मजबूत और स्वस्थ रखता है। दूध कार्ब्स में कम है और इसलिए रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता नहीं है। हालांकि मधुमेह रोगियों को कम वसा वाले दूध का सेवन अपने आहार विशेषज्ञ के द्वारा दी गई सलाह के अनुसार लेना चाहिए, ताकि रक्त शर्करा के स्तर में किसी भी उतार-चढ़ाव से बचा जा सके। प्रोटीन एक और महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो दूध में समृद्ध है - एक कप में 8.6 ग्राम। इसलिए प्रोटीन का स्तर बढ़ाने के लिए इच्छुक सभी लोग दूध और इसके उत्पादों जैसे दही और पनीर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। एक कप दूध 10 ग्राम कार्ब्स देता है। कम वसा वाले दूध में केवल वसा कम होती है, बाकी दूध के समान लाभ होते हैं।
@nisha checked milk in hindi
દૂધ અને લો ફૅટ દૂધ (benefits of milk, low fat milk in Gujarati): ૧ કપ દૂધ લેખ દૈનિક ભથ્થાના 70% કેલ્શિયમની ભલામણ પૂરા પાડે છે. દૂધ મજબૂત હાડકાંને પ્રોત્સાહન આપે છે. દૂધમાં રહેલું કેલ્શિયમ દાંતના ગમ રોગ સામે તમારું રક્ષણ કરવામાં મદદ કરે છે અને તમારા જડબાના હાડકાને મજબૂત અને સ્વસ્થ રાખે છે. દૂધમાં કાર્બ્સ ઓછું હોય છે અને તેથી લોહીમાં શર્કરાનું પ્રમાણ વધતું નથી. જો કે ડાયાબિટીઝના દર્દીઓએ તેમના ડાયેટિશિયનની સલાહ મુજબ ઓછી ચરબીવાળા દૂધનો સમાવેશ કરવો જ જોઇએ જેથી રક્ત શર્કરાના સ્તરમાં કોઈ વધઘટ ન થાય. પ્રોટીન એ બીજું મુખ્ય પોષક તત્ત્વો છે જે દૂધ સમૃદ્ધ છે - એક કપમાંથી 8.6 ગ્રામ. તેથી તે પ્રોટીનના સ્તરને વધારવા માંગે છે તે દૂધ અને તેના ઉત્પાદનોમાં દહીં અને પનીર જેવા ખોરાક ઉમેરી શકે છે. એક કપ દૂધ 10 ગ્રામ કાર્બ્સ આપે છે. ઓછી ચરબીવાળા દૂધમાં ઓછી ચરબી હોય છે અને બીજા તો દૂધના સમાન જ ફાયદા હોય છે.
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Cow's milk : Cow’s milk is rich in protein, calcium, potassium and vitamin B. Moreover cow’s milk is known to have all nine essential amino acids and thus is a high quality protein and a wholesome food. The calcium and protein together work towards making your bones and teeth stronger. The B vitamins in cow’s milk will help in smooth functioning of the brain and have a calming effect too. It does have some amounts of fats though lower than buffalo’s milk. Thus its high protein and comparatively lesser fat content give a feeling of satiety. That’s the same reason why babies are weaned with cow’s milk to begin with rather than buffalo’s milk. With respect to its digestive qualities, some can digest the lactose and some can’t do it so easily. With all these merits on one side, the flip side is that some research shows that any variety of milk, including cow’s milk, may cause different types of cancer. That’s quite alarming! So before you make your choice to indulge in cow’s milk or not, it would be wise to talk to your doctor or dietician.
गाय का दूध (Benefits of Cow's milk in Hindi): गाय का दूध प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन बी से भरपूर होता है। इसके अलावा गाय के दूध में सभी नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं और इस तरह यह एक उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन और पौष्टिक घटक है। कैल्शियम और प्रोटीन मिलकर आपकी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं। गाय के दूध में मौजूद बी विटामिन दिमाग के कार्यशील में मदद करते हैं। इसमें कुछ मात्रा में वसा होती है, हालांकि यह भैंस के दूध से कम होती है। इस प्रकार इसकी उच्च प्रोटीन और तुलनात्मक रूप से कम वसा होने के कारण यह तृप्ति की भावना देते हैं। यही कारण है कि भैंस के दूध के बजाय शिशुओं को गाय का दूध दिया जाता है। अपने पाचन गुणों के संबंध में, कुछ इसके लैक्टोज (lactose) को पचा सकते हैं और कुछ इसे इतनी आसानी से नहीं पचा सकते हैं। एक तरफ इन सभी गुणों के साथ, दूसरा पक्ष यह है कि कुछ शोधों से पता चलता है कि गाय के दूध सहित किसी भी प्रकार का दूध विभिन्न प्रकार के कैंसर का कारण हो सकता है। यह काफी सोचने लायक है! इसलिए इससे पहले कि आप गाय के दूध का सेवन करें या न करें, आपके डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से बात करना बुद्धिमानी होगी।
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Deep fried foods and shallow fried foods : This recipe is deep fried. Any food that is deep fried is not suitable for healthy living. Your fat levels increase as deep frying increases oil absorption. Also when you use the same oil again for
deep frying then smoking point decreases which leads to the development of blue smoke which is not good for health. Processed food, Deep Fried Foods also
increases inflammation in the body and shuts down the fat burning process. Most diseases from heart, to cardio vascular, diabetes, parkinsons, alzheimer, cancer and obesity result when the cells get inflamed and then they don't function correctly. Inflammation in the arteries can cause heart attacks. So your diet should contain
foods that fight inflammation in the body. That's how your body gets healthier by eating the right stuff.
NOTE. 5 gm per big puri (45 calories of unhealthy fat) or samosa of oil is consumed on deep frying. 2.5 g per small one.
डीप फ्राइड फूड्स, तले हुए नाश्ते
(Deep Fried Foods, shallow fried foods in Hindi): यह रेसिपी
डीप फ्राइड है। कोई भी भोजन जो तले हुए हैं, वो स्वस्थ रहने के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं। डीप फ्राई करने से आपका मोापा बढ़ सकता है क्योंकि तलने में अधिक तेल सोखा जाता है। इसके अलावा जब आप तलने के लिए फिर से उसी तेल का उपयोग करते हैं तो उसका स्मॉकींग पॉइन्ट (smoking point) कम हो जाता है, जिससे नीले धुएं का विकास होता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। प्रोसेस्ड फूड, डीप फ्राइड फूड्स शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) बढ़ाते हैं (
increases inflammation in the body ) और वसा जलने की प्रक्रिया को बंद कर देते हैं। अधिकांश बीमारियां जैसे कि हृदय की, डायबिटीज, पार्किंसन, अल्जाइमर, कैंसर और मोटापे का कारण होता है कोशिकाओं का इन्फ्लमेशन (inflammation) और फिर यहसही ढंग से काम नहीं करते हैं। धमनियों में इन्फ्लमेशन (inflammation) दिल के दौरे का कारण बन सकता है। इसलिए आपके आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ होने चाहिए जो शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) से लड़ें। इसी तरह आपका शरीर स्वस्थ रह सकता है। इसलिए आपने स्वस्थ रहने के लिए अपने शरीर में कोशिकाओं को सही भोजन दिया है और यह आपके जीवन के बाकी हिस्सों के लिए रोग मुक्त रहने में बहुत महत्वपूर्ण है।
टिप्पणी (note)। डीप फ्राई करने पर 5 ग्राम प्रति बड़ी पूरी (अनहेल्दी फैट की 45 कैलोरी, 45 calories of unhealthy fat) या तेल के समोसे का सेवन किया जाता है। 2.5 ग्राम प्रति छोटा।
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Benefits of Greek Yogurt: Greek Yogurt being a thick form of curd which with its luscious texture pleases you and the high protein in it satiates you for a long time. The protein is beneficial to add glow to your skin as well promote immune cell health which will in turn enhance your ability to fight various diseases. It is not very high in fat and thus it suits a healthy heart and weight loss diet. With its low carb count, it qualifies for a low carb, high protein diets too! Its probiotic property is soothing to the stomach and helps to keep your digestive tract healthy. The protein along with the calcium that Greek yogurt holds is a ladder to bone strengthening. With so many benefits, it’s a true versatile product to reach out for. See our recipes using Greek yoghurt.
