कोकम ( Kokum )

कोक़म क्या है ? ग्लॉसरी | इसका उपयोग | स्वास्थ्य के लिए लाभ | रेसिपी | Viewed 84465 times

कोकम क्या है? What is kokum, dried kokum, dry kokum in Hindi?

रसोई, औषधीय और उद्योग के प्रयोग संबंधित गार्किनिया या कोकम एक फल का पेड़ है। इसके फल गहरे रंग के, जामूनी से लेकर काले रंग के, चिपचिपे और तेड़े-मेड़े किनारे वाले होते हैं। इसके फल को बेचने से पहले, अकसर आधा काटकर धुप में आधा सूखाया जाता है और इसका प्रयोग भारतीय पाकशैली में मसाले की तरह किया जाता है।

इसके धुप में सूखाए हुए विकल्प को आमसल, कोकम या कोकाम कहते हैं और इसका प्रयोग अकसर महाराष्ट्रियन, कोन्कन और गुजराती पाकशैली में किया जाता है। इसे खाने में मिलाने से यह खाने को गुलाबी से बैंगनी रंग प्रदान करता है और खट्टा-मीठा स्वाद प्रदान करता है। करी और अन्य व्यंजन में प्रयोग करने के लिए यह इमली का एक अच्छा विकल्प है।



अन्य नाम

सूखा कोकम



अर्द्ध सूखे कोकम (semi dried kokum)
भिगोया हुआ कोकम (soaked kokum)
आधे सूखे कोक़म को पानी में भिगोकर गुदा निकालना ज़रुरी होता है, जो खाने को खट्टा स्वाद प्रदान करता है। यह प्रक्रीया सूखी इमली से इमली का गुदा बनाने के समान होती है।

कोकम चुनने का सुझाव (suggestions to choose kokum, dried kokum, dry kokum)

• इमली के समान, कोकम सूखा या फल के रुप में मिलते हैं।
• गहरे रग वाले कोकम चुनें। इसका रंग जितना गहरा होता है, कोकम उतना ही बेहतर होता है।
• थोक में खरीदते समय, इस बात का ध्यान रखें कि वग बर्तन अच्छी तरह बंद हो जिससे कोकम को धूल या कंकड़ से बचाया जा सके।
• हो सके तो इसे हल्का सूंघ कर देखें। इसमें किसी भी प्रकार के खराब होने वाली खुशबु नहीं आनी चाहिए (जो यह दिखाता है कि बेचने से पहले कोकम को अच्छी तरह सूखाया नहीं गया है)।

कोकम के उपयोग रसोई में (uses of kokum, dried kokum, dry kokum in Indian cooking)


• इसका प्रयोग अकसर गुजरात, महाराष्ट्र और कोन्कन के अन्य श्रेत्र में पारंपरिक व्यंजन में किया जाता है।
• गोवा, महाराष्ट्र और अन्य आस-पास के श्रेत्र में, गर्मी से बचने के लिए, गर्मीयों के मौसम में, कोकम शरबत के बड़े ग्लास को परोसा जाता है।
• कोकम में इमली जैसी खट्टापन प्रदान करने वाले गुण होते हैं, खासतौर पर, नारियल से बनी करी, दाल और आलू, भिन्डी आदि जैसी सब्ज़ी से बने व्यंजन के स्वाद को निखारने के लिए।
• इसका प्रयोग चटनी और अचार में भी किया जाता है। ऐसा करते समय, छिलके को काटा नहीं जाता लेकिन इसे साबूत मिलाया जाता है। नमक अच्छी तरह जांच कर लें कयोंकि यह काफी नमकीन होते हैं। पत्थर की अच्छी तरह जांच कर लें क्योंकि छिलके में अकसर पत्थर रह जाते हैं।



कोकम संग्रह करने के तरीके

• आप सूखे कोकम को हवा बद डब्बे में रखकर सालभर तक रख सकते हैं।



कोकम के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of kokum, dried kokum, dry kokum in Hindi)

कोकम को एसिडिटी के इलाज के लिए दादी माँ के नुस्खे रूप में जाना जाता है। कोकम में पाया जाने वाला हाइड्रॉक्सीसिट्रिक एसिड, एक कम्पाउन्ड है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और भूख को दबाने के लिए जाना जाता है, इस प्रकार यह मोटापे को नियंत्रित करने और दिल को बनाए रखने के लिए काम करता है। कोकम का शक्तिशाली कम्पाउन्ड 'गार्सीनोल' में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। कोकम का जूस एक प्यास बुझाने वाला पेय है जिसका शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है। कोकम और मधुमेह पर अनुसंधान स्पष्ट नहीं है, इसलिए इसे न आज़माना अच्छा होगा। कोकम के विस्तृत लाभ पढें।