कश्मीरी लहसुन को हाथों से हल्का-सा कुचला जा सकता है और फिर इसका छिलका निकालकर ऐसे ही खाया जा सकता है। वैकल्पिक रूप से, आप अपनी पसंद के व्यंजनों में इसे जोड़ सकते हैं।
कश्मीरी लहसुन, एक पोथी लहसुन संग्रह करने के तरीके
कश्मीरी लहसुन / एक पोथी लहसुन को कमरे के तापमान पर एक ठंडी, सूखी जगह में एक एयर-टाइट कंटेनर में रखा जा सकता है।
कश्मीरी लहसुन, एक पोथी लहसुन के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of Kashmiri garlic, Himalayan garlic, single clove garlic, ek pothi lahsun in Hindi)
कश्मीरी लहसुन, लहसुन की तरह, एलिसिन नामक कम्पाउन्ड से भी भरपूर होता है। इस यौगिक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल दोनों गुण होते हैं। यह लहसुन
हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे अधिक जाना जाता है। यह क्लाट फॉर्मेशन को रोककर
रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रबंधित करके हृदय प्रणाली को मजबूत करता है। क्योंकि यह मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, इसलिए यह
उच्च रक्तचाप को भी प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी एलिसिन को अनुकूल माना जाता है। और यह कम्पाउन्ड रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में भी मदद कर सकता है और इसलिए यह
मधुमेह रोगियों के लिए उपयुक्त है। यह एक पोथी लहसुन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए अच्छा माना जाता है और इस प्रकार
सर्दी और खांसी से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद जाना जाता है। इस लहसुन में सल्फर कम्पाउन्ड
कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में भी मदद कर सकता है।
छिले हुए कश्मीरी लहसुन (peeled kashmiri garlic)
कश्मीरी लहसुन को हल्के हाथों से मसल लें। इसका छिलका निकाल ले और छिलके को फेंक दें। आवश्यकतानुसार प्रयोग करें।