ग्रीक योगर्ट (Benefits of Greek Yogurt) : ग्रीक योगर्ट दही का गाढ़ा रूप है जो अपनी मुलायम बनावट से आपको प्रसन्न करता है और इसमें मौजूद उच्च प्रोटीन आपको लंबे समय तक तृप्त रखता है। प्रोटीन आपकी त्वचा में चमक जोड़ने के साथ-साथ प्रतिरक्षा कोशिकाऔं (immune cell) के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए फायदेमंद है, जो बदले में विभिन्न रोगों से लड़ने की आपकी क्षमता को बढ़ाता है। यह वसा में बहुत अधिक नहीं है और इसलिए यह एक स्वस्थ दिल और वजन घटाने के भोजन के लिए भी उपयुक्त है। इसकी कम कार्ब गिनती के कारण, यह कम कार्ब और उच्च प्रोटीन आहार के लिए भी योग्य है। इसकी प्रोबायोटिक संपत्ति पेट के लिए सुखदायक है और आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। ग्रीक योगर्ट में मौजूद कैल्शियम के साथ प्रोटीन हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। इतने सारे लाभों के साथ, यह एक वास्तविक बहुमुखी उत्पाद है जिसका सेवन आपको जरूर करना चाहिए। ग्रीक योगर्ट का उपयोग करके हमारे व्यंजनों को देखें
@ nisha checked greek yogurt in hindi
Benefits of Khus syrup : The essential oil of khus is extracted from the roots of the khus grass. Since the oil extracted is overpoweringly strong, it has to be diluted before being used as a flavouring agent. It is rich in Vitamin A,B and known to have a cooling effect during hot Indian summer months. However some brands of khus syrup add sugar to it.
Benefits of mustard oil : Mustard oil, made from the seeds of mustard, has a very peculiar strong smell, not liked by many. Like avocado oil, olive oil is higher in MUFA (mono unsaturated fatty acids) than PUFA (polyunsaturated fatty acids). It has about 60% MUFA. This ratio along with its compound allyl isothiocyanate is known to reduce inflammation in the body and reduce the risk of heart diseases. Its antibacterial and anti-fungal properties has made it very popular in the use of pickles. However, the presence of erucic acid in it is known to have some ill effects on the body. Check for the proportion or erucic acid on the bottle of mustard oil while buying if possible. Always remember to restrict the consumption of oil to not more than 3 to 4 tsp per day.
सरसों के बीज का तेल (Benefits of mustard oil): सरसों के बीजों से बने सरसों के तेल में बहुत अजीब गंध होती है, जो बहुत लोगों को पसंद नहीं आती है। एवोकैडो तेल और जैतून का तेल की तरह, सरसों का तेल भी PUFA (पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड) की तुलना में MUFA (मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड) में अधिक होता है। इसमें लगभग 60% MUFA होता है। इस अनुपात के साथ इसके यौगिक एलिल आइसोथियोसाइनेट (allyl isothiocyanate) शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए माने जाते हैं। इसके जीवाणुरोधी और एंटी-फंगल गुणों के कारण यह अचार के उपयोग में भी बहुत लोकप्रिय है। हालाँकि, इसमें मौजूद इरूसिक एसिड (erucic acid) से शरीर पर कुछ बुरे प्रभाव पड़ने की संभावना हो सकती है। यदि संभव हो तो खरीदते समय सरसों के तेल की बोतल पर इरूसिक एसिड के अनुपात की जांच करें। हमेशा याद रखें कि तेल की खपत को प्रति दिन 3 से 4 चम्मच से अधिक न करें।
@ nisha checked mustard oil in hindi
Pickle : The issues with pickle is high sodium content which is not good for those with heart issues, blood pressure and diabetics. The key is to use very little.
Black raisins : The natural sugars of black raisins are a great source of energy and come packaged together with fiber and other nutrients. The fiber in raisins helps to regulate intestinal function and proper elimination of impurities. Soaked black raisins are often consumed to cleanse the digestive system. The phenolic compounds in black raisins are powerful, protective antioxidants. They will help to ward off free radicals in the body. When hungry weight watchers can reach for a handy packet of raisins for a natural satisfying snack and prevent overeating. Being high in potassium and low in sodium this makes them an ideal part of a heart healthy diet. However diabetics need to consume them cautiously due to the carbs in them.
काली किशमिश (Benefits of black raisins): काली किशमिश की प्राकृतिक शर्करा ऊर्जा का एक बड़ा अच्छा स्रोत है और साथ ही यह फाइबर और अन्य पोषक तत्वों के साथ भी आते हैं। किशमिश में मौजूद फाइबर आंतों के कार्य और अशुद्धियों के उचित उन्मूलन को विनियमित करने में मदद करता है। पाचन तंत्र को साफ करने के लिए अक्सर भीगी हुई काली किशमिश का सेवन किया जाता है। काली किशमिश में फेनोलिक यौगिक शक्तिशाली, सुरक्षात्मक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। वे शरीर में मुक्त कणों को दूर करने में मदद करते हैं। वजन पर नजर रखने वाले एक प्राकृतिक संतोषजनक स्नैक के लिए किशमिश खा सकते हैं और अन्य तली हुई चीजों के सेवन को टाल सकते हैं। पोटेशियम में उच्चऔर सोडियम में कम होने के कारण यह दिल के स्वस्थ आहार का एक आदर्श हिस्सा बनता है। हालाँकि मधुमेह रोगियों को उनमें रहे कार्ब्स के कारण उन्हें सावधानीपूर्वक खाने की आवश्यकता होती है।
@ nisha checked black raisins in hindi
Chocolate: We love to indulge into chocolate and it does have some benefits but only when it is in limited quantities occasionally. Some research indicates that in small quantities the antioxidants and the cocoa in it may exhibit heart protection by fighting the harmful free radicals. Some studies have also shown that a small piece of chocolate can bring a smile on your face as it soothes the brain. However uncontrolled consumption of chocolate on a regular basis leads to obesity which in turn can be a root cause of other ailments. It is also high in sugar content and thus too much consumption can cause dental cavities. Mood swings, acne and bloating may be some of the other side effects of chocolate.
