सोया का तेल ( Soy oil )

सोया का तेल ( Soy Oil ) Glossary | Recipes with सोया का तेल ( Soy Oil ) | Tarladalal.com Viewed 34480 times

वर्णन
सोयाबीन को तोड़कर, नमी कि मात्रा समयोजित कर इन्हे फ्लैक्स् मे रिल किया जाता है और फिर रसापनीक हैग्ज़ेन के साथ घोल बनाकर सींचा जाता है जिससे सोयाबीन का तेल बनता है। तेल को बाद मे पारीष्कृत कर विभिन्न प्रयोग के लिये मिलाया जाता है और कभी हाईड्रोजीनेट किया जाता है। दोनो तरल और हाईड्रोजीनेटड रुप मे सोयाबीन तेल भारत से बाहार बेचा जाता है जो वनस्पति तेल के रुप मे खाना बनाने के लिये और भिन्न प्रकार प्रक्रामण खाद्य पदार्थ मे प्रयोग किया जाता है।

सोयाबीन का तेल बहुत ही मशहुर है क्योंकि यह सस्ता, पौष्टिक और इसका स्मोकिंग पाईन्ट अधिक होता है। सोयाबीन के तेल मे ज़्यादा सैच्यूरेटड फॅट नही होता है। अन्य वनस्पति तेल कि तरह, सोयाबीन तेल मे भी कालेस्ट्रॉल नही होता है। फिर भी इसके संग्रहण का समय बढ़ाने के लिये या ठोस आकार मे बनाने के लिये, इसे अक्सर हाईड्रोजीनेट किया जाता है। इस क्रीया मे हानीकारक ट्रांस फॅट उत्तपन्न होते है जो रक्त मे कलेस्ट्रॉल कि मात्रा बढ़ाकर हृदय रोग कि आशंका बढ़ा देते है। खाद्य पदार्थ बनाने वाले आजकल इस प्रकार के पदार्थ से ट्रांस फॅट निकालने कि कोशिश कर रहे हैं।

चुनने का सुझाव
• खाना बनाने के लिये सोयाबीन का तेल बोतल या प्लास्टिक के पाउच मे मिलता है।
• हल्के सुनहरे रंग वाला और किसी भी प्रकार के रंग मे बदलाव, साथ ही तेल में बादल जैसे दाग या कण दिखने पर एैसा तेल ना चुने।

रसोई मे उपयोग
• क्योंकि सोयाबीन का तेल काफी हद तक बेस्वाद और सुगंध मुक्त होता है, इसलिये यह बेकिंग के लिये उपयुक्त माना जाता है।
• आचार बनाने मे सोयाबीन तेल का प्रयोग किया जाता है।
• इसका प्रयोग अक्सर सलाद ड्रैसिंग बनाने मे, सेण्डविच स्प्रैड, मार्जरीन, ब्रैड, मयोनीज़, नॉन डेयरी कॉफी क्रीमर, बेकिंग मिक्स और नाश्ता बनाने मे किया जाता है।
• सियाबीन का स्मोकिंग पाईन्ट अधिक होने के कारण इसका तलने मे प्रयोग किया जाता है।

संग्रह करने के तरीके
• सोयाबीन के तेल को ठंडी और जहरे रंग कि जगह पर रखें।
• तलने के बाद बचे हुए तेल का बार-बार प्रयोग ना करें क्योंकि दुबारा गरम करने से तेल का रसायनिक मिश्रण प्रभावित होता है और तेल जल्दी खराब हो जाता है।
• तेल कि बोतल या तेल के धातु बर्तन को बिना खोले साल भर तह रखे जा सकते है। लेकिन खोलने के बाद, तेल का दो महीने के अंदर प्रयोग कर लें, क्योंकि इसके बाद तेल खराब हो सकता है और खाने योग्य नही होता।
• हो सकते तो तिल के तेल जो कॅन से निकालकर काँच कि बोतल मे निकाल लें, जिससे तेल मे धातु का स्वाद नही मिलता; प्लास्टिक के बर्तन का प्रयोग ना करें क्योंकि तेल मे प्लास्टिक का स्वाद मिल सकता है।

स्वास्थ्य विषयक
• सोयाबीन के तेल को सींचने के बाद भी इसमे ऑक्सीकरण तत्व प्रस्तुत होते है। यह ऑक्सीकरण तत्व तेल को खराब होने से बचाते है।
• सोयाबीन तेल ट्रायग्लीसराईड्स मे मुख्य अनसैव्यूरेटड फॅट हैं 7% अल्फा लिनोलेनिक एसिड (सी-18:3), 51% लिनोलेईक एसिड (सी-18:2) और 23% ओलेँक एसिड (सी-18:1)। साथ इसमे सैच्यूरेटड फॅट प्रस्तुत होता है, नामकः 4% स्टीएरीक एसिड और 10% पाल्मिटिक एसिड।