वर्णन
ताड़ का तेल खाने लायक वनस्पति तेल है जो ताड़ के फल के गुदे से बनता है( ईलाईस ग्यूनीस्)। ताड़ का तेल प्राकृतिक रुप से लाल रंग का होता है, क्योंकि इसमे अधिक मात्रा मे बीटा-कॅरोटीन होता है, लेकिन उबालने के बाद केरोटीनॉई़ड्स नष्ट हो जाते है और तेल का रंग साफ गो जाता है। ताड़ का तेल उन वनस्पति तेल मे से है, जिनमे सैच्यूरेटड फॅट कि मात्रा ज़्यादा होती है (जैसे पाल्म कर्नल का तेल और नारियल का तेल) और इसलिये सामान्य तापमान पर भी यह गाढ़ा होता है। सभी वनस्पति तेल कि तरह, ताड़ के तेल को कलेस्ट्रॉल मुक्त बनाया गया है। इस तेल का खाना बनाने मे, मार्जरीन बनाने मे और अन्य खाद्य पदार्थ मे प्रयोग किया जाता है। चूँकि ताड़ के तेल मे अन्य सैच्यूरेटड तेल जैसे सोयाबीन का तेल, कॉर्न का तेल और सनफ्लावर का तेल कि तुलना में यह कम सैच्यूरेटड होता है, इसका ऑक्सीडेशन नही होता और उच्च तापमान पर समान रहता है, इसलिये यह तलने के लिय उपयुक्त होता है।
अफरीका और दक्षीणपुर्व एशिया में बनने वाला यह ताड़ का तेल खाना बनाने के लिये प्रयोग किया जाता है। ताड़ का तेल बेहतरीन, पौष्टिक, ट्राँस फॅट से मुक्त खाना बनाने का, तलने और बेक करने के लिये उपयुक्त होता है।
चुनने का सुझाव
• पारीष्कृत किये हुए बेरंग ताड़ के तेल कि जगह लाल रंग का ताड़ का तेल चुने क्योंकि पारषीकरण से इस तेल के स्वास्थ्य गुण धुल जाते है।
• अगर व्यचजन के लिये बहुत ज़्यादा ज़रुरी हो तो ही ताड़ का तेल खरीदें, वरना अन्य पौष्टोक विकल्प जैसे जैतून का तेल, कनोला का तेल या राईस ब्रैन का तेल चुने।
• समापन कि दिनाँक और आहारतत्व लेबल ज़रुर जाँच लें। सफेट बादल जैसे कण या बुलबुले प्रस्तुत होने से तेल ना खरीदें।
रसोई मे उपयोग
• ताड़ का तेल उत्कट अफरीकन तेल है, वह जैतून का तेल भूम्यसागरीय खाने मे प्रयोग किया जाता है और मक्ख़न उत्तर युरोपियन खाने में।
• मोआम्बे सॉस और पाल्म बटर सूप एैसे व्यंजन है जिनमे पाल्म के बीज से उके साथ-साथ, दोनो इसके गुदे और तेल का प्रयोग किया जाता है।
• ताड़ के तेल का प्रयोग सब्ज़ी पकाने के लिये और साथ ह सूप और स्ट्यू बनाने के लिये किया जाता है।
• यह तेल उच्च तापमान पर समान रह सकता है, इसलिये इसका प्रयोग तलने और बेक करने के लिये किया जाता है।
संग्रह करने के तरीके
ताड़ के तेल को गहरे रंग के काँच या प्लास्टिक कि बोतल मे रखें। बोतल को ठंड और सूखी जगह पर रखें।
स्वास्थ्य विषयक
• ताड़ के तेल और ताड़ के बीज के तेल मे, किसी बी वसा कि तरह, ग्लीसरोल युक्त फॅटी एसिड होते है। दोनो मे अधिक मात्रा मे सैच्यूरेटड फॅटी एसिड होता है, क्रमंशः 50% और 80%।
• विश्व स्वास्थ्य संगठन कहते है कि इस बात का प्रमाण है कि ताड़ के तेल का उपयोग करने से हृदय रोग होने क आशंका बढ़ जात है। इसलिये इसका प्रयोग ना करें।
• ताड़ का तेल वटामीन ई के परीवार का भाग- टोकोट्राईनोल का सर्वश्रेष्ठ स्तोत्र है।
• लाल ताड़ का तेल, बेरंग या पारीष्कृत ताड़ के तेल कि तुलना मे लाभदायक होता है।