चॉकलेट (benefits of chocolate) : हम चॉकलेट खाना पसंद करते हैं और इसके कुछ लाभ हैं लेकिन केवल तभी जब कभी-कभी सीमित मात्रा में इसका सेवन किया जाए। कुछ शोध बताते हैं कि कम मात्रा में लेने पर इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और कोको हानिकारक मुक्त कणों से लड़कर दिल की रक्षा कर सकते हैं। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि चॉकलेट का एक छोटा टुकड़ा आपके चेहरे पर मुस्कान ला सकता है क्योंकि यह मस्तिष्क को शांत करता है। हालांकि नियमित रूप से चॉकलेट का अनियंत्रित उपभोग मोटापे की ओर जाता है जो बदले में अन्य बीमारियों का मूल कारण हो सकता है। यह चीनी में भी उच्च है और इस तरह बहुत अधिक खपत दंत चिकित्सा का कारण बन सकता है। मूड स्विंग, मुँहासे और ब्लोटिंग चॉकलेट के अन्य साइड इफेक्ट्स में से कुछ हैं।
Dark chocolate : can be considered healthy when consumed in moderation. Dark chocolate is rich in antioxidants called flavonoids, which have been linked to various health benefits, including:
- Improved heart health: Dark chocolate can help lower blood pressure and reduce the risk of heart disease.
- Reduced inflammation: The antioxidants in dark chocolate can help reduce inflammation in the body.
- Improved brain function: Dark chocolate may help improve cognitive function and memory.
However, it's important to choose high-quality dark chocolate with a high cocoa content (70% or more) and minimal added sugar. Excessive consumption of dark chocolate, even in its healthiest form, can still lead to weight gain due to its calorie and fat content.
डार्क चॉकलेट: (Dark chocolate ) इसे संतुलित मात्रा में सेवन करने पर स्वास्थ्यवर्धक माना जा सकता है। डार्क चॉकलेट फ्लेवोनोइड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जिसे विभिन्न स्वास्थ्य लाभों से जोड़ा गया है, जिनमें शामिल हैं:
दिल की सेहत में सुधार: डार्क चॉकलेट रक्तचाप को कम करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।
सूजन में कमी: डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार: डार्क चॉकलेट संज्ञानात्मक कार्य और याददाश्त को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
हालांकि, उच्च गुणवत्ता वाली डार्क चॉकलेट चुनना महत्वपूर्ण है जिसमें कोको की मात्रा अधिक (70% या अधिक) हो और चीनी कम से कम हो। डार्क चॉकलेट का अत्यधिक सेवन, चाहे वह सबसे स्वस्थ रूप में ही क्यों न हो, इसकी कैलोरी और वसा की मात्रा के कारण वजन बढ़ा सकता है।
@nisha checked chocolate
Drumstick leaves: Drumstick leaves are highly nutritious. They abound in vitamin A and vitamin C and to our surprise they are comparatively higher in these nutrients than many other leafy vegetables. These nutrients are necessary for building immunity to fight bacteria and viruses to add glow to skin and maintain healthy bouncy hair. Further they are also a good source of protein, which most vegetables are not. The compound niazimicin in drumstick leaves may help fight inflammation and fight cancer cells too. These leaves are also a good source of calcium which supports bone health. Being low in calories and fat, they can be consumed by weight watchers and heart patients.
सहजन फल्ली की पत्तियाँ / ड्रमस्टिक की पत्तियाँ (benefits of Drumstick leaves): सहजन फल्ली की पत्तियाँ अत्यधिक पौष्टिक होती हैं। वे विटामिन ए और विटामिन सी में लाजिमी हैं और आश्चर्यजनक अन्य पत्तेदार सब्जियों की तुलना में इन पोषक तत्वों में तुलनात्मक रूप से अधिक हैं। ये पोषक तत्व बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा बनाने के लिए आवश्यक हैं और साथ ही त्वचा में चमक और स्वस्थ बालों को बनाए रखने के लिए भी मदद रूप होते हैं। इसके अलावा ये प्रोटीन का भी एक अच्छा स्रोत हैं, जो ज्यादातर सब्जियां नहीं होती हैं। ड्रमस्टिक के पत्तों में यौगिक नियाजिमिसिन इन्फ्लमेशन (inflammation) से लड़ने और कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में भी मदद कर सकता है। ये पत्ते कैल्शियम का भी एक अच्छा स्रोत हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं। कैलोरी और वसा में कम होने के कारण, वे वजन पर नजर रखने वालों और हृदय रोगियों द्वारा सेवन किए जा सकते हैं।
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Jack fruit, phanas, fanas, kathal: Jack fruit is rich in antioxidants carotenoids (the pigments that give jackfruit its yellow color), which helps improve vision and reduce inflammation in the body and also help ward off harmful free radicals which otherwise can be a cause of chronic diseases like heart disease and cancer. Its high vitamin C is a good way to build immunity and fight bacteria and viruses. The potassium in it might help manage high blood pressure. Jackfruit is also loaded with carbs and thus a good source of energy. But this reason makes it not so wise a choice for weight watchers and diabetics. However more research on its effect on blood sugar level is yet needed.
कटहल (health benefits of jackfruit, phanas, kathal): कटहल एंटीऑक्सिडेंट्स कैरोटीनोइड (वह पिगमेंट को इसके पीले रंग का कारण है) से भरपूर होता है, जो शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करने और हानिकारक मुक्त कणों को दूर करने में मदद करता है जो हृदय रोग और कैंसर जैसी अन्य बीमारियों का कारण हो सकता है। इसकी उच्च विटामिन सी की मात्रा प्रतिरक्षा बनाने और बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने का एक अच्छा तरीका है। इसमें मौजूद पोटेशियम उच्च रक्तचाप को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। जैकफ्रूट कार्ब्स से भी भरा होता है और इस प्रकार यह ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है। लेकिन इसी कारण इसे यह वजन पर नजर रखने वालों और मधुमेह रोगियों के लिए इतना समझदार विकल्प नहीं है। हालांकि रक्त शर्करा के स्तर पर इसके प्रभाव पर अधिक शोध अभी तक आवश्यक है।
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Jalapenos: Jalapenos are rich in vitamin C and a compound capsaicin which help build immunity and fight bacteria and viruses. They also contain some amount of fibre. However the canned jalapeno or the jalapeno in brine solution is high in sodium and thus not advisable for regular consumption for us, especially for those with high blood pressure, heart disease and kidney disease. Their pungent spicy taste is also not suitable for people suffering from acidity.
एलपीनो (health benefits of jalapeno): एलपीनो विटामिन सी और एक यौगिक कैप्सैसिन से भरपूर होते हैं, जो प्रतिरक्षा बनाने और बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं। इनमें कुछ मात्रा में फाइबर भी होता है। हालांकि कॅन्ड एलपीनो या ब्राइन (नमक वाले पानी) में पाए एलपीनो सोडियम में उच्च होते हैं और इसलिए नियमित रूप से इसके सेवन की सलाह नहीं दी जाती है, खासकर उन लोगों को जिन्हें उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और गुर्दे की बीमारी हो। उनका तीखा मसालेदार स्वाद एसिडिटी से पीड़ित लोगों के लिए भी इसे उपयुक्त नहीं बनाता है।
@nisha checked jalapeno in hindi
Gongura leaves: Gongura leaves are an excellent source of Vitamin A which is needed to maintain healthy vision and delay the onset of cataract. Gongura is also a rich source of iron and vitamin C. While iron is needed to build haemoglobin levels and ensure proper supply of oxygen to all parts of the body, vitamin C helps in iron absorption and also builds our immunity to fight various diseases. In addition to this, they are rich in calcium. Being low on calorie scale, they are suitable for weight watchers and their low carb count make them diabetic-friendly.
गोंगुरा के पत्ते (health benefits of Gongura leaves): गोंगुरा के पत्ते विटामिन ए का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो स्वस्थ दृष्टि को बनाए रखने और मोतियाबिंद की शुरुआत को टालने के लिए आवश्यक हैं। गोंगुरा लोह और विटामिन सी का भी एक समृद्ध स्रोत है। जबकि लोह हीमोग्लोबिन के स्तर का निर्माण करके शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करता है, विटामिन सी लोह के अवशोषण में मदद करता है और विभिन्न रोगों से लड़ने के लिए हमारी प्रतिरक्षा भी बनाता है। इसके अतिरिक्त, वे कैल्शियम में भी समृद्ध हैं। कैलोरी पैमाने पर कम होने के कारण, वे वजन पर नजर रखने वालों के लिए उपयुक्त हैं और उनकी कम कार्ब की गिनती उन्हें मधुमेह के अनुकूल बनाती है।
@nisha checked gongura leaves
Lemongrass: Lemongrass is proven to be antibacterial and anti fungal. Sometimes, it is used as a mild insect repellent. Regular consumption of lemongrass helps in cleansing and detoxifying the liver, kidneys, digestive system, urinary tract and pancreas because of the presence of antioxidant quercetin in it. The same antioxidant can also help reduce the "bad" cholesterol from our body and improves blood circulation, thus exhibiting heart protecting benefits. Lemongrass also has some amounts of iron, vitamin C, phosphorus, calcium and potassium. It is also used to make ointment to improve skin texture by reducing acne, pimples and oil secretion. Thus it is a skin toner.
हरे चाय की पत्तियाँ, लेमन ग्रास (health benefits of lemongrass, hare chai ki patti): हरे चाय की पत्तियाँ एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल साबित होती हैं। कभी-कभी, एक हल्के कीट विकर्षक के रूप में इनका उपयोग किया जाता है। लेमनग्रास के नियमित सेवन से लिवर, किडनी, पाचन तंत्र, मूत्र पथ और अग्न्याशय को साफ करने और उसे डिटॉक्सीफाई करने में मदद मिलती है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट क्वेरसेटिन मौजूद होता है। यही एंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर से "खराब" कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में भी मदद कर सकता है, इस प्रकार यह हृदय की रक्षा करने वाले लाभों को प्रदर्शित करता है। लेमनग्रास में कुछ मात्रा में आयरन, विटामिन सी, फॉस्फोरस, कैल्शियम और पोटैशियम भी होता है। यह मुँहासे और तेल स्राव को कम करके त्वचा की बनावट में सुधार करता है और इसलिए मरहम बनाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार यह एक त्वचा टोनर भी है।
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Lasagne sheets: Lasagne sheets are made of maida and thus a good source of energy and carbs. It may contain some fibre, depending on the kind of flour used to make it. But it is not a very good source of other nutrients. For weight watchers we recommend to restricting its use.
लसानिया शीट (halth benefits of lasagne sheet): लसानिया शीट मैदे से बनी होती हैं और इसलिए यह ऊर्जा और कार्ब्स का एक अच्छा स्रोत है। इसमें थोडी मात्रा में फाइबर भी शामिल हो सकता है, जो इसे बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आटे पर निर्भर करता है। लेकिन यह अन्य पोषक तत्वों का बहुत अच्छा स्रोत नहीं है। वजन पर नजर रखने वालों के लिए हम इसके उपयोग को प्रतिबंधित करने की सलाह देते हैं।
@nisha checked lasagne sheet in hindi
Feta Cheese: Regardless of the type of milk used to create it, Feta cheese is a concentrated source of the nutrients naturally found in milk, including calcium and phosphorus and thus good for bone health. Feta cheese also contains small amounts of other essential nutrients such as zinc, riboflavin and potassium. Feta cheese is also easier to digest. It is a dense source of high quality protein and low in fat, thus suitable for weight watchers. However, one nutritional drawback of these reduced-fat cheeses is that they are usually higher in sodium than other full-fat natural cheese. So people with hypertension and heart disease need to monitor its consumption very closely.
Processed Cheese drawbacks : Processed cheese is generally not considered to be as healthy as natural cheese. This is because processed cheese often contains higher levels of unhealthy fats, artificial ingredients and salt. The fact that cheese is processed means that it will cause inflammation in the body. Diabetic choose low-fat processed cheeses with less than 3 grams of saturated fat per 28 grams and restrict intake. Heart patients need to avoid the excess sodium in processed cheese as it will raise blood pressure.Use Hard Cheeses instead of Processed Cheese : Cheeses like Parmesan, Cheddar, Indian Kodai cheese and Swiss can also be part of a healthy diet in moderation. While they might be higher in fat than some of the options listed above, they offer concentrated protein and calcium in smaller serving sizes.
प्रसंस्कृत पनीर (processed cheese) के नुकसान: प्रसंस्कृत पनीर को आमतौर पर प्राकृतिक पनीर जितना स्वास्थ्यवर्धक नहीं माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रसंस्कृत पनीर में अक्सर अस्वास्थ्यकर वसा, कृत्रिम सामग्री और नमक का उच्च स्तर होता है। तथ्य यह है कि पनीर संसाधित है इसका मतलब है कि यह शरीर में सूजन पैदा करेगा। मधुमेह रोगी प्रति 28 ग्राम में 3 ग्राम से कम संतृप्त वसा वाली कम वसा वाली प्रसंस्कृत चीज चुनें और इसका सेवन सीमित करें। हृदय रोगियों को प्रसंस्कृत पनीर में अतिरिक्त सोडियम से बचना चाहिए क्योंकि इससे रक्तचाप बढ़ सकता है। प्रोसेस्ड चीज़ के बजाय हार्ड चीज़ का उपयोग करें : परमेसन, चेडर, भारतीय कोडाई चीज़ और स्विस जैसी चीज़ भी सीमित मात्रा में स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकती हैं। हालाँकि उनमें ऊपर सूचीबद्ध कुछ विकल्पों की तुलना में वसा की मात्रा अधिक हो सकती है, लेकिन वे छोटे आकार में केंद्रित प्रोटीन और कैल्शियम प्रदान करते हैं।
फेटा चीज़ (Health Benefits of Feta Cheese): इसे बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले किसी भी प्रकार के दूध के बावजूद, फेटा चीज़ स्वाभाविक रूप से दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्वों का एक केंद्रित स्रोत है, जिसमें कैल्शियम और फास्फोरस शामिल हैं और इस तरह यह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। फेटा चीज़ में जस्ता, राइबोफ्लेविन और पोटेशियम जैसे अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की छोटी मात्रा भी होती है। फेटा चीज़ पचने में भी आसान होता है। यह उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का एक घना स्रोत है और वसा में कम है, इस प्रकार यह वजन पर नजर रखने वालों के लिए उपयुक्त है। पर, कम वसा वाले इस चीज़ का एक पोषण दोष यह है कि वे आमतौर पर अन्य पूर्ण वसा वाले प्राकृतिक चीज़ की तुलना में सोडियम में अधिक होते हैं। इसलिए उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को इसके सेवन पर बहुत बारीकी से नजर रखने की जरूरत होती है।
@nisha checked feta cheese.
Benefits and Issues of Mozzarella cheese. Mozzarella cheese can be part of a healthy diet in moderation, especially if you choose low-fat, low-sodium varieties and don't rely on it as your primary source of protein and calcium. Some mozzarella cheeses are processed, which means they may contain additives and preservatives that some people prefer to avoid. See our recipes using Mozzarella cheese.
मोत्ज़ारेला चीज़ के लाभ और मुद्दे ( Benefits and Issues of Mozzarella cheese) मोत्ज़ारेला चीज़ संयमित मात्रा में स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकता है, खासकर यदि आप कम वसा, कम सोडियम वाली किस्मों का चयन करते हैं और प्रोटीन और कैल्शियम के अपने प्राथमिक स्रोत के रूप में इस पर निर्भर नहीं रहते हैं। कुछ मोज़ेरेला चीज़ संसाधित होती हैं, जिसका अर्थ है कि उनमें योजक और संरक्षक हो सकते हैं जिनसे कुछ लोग बचना पसंद करते हैं। मोत्ज़ारेला चीज़ का उपयोग करके हमारी रेसिपी देखें |
Parmesan Cheese benefits | Regardless of the type of milk used to create it, parmesan cheese is a concentrated source of the nutrients naturally found in milk, including being calcium rich. Parmesan Cheese also contains a large amount of other essential nutrients such as phosphorus, zinc, riboflavin, vitamin B12 and vitamin A. It is a dense source of high quality protein.
Vinegar: Vinegar is acidic by nature due to the presence of acetic acid in it. This acetic acid is known to help in weight management and also aids in managing blood sugar levels in diabetics as it enables slow emptying in the stomach. Its acidic nature is also known to be beneficial in acting against bacteria in the digestive tract. However more research is needed in each of these fields to prove its health benefits. The negative effect of vinegar is that the acid in it can cause acid reflux and thus it can lead to or aggravate acidity.
विनेगर, सिरका (health benefits f vinegar): सिरका में एसिटिक एसिड की उपस्थिति के कारण यह प्रकृति रूप से अम्लीय होता है। यह एसिटिक एसिड वजन प्रबंधन में मदद करने और मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करने के लिए जाना जाता है क्योंकि यह पेट में धीमी गति से खाली होने में सक्षम होता है। इसकी अम्लीय प्रकृति को पाचन तंत्र में बैक्टीरिया के खिलाफ कार्य करने में भी फायदेमंद माना जाता है। हालाँकि इसके स्वास्थ्य लाभों को साबित करने के लिए इनमें से प्रत्येक क्षेत्र में अधिक शोध की आवश्यकता है। सिरका का नकारात्मक प्रभाव यह है कि इसमें मौजूद एसिड, एसिड रिफ्लक्स पैदा कर सकता है और इस तरह यह एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
@nisha checked vinegar.
Rock salt: Rock salt is less processed and hence it may contain some nutrients like potassium, zinc, magnesium etc. In Ayurveda it is used as a laxative and digestive aid. Some studies have also shown that it does not increase blood pressure, unlike common marine salt. Gargling with rock salt water is also a common remedy for sore throat. However, rock salt may be devoid of iodine, which is found in table salt. Iodine is a key nutrient required for thyroid function and metabolism. Also we do recommend consuming rock salt in limited quantities to avoid any health complications. Further more studies are necessary to prove its health benefits.
सेंधा नमक (health benefits of Rock salt): सेंधा नमक कम संसाधित होता है और इसलिए इसमें कुछ पोषक तत्व जैसे पोटेशियम, जिंक, मैग्नीशियम आदि हो सकते हैं। आयुर्वेद में इसका उपयोग एक रेचक और पाचन सहायता के रूप में किया जाता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि यह सामान्य समुद्री नमक के विपरीत, यह रक्तचाप में वृद्धि नहीं करता है। गले की खराश के लिए सेंधा नमक के पानी से गरारे करना भी एक सामान्य उपाय है। पर, सेंधा नमक आयोडीन से रहित हो सकता है, जो टेबल नमक में पाया जाता है। आयोडीन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो थायरॉयड फ़ंक्शन और चयापचय के लिए आवश्यक है। इसके अलावा हम किसी भी स्वास्थ्य जटिलताओं से बचने के लिए सीमित मात्रा में सेंधा नमक का सेवन करने की सलाह देते हैं। इसके स्वास्थ्य लाभों को साबित करने के लिए और अधिक अध्ययन अभी भी आवश्यक हैं।
@nisha checked rock salt in hindi
Falooda seeds, sabja: Falooda seeds are a good source of fibre. Thus they keep you full for long hours. The protein in it further helps boost metabolism and fat burning process. Both these together may aid in weight loss. The fibre in these tiny seeds also known for its digestive properties and can help in relief from constipation and bloating. Some research shows it can benefit in managing diabetes and heart disease too. They are a powerhouse of omega 3 fatty acids which may help reduce inflammation in the body and add glow to skin.
They are also known to have a cooling effect in the body. However do not go overboard in eating these seeds as they may cause diarrhoea or abdomen discomfort. Pregnant women are advised to steer off these seeds.
सब्जा, फालूदा के बीज Health Benefits of falooda seeds): फालूदा के बीज फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं। इस प्रकार वे आपको लंबे समय तक तृप्त रखते हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा चयापचय और वसा कम करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने में मदद करता है। ये दोनों एक साथ वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं। इन छोटे बीजों में फाइबर भी अपने पाचन गुणों के लिए जाना जाता है और कब्ज और इन्फ्लमेशन से राहत में मदद कर सकता है। कुछ शोध से पता चलता है कि यह मधुमेह और हृदय रोग के प्रबंधन में भी सहायता कर सकते हैं। वे ओमेगा 3 फैटी एसिड के एक पावरहाउस हैं, जो शरीर में इन्फ्लमेशन को कम करने और त्वचा में चमक जोड़ने में मदद कर सकते हैं। वे शरीर में शीतलन प्रभाव के लिए भी जाने जाते हैं। हालांकि इन बीजों को अत्यधिक नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे दस्त या पेट की परेशानी हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इन बीजों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
@nisha checked falooda seeds in hindi
Kashmiri garlic: Kashmiri garlic, like the regular garlic, is also rich in compound allicin. This compound has antioxidant and anti-bacterial properties both. This garlic is most known for cardiac health. It strengthens the cardiovascular system by preventing clot formation and managing blood cholesterol levels. Because it helps to relax the muscles, it can benefit to manage high blood pressure too. The allicin is also considered favourable for maintaining intestinal health. This same compound may also help in managing blood sugar levels and thus be suitable for diabetics. This mountain garlic is considered good to strengthen the immune system and thus is beneficial for people suffering from cold and cough. The sulphur compound in this garlic may also help fight chronic disease like cancer.
कश्मीरी लहसुन, एक पोथी लहसुन (health benefits of Kashmiri garlic): कश्मीरी लहसुन, लहसुन की तरह, एलिसिन नामक कम्पाउन्ड से भी भरपूर होता है। इस यौगिक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल दोनों गुण होते हैं। यह लहसुन हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे अधिक जाना जाता है। यह क्लाट फॉर्मेशन को रोककर रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रबंधित करके हृदय प्रणाली को मजबूत करता है। क्योंकि यह मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, इसलिए यह उच्च रक्तचाप को भी प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी एलिसिन को अनुकूल माना जाता है। और यह कम्पाउन्ड रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में भी मदद कर सकता है और इसलिए यह मधुमेह रोगियों के लिए उपयुक्त है। यह एक पोथी लहसुन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए अच्छा माना जाता है और इस प्रकार सर्दी और खांसी से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद जाना जाता है। इस लहसुन में सल्फर कम्पाउन्ड कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में भी मदद कर सकता है।
@nisha checked kashmiri garlic
Pistachios : Pistachios are rich in potassium (helps regulate the body's fluid balance), phosphorus (helps build bones and teeth) and magnesium (important element in the conversion of the body's energy), and are also a good source of vitamin B6 (aids protein metabolism and absorption) and thiamine (enhances energy and promotes normal appetite). These nuts are also a very good source of protein and keep you full for a long time. Like walnuts and almonds, pistachios can also cut heart disease risk. Its high monounsaturated fat content may actually lower cholesterol levels in the blood. However pistachios are often sold in salted form. Beware of this as the high sodium level will then negate the potassium content it possesses. The copper, zinc and magnesium in pistachios help to strengthen the immune system, helping us stay fit.
पिस्ता (health benftis of pistachios) : पिस्ता पोटेशियम (शरीर के द्रव संतुलन को विनियमित करने में मदद करता है), फास्फोरस (हड्डियों और दांतों के निर्माण में मदद करता है) और मैग्नीशियम (शरीर की ऊर्जा के रूपांतरण में महत्वपूर्ण तत्व) से भरपूर होता है, और यह विटामिन बी 6 (प्रोटीन चयापचय में और अवशोषण में सहायता करता है) और थायमिन (ऊर्जा को बढ़ाता है और सामान्य भूख को बढ़ावा देता है) का भी एक अच्छा स्रोत है। ये नट्स प्रोटीन का भी बहुत अच्छा स्रोत हैं और लंबे समय तक आपको भरा रखते हैं। अखरोट और बादाम की तरह पिस्ता भी हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है। इसकी उच्च मोनोअनसैचुरेटेड वसा वास्तव में रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकती है। पर पिस्ता अक्सर नमकीन रूप में बेचे जाते हैं तो इससे सावधान रहें, क्योंकि सोडियम का उच्च स्तर इसमें मौजूद पोटेशियम को नकार दे सकता है। पिस्ता में मौजूद कॉपर, जिंक और मैग्नीशियम इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं, जिससे हमें फिट रहने में मदद मिलती है।
@nisha checked pistachios in hindi
પિસ્તા (health benftis of pistachios in Gujarati) : પિસ્તા પોટેશિયમથી સમૃદ્ધ છે (શરીરના પ્રવાહી સંતુલનને નિયંત્રિત કરવામાં મદદ કરે છે), ફોસ્ફરસ (હાડકાં અને દાંતના નિમૉણમાં મદદ કરે છે) અને મેગ્નેશિયમ (શરીરના ઊર્જાના રૂપાંતરમાં મહત્વનું તત્વ), અને વિટામિન બી 6 થી (પ્રોટીન ચયાપચય અને શોષણમાં મદદ કરે છે) અને થાઇમીન (ઉર્જા વધારે છે અને સામાન્ય ભૂખને પ્રોત્સાહન આપે છે). આ નટ્સ પ્રોટીનનો પણ એક મહાન સ્ત્રોત છે અને તમને લાંબા સમય સુધી ભર પેટ રાખે છે. અખરોટ અને બદામની જેમ પિસ્તા પણ હૃદય રોગનું જોખમ ઘટાડી શકે છે. તેની ઉચ્ચ મોનોસેચ્યુરેટેડ ચરબી વાસ્તવમાં લોહીમાં કોલેસ્ટ્રોલનું સ્તર ઘટાડી શકે છે. પરંતુ પિસ્તા ઘણીવાર મીઠું ચડાવેલ સ્વરૂપે વેચાય છે, તેથી આ સાથે સાવચેત રહો, કારણ કે ઉચ્ચ સ્તરનું સોડિયમ તેમાં રહેલા પોટેશિયમને નકારી શકે છે. પિસ્તામાં હાજર કોપર, ઝીંક અને મેગ્નેશિયમ રોગપ્રતિકારક શક્તિને મજબૂત બનાવવામાં મદદ કરે છે, જે આપણને ફિટ રહેવામાં મદદ કરે છે.
@Krupali checked pistachios in Gujarati
Almond milk, badam ka doodh: Readymade unsweetened almond milk is sugar free and low in calories and carbs, though it varies with different brands. Homemade almond milk will have more protein than the store bought almond milk and thus it helps to boost metabolism. 1 cup (200 ml) of readymade almond milk has approx. 50 calories and 3.4 g of protein. Readymade almond milk has less fibre as it is usually made from unskinned almonds and is often more diluted. However, almond milk does have appreciable amounts of vitamin E, which helps to nourish the skin and prevent inflammation in the body as well. Almond milk also provides some omega 3 fatty acids which are known to benefit the heart. So weight watchers, diabetics and heart patients can also include almond milk in their diet. Some brands of readymade almond milk are fortified with calcium and vitamin D too which can help in bone strengthening. Almond milk being free of the enzyme lactase, is a good choice for people with lactose intolerance.
बादाम का दूध (almond milk, badam ka doodh): रेडीमेड सादा बादाम दूध चीनी मुक्त और कैलोरी और कार्ब्स में कम होता है, हालांकि यह विभिन्न ब्रांडों के साथ इसकी कैलोरी और कार्ब्स भिन्न होते हैं। घर पर बने बादाम के दूध में स्टोर से खरीदे गए बादाम के दूध की तुलना में अधिक प्रोटीन होगा और इस प्रकार यह चयापचय को बढ़ावा देने में मदद करता है। 1 कप (200 मि.ली.) रेडीमेड बादाम के में दूध लगभग 50 कैलोरी और 3.4 ग्राम प्रोटीन होता है। रेडीमेड बादाम दूध में कम फाइबर होता है क्योंकि यह आमतौर पर बिना छिलके वाले बादाम से बनाया जाता है और अक्सर अधिक पतला होता है। हालांकि, बादाम के दूध में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई होता है, जो त्वचा को पोषण देने और शरीर में इन्फ्लमेशन को रोकने में मदद करता है। बादाम का दूध कुछ ओमेगा 3 फैटी एसिड भी प्रदान करता है, जो हृदय को लाभ पहुंचाने के लिए जाना जाता है। तो वजन पर नजर रखने वाले, मधुमेह रोगी और हृदय रोगी बादाम के दूध को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। रेडीमेड बादाम दूध के कुछ ब्रांड कैल्शियम और विटामिन डी से भी भरपूर होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। बादाम का दूध एंजाइम लैक्टेज से मुक्त होने के कारण यह लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
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સાદું બદામનું દૂધ (almond milk, badam ka doodh) : તૈયાર સાદું બદામનું દૂધ સાકર મુક્ત અને કેલરી અને કાર્બોહાઈડ્રેટમાં ઓછું હોય છે, જોકે તેની કેલરી અને કાર્બોહાઈડ્રેટ જુદી જુદી બ્રાન્ડ સાથે બદલાય છે. હોમમેઇડ બદામના દૂધમાં સ્ટોરમાંથી ખરીદેલા બદામના દૂધ કરતાં વધુ પ્રોટીન હશે અને આમ ચયાપચય વધારવામાં મદદ કરશે. ૧ કપ (200 મિલી) તૈયાર બદામના દૂધમાં લગભગ ૫૦ કેલરી અને ૩.૪ ગ્રામ પ્રોટીન હોય છે. તૈયાર બદામના દૂધમાં ફાઇબર ઓછું હોય છે કારણ કે તે સામાન્ય રીતે છાલ વગરની બદામમાંથી બનાવવામાં આવે છે અને ઘણી વખત વધુ પાતળું હોય છે. જો કે, બદામના દૂધમાં પૂરતા પ્રમાણમાં વિટામિન ઇ હોય છે, જે ત્વચાને પોષણ આપે છે અને શરીરમાં બળતરા અટકાવે છે. બદામનું દૂધ કેટલાક ઓમેગા 3 ફેટી એસિડ્સ પણ પૂરા પાડે છે, જે હૃદયને ફાયદો કરાવવા માટે જાણીતા છે. તેથી વજન જોનારા, ડાયાબિટીસના દર્દીઓ અને હૃદયના દર્દીઓ તેમના આહારમાં બદામનું દૂધ શામેલ કરી શકે છે. તૈયાર બદામના દૂધની કેટલીક બ્રાન્ડ્સમાં કેલ્શિયમ અને વિટામિન ડી પણ હોય છે જે હાડકાંને મજબૂત બનાવવામાં મદદ કરે છે. કારણ કે બદામનું દૂધ એન્ઝાઇમ લેક્ટેઝથી મુક્ત છે, તે લેક્ટોઝ અસહિષ્ણુતા ધરાવતા લોકો માટે સારી પસંદગી છે.
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Neem leaves: Being rich in antioxidant quercetin and nimbolide, neem leaves help to protect us from free radical damage which otherwise can lead to other health complications like diabetes, heart disease, cancer etc. These antioxidants along with a few more are also used in the treatment of skin and to nourish the hair. Neem is rich in calcium and thus good for bones. A massage of neem oil on the joints helps relieve arthritic pain and reduces inflammation. Eating neem leaves enhances the immune system and maintains oral hygiene too. A paste of neem leaves and turmeric powder is effective in reducing skin pigmentation and lightening scars. A decoction made by boiling neem leaves if consumed daily helps regulate blood sugar levels too.
नीम के पत्ते (health benefits of neem leaves): एंटीऑक्सिडेंट क्वेरसेटिन और निंबोलाइड से भरपूर होने के कारण, नीम की पत्तियां हमें मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करती हैं, जो अन्यथा मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर आदि जैसी अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं को जन्म दे सकती हैं। इन एंटीऑक्सिडेंट के साथ कुछ और एंटीऑक्सिडेंट त्वचा के उपचार में भी उपयोग किए जाते हैं और बालों को पोषण देते हैं। नीम कैल्शियम से भरपूर होता है और इसलिए हड्डियों के लिए अच्छा होता है। नीम के तेल से जोड़ों पर मालिश करने से गठिया के दर्द से राहत मिलती है और इन्फ्लमेशन कम होता है। नीम के पत्ते खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मुंह की स्वच्छता भी बनी रहती है। नीम की पत्तियों और हल्दी पाउडर का पेस्ट त्वचा की रंजकता को कम करने और दाग-धब्बों को हल्का करने में कारगर है। नीम के पत्तों को उबालकर बनाया गया काढ़ा अगर रोजाना सेवन किया जाए तो यह रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
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Potato wafers, potato chips: Potato wafers are often high in salt and sodium. Moreover, being deep fried they are high in fat and thus not suitable for people with high blood pressure, diabetes, heart disease, renal diseases or obesity.
आलू के वेफर्स: आलू के वेफर्स में अक्सर नमक और सोडियम की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, तले होने के कारण वे वसा में उच्च होते हैं और इसलिए उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, गुर्दे की बीमारियों या मोटापे वाले लोगों के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं।
@nisha checked potato wafers.
Rose petals: Rose petals have found its presence in a range of beauty products. They are rich in vitamin C which helps to increase collagen production and thus lend an amazing smoothness to the skin. Some antioxidants found in them can prevent skin damage too. They have a pleasant aroma and scent that helps relieve tension and headaches in aromatherapy when applied on the face in the form of face pack, lotion, rose water or rose oil.
गुलाब की पंखुड़ियां (benefits of rose petals): गुलाब की पंखुड़ियों ने सौंदर्य उत्पादों की एक श्रृंखला में अपनी उपस्थिति पाई है। वे विटामिन सी से भरपूर होते हैं जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं और इस प्रकार त्वचा को एक अद्भुत सहजता देते हैं। इनमें पाए जाने वाले कुछ एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को होने वाले नुकसान से भी बचा सकते हैं। उनके पास एक सुखद सुगंध और खुशबू होती है जो चेहरे पर फेस पैक, लोशन, गुलाब जल या गुलाब के तेल के रूप में लगाने पर अरोमाथेरेपी में तनाव और सिरदर्द को दूर करने में मदद करता है।
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Rosewater, gulab jal: Rosewater is known as an astringent and toning properties in beauty treatments. It is thought to reduce redness by soothing enlarged capillaries just below the skin's surface. It cleanses and refreshes dry, sensitive skin safely and gently. More recently it has been introduced as a skin toner, and many people also enjoy its use in varied applications of aromatherapy in the form of face packs and lotions. Its essential oils are said to relax you and reduce stress. However some people are known to be allergic to rose water. So it is advisable to consult your doctor before using it.
गुलाब जल (Rosewater, gulab jal): गुलाब जल सौंदर्य उपचार में एक अस्ट्रिन्जन्ट और टोनिंग गुणों के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह त्वचा की सतह के ठीक नीचे बढ़े हुए केशिकाओं को आराम देकर लालिमा को कम करता है। यह सूखी, संवेदनशील त्वचा को सुरक्षित और धीरे से साफ और ताज़ा करता है। हाल ही में इसे स्किन टोनर के रूप में पेश किया गया है, और कई लोग फेस पैक और लोशन के रूप में अरोमाथेरेपी के विभिन्न अनुप्रयोगों में इसके उपयोग का आनंद लेते हैं। कहा जाता है कि इसके आवश्यक तेल आपको आराम देते हैं और तनाव कम करते हैं। पर कुछ लोगों को गुलाब जल से एलर्जी होने के लिए जाना जाता है। इसलिए सलाह दी जाती है कि इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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Snake gourd, chichinda: Snake gourd contains very few calories and fat, thus it is a suitable choice for weight watchers. It has substantial amounts of moisture, so it helps to detoxify the body. It can also create a cooling effect in the body. Being a low-carb food, diabetics can safely include it in their diet to manage blood sugar levels while getting enough nutrition.
स्नेक गॉर्ड या चिचिंडा (benefit of snake gourd, chichinda): स्नेक गॉर्ड या चिचिंडा में बहुत कम कैलोरी और वसा होती है, इसलिए यह वजन पर नजर रखने वालों के लिए एक उपयुक्त विकल्प है। इसमें पर्याप्त मात्रा में नमी होती है, इसलिएयह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। यह शरीर में शीतलन प्रभाव भी पैदा कर सकता है। कम कार्ब वाला घटक होने के कारण, मधुमेह रोगी पर्याप्त पोषण प्राप्त करते हुए रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के लिए इसे सुरक्षित रूप से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
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Whole wheat noodles: Whole wheat noodles are slightly lower in calories and carbs than refined noodles. What it has to offer is more fibre and some nutrients which many other noodles are devoid of. Thus whole wheat noodles made with loads of veggies minus the cheese is a wise choice for weight watchers and heart patients. Diabetics can also enjoy these noodles as mentioned above, but they need to restrict their portion size strictly. However, remember that whole grain noodles are not similar to whole grains. It is yet processed and will not have the same effect on blood sugar and cholesterol levels. Hence we recommend the use of whole wheat noodles only occasionally.
आटा नूडल्स, गेहूं के नूडल्स (health benefits of whole wheat noodles): परिष्कृत नूडल्स की तुलना में गेहूं के आटे के नूडल्स कैलोरी और कार्ब्स में थोड़े कम होते हैं। इसमें अधिक फाइबर और कुछ पोषक तत्व होते हैं, जो कई अन्य नूडल्स में रहित होते हैं। इस प्रकार गेहूं के आटे के नूडल्स जो बहुत सारी सब्जियों के साथ और बिना चीज़ के बनाया गया हो, वो वजन पर नजर रखने वालों और दिल के रोगियों के लिए एक बुद्धिमान विकल्प है। मधुमेह भी ऐसे नूडल्स का आनंद ले सकते हैं जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, लेकिन उन्हें अपने मात्रा के सेवन को सख्ती से प्रतिबंधित रखने की आवश्यकता है। पर, याद रखें कि आटा नूडल्स साबुत अनाज के समान नहीं है। यह फिर भी संसाधित है और रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर समान प्रभाव नहीं करेगा। इसलिए हम आटा नूडल्स का उपयोग कभी-कभार करने की सलाह देते हैं।
@nisha checked whole wheat noodles in hindi
Vanaspati, hydrogenated fat, dalda : When Vanaspati is made, trans-fatty acids are also produced; these increase the risk of heart disease and thus is best avoided.
वनस्पति, डालडा (benefits of vanaspati, hydrogenated fat, dalda in Hindi): जब वनस्पति बनाया जाता है, ट्रांस फॅटी एसिड भी बनते है; जिसका शत्यधिक मात्रा में प्रयोग करने पर, हृदय रोग होने कि आशंका बढ़ जाती है और इसलिये इसका सेवन न करने में ही समझदारी है।
@nisha checked vanaspati in Hindi.
benefits of soya granules, soya chunks.
- Soy granules are rich in vitamins, minerals, isoflavones and lecithin, nutrients proven to help lower cholesterol, prevent cancer and loss of bone mass.
- Soy is strongly recommended for diabetics, expectant mothers, growing children, cardiac patients, weight-watchers and the aged.
- A 100 percent vegetarian high quality protein source that does wonders for young and old.
- Especially great for growing children, as it provides critical vitamins, minerals, fibre and protein.
- Eating more high-fiber foods like fruits, vegetables, whole grains and soy nuggets helps to lose weight.
- Soy granules are one of the best non-fish sources of essential omega-3 fatty acids, which may help reduce the risk of coronary heart disease.
- Soy protein may provide positive results for people with high blood pressure.
- Soy protein is beneficial to women in post-menopausal years.
- Soy is low in fat and sodium, and may help reduce the risk of heart disease.
सोया ग्रेन्यूल्स, सोया चन्कस् के फायदे | benefits of soya granules, soya chunks |
- सोया ग्रेन्यूल्स विटामिन, खनिज, आइसोफ्लेवोन्स और लेसिथिन से भरपूर होते हैं, ये पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने, कैंसर को रोकने और हड्डी के द्रव्यमान को कम करने में मदद करने के लिए सिद्ध होते हैं।
- मधुमेह रोगियों, गर्भवती माताओं, बढ़ते बच्चों, हृदय रोगियों, वजन पर नजर रखने वालों और वृद्धों के लिए सोया की जोरदार सिफारिश की जाती है।
- सोया 100 प्रतिशत शाकाहारी उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत है जो युवा और वृद्धों के लिए चमत्कार करता है।
- बढ़ते बच्चों के लिए विशेष रूप से बढ़िया है, क्योंकि यह महत्वपूर्ण विटामिन, खनिज, फाइबर और प्रोटीन प्रदान करता है।
- अधिक उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और सोया नगेट्स खाने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
- सोया ग्रेन्यूल्स आवश्यक ओमेगा-3 फैटी एसिड के सबसे अच्छे गैर-मछली स्रोतों में से एक हैं, जो कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए सोया प्रोटीन सकारात्मक परिणाम प्रदान कर सकता है।
- सोया वसा और सोडियम में कम है, और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
સોયા ગ્રાન્યુલ્સના ( સોયા ચન્કસ્) ફાયદા | benefits of soya granules, soya chunks |
- સોયા ગ્રાન્યુલ્સ વિટામિન્સ, મિનરલ્સ, આઇસોફ્લેવોન્સ અને લેસીથિનથી ભરપૂર છે, પોષક તત્વો કોલેસ્ટ્રોલને ઓછું કરવામાં મદદ કરે છે, કેન્સર અને હાડકાના જથ્થાને નુકશાન અટકાવે છે.
- ડાયાબિટીસના દર્દીઓ, સગર્ભા માતાઓ, વધતા બાળકો, હૃદયરોગના દર્દીઓ, વજન જોનારાઓ અને વૃદ્ધો માટે સોયાની ભારપૂર્વક ભલામણ કરવામાં આવે છે.
- સોયા એ 100 ટકા શાકાહારી ઉચ્ચ ગુણવત્તાવાળા પ્રોટીન સ્ત્રોત છે જે યુવાન અને વૃદ્ધો માટે અજાયબીઓ કરે છે.
- ખાસ કરીને ઉગતા બાળકો માટે ઉત્તમ, કારણ કે તે મહત્વપૂર્ણ વિટામિન્સ, ખનિજો, ફાઇબર અને પ્રોટીન પ્રદાન કરે છે.
- ફળો, શાકભાજી, આખા અનાજ અને સોયા નગેટ્સ જેવા ઉચ્ચ ફાઇબરવાળા ખોરાક ખાવાથી વજન ઘટાડવામાં મદદ મળે છે.
- સોયા ગ્રાન્યુલ્સ આવશ્યક ઓમેગા -3 ફેટી એસિડના શ્રેષ્ઠ બિન-માછલી સ્ત્રોતો પૈકી એક છે, જે કોરોનરી હૃદય રોગના જોખમને ઘટાડવામાં મદદ કરી શકે છે.
- સોયા પ્રોટીન હાઈ બ્લડ પ્રેશર ધરાવતા લોકો માટે સકારાત્મક પરિણામો પ્રદાન કરી શકે છે.
- સોયામાં ચરબી અને સોડિયમની માત્રા ઓછી હોય છે અને તે હૃદય રોગના જોખમને ઘટાડવામાં મદદ કરી શકે છે.
Soya milk, also known as soy milk, is a popular plant-based alternative to cow's milk. Lactose-Free: Soya milk is naturally lactose-free, making it an excellent choice for individuals who are lactose intolerant or have a dairy allergy. Low in Saturated Fat: Soya milk is typically low in saturated fat, which can be beneficial for heart health. Cholesterol-Free: Soya milk is naturally cholesterol-free, which can be advantageous for heart health and reducing the risk of cardiovascular diseases.
सोया दूध, जिसे सोया दूध के नाम से भी जाना जाता है, गाय के दूध का एक लोकप्रिय पौधा-आधारित विकल्प है। लैक्टोज-मुक्त: सोया दूध प्राकृतिक रूप से लैक्टोज-मुक्त है, जो इसे उन लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है जो लैक्टोज असहिष्णु हैं या जिन्हें डेयरी एलर्जी है। संतृप्त वसा में कम: सोया दूध में आमतौर पर संतृप्त वसा कम होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल मुक्त: सोया दूध प्राकृतिक रूप से कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है और हृदय रोगों के खतरे को कम कर सकता है।