हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय की रेसिपी देखने के लिए यहां क्लिक करें। हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय | हर्बल चाय के फायदे | घर पर काढ़ा बनाने की विधि | अदरक तुलसी की चाय -सर्दी के लिए | homemade herbal tea in hindi | with 17 amazing images.
भारतीय हर्बल चाय अनेकों स्वास्थ्य लाभ के साथ एक प्राकृतिक पेय है। साथ में, बुखार, सर्दी और खांसी से तंग शरीर को फिर से जीवंत करने के लिए आदर्श सामग्री का एक संग्रह है। जानिए घर पर काढ़ा बनाने की विधि।
यह ताजा हर्बल चाय हर्ब से भरपुर और शहद के स्वाद से भरा गरमा गरम पेय बूखार आने पर आपको तरो-ताज़ा महसुस करवाने के लिए पर्याप्त है। जड़ी-बूटियों की रानी तुलसी, चबाने पर सबसे अच्छी होती है। हालाँकि, आप इसका सेवन पानी में उबाल कर भी कर सकते हैं जैसा कि इस चाय में किया जाता है। फाइटोन्यूट्रिएंट्स यूजेनॉल और सिनेोल एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में काम करके अपना जादू चलाते हैं।
अदरक तुलसी की चाय -सर्दी के लिए गले के लिए काफी सुखदायक है। जहाँ तुलसी और अदरक के गुण खाँसी और संस्वीकरण को आराम प्रदान करने के लिए माने जाते हैं, बहुत कम लोगो को यह ज्ञात है कि पुदिना में प्रस्तुत विटामीन सी भी सर्दी-ज़ूखाम से आराम प्रदान करने के लिए जाना जाता है।
घर का बना हर्बल चाय बनाने के लिए, तुलसी, पुदिना और अदरक को मिक्सर में मिलाकर, बहुत ही कम पानी का, मिक्सर मे डालकर प्रयोग कर दरदरा पीस लें। इस पेस्ट को एक नॉन-स्टिक सॉस-पॅन में निकालें, ११/२ कप पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें और ५ से ७ मिनट तक, बीच-बीच में हिलाते हुए उबाल लें। मिश्रण को छन्नी से छान लें और शहद डालकर अच्छी तरह मिला लें। तुरंत परोसें।
इसके अलावा, गिंजरोल अदरक में मुख्य जैव सक्रिय यौगिक पदार्थ है जो प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली चाय में उपयोग किया जाता है जो इसके औषधीय गुणों के लिए जिम्मेदार है। इस में पावरफुल प्रज्वलनरोधी और एंटीऑक्सिडेंट प्रभाव होते हैं। यह स्वस्थ भारतीय गर्म पेय विभिन्न बीमारियों के खिलाफ आपकी प्रतिरक्षा बनाने के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार में से एक है।
आप दिन में २ से ३ बार इस घर पर बने काढ़ा पर घूंट ले सकते हैं। हमने इसमें शहद मिलाया है क्योंकि शहद में एंटी-माइक्रोबियल लाभ भी होते हैं जो बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करता है। आप चाहें तो अपनी पसंद के अनुसार शहद की मात्रा को समायोजित कर सकते हैं।
होममेड हर्बल चाय के लिए टिप्स। 1. सामग्री को एक दरदरा पेस्ट में मिलाएं ताकि वे पानी में अच्छी तरह से उबल सकें और उनके लाभकारी यौगिकों को मुक्त कर सकें। 2. कढ़ा गर्म या उष्ण परोसें, लेकिन ठंडा नहीं।
क्या हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय स्वस्थ है?
हाँ, यह स्वस्थ है।
आइये समझते हैं हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय की रेसिपी की सामग्री।
क्या अच्छा है।
1. तुलसी की पत्तियाँ (Benefits of Tulsi Leaves, Holy Basil in Hindi): तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी से राहत देने में मदद करते हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और अन्य बीमारियों से दूरी बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं। पेट में पीएच (pH) का संतुलन बनाए रखने के कारण, यह अम्लता (एसिडिटी ) को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी में कुछ फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो कैंसर से बचाने के लिए जाने जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण, यह शरीर को डिटॉक्स भी करते हैं। खाली पेट तुलसी का पानी सबसे प्रभावी होता है। तनाव, चिंता और अवसाद से मुक्त स्वस्थ शरीर के लिए तुलसी के पानी के सेवन की आदत बना लें।
2. पुदीने के पत्ते (Benefits of Mint Leaves, Pudina in Hindi): पुदीना (mint leaves) अनुत्तेजीक (anti-inflammatory) होने के कारण पेट में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करता है। ताजा पुदीना और लेमन टी जैसे हेल्दी ड्रिंक पर गर्भवती महिलाओं के लिए जी मिचलने के एहसास को दूर करने का सबसे अच्छा विकल्प है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ए (आर.डी.ए. का 10%) और विटामिन सी (20.25%) खांसी, गले में खराश और जुखाम से राहत दिलाने के लिए काम करते हैं। पुदीना एक ऐसी सब्जी है जो कैलोरी, कार्ब्स या वसा को जमा किए बिना पौष्टिक व्यंजन बना सकता है। असल में यह जो प्रदान करता है वो है फाइबर। पुदीने की पत्तियों के विस्तृत लाभ पढें।
3. अदरक, अद्रक (Benefits of Ginger in Hindi): अदरक कन्जेशन, गले की खराश, सर्दी और खांसी के लिए एक प्रभावी इलाज है। यह अपाचन को ठीक करता है और कब्ज से भी राहत देता है। अदरक को माहवारी के दर्द (menstrual pain) से राहत देने में दवाओं के रूप में प्रभावी पाया गया है। अदरक उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले रोगियों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद करता है। अदरक गर्भवती महिलाओं में जी मचलने (nausea) के लक्षणों को काफी कम करता है। अदरक के 16 सुपर स्वास्थ्य लाभ के लिए यहाँ पढें।
4. शहद (benefits of honey in hindi): शहद, एक प्राकृतिक स्वीटनर, मधु मक्खी द्वारा बना गया एक गाढ़ा रस है जो ऊर्जा बढ़ाने का काम करता है। एक टेस्पून शहद (20 ग्राम) 60 कैलोरी देता है लेकिन वस्तुतः कोई प्रोटीन, वसा और फाइबर नहीं देता है । इसे युगों से एक पारंपरिक औषधि माना जा रहा है। इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण बैक्टीरिया से लड़ने और सर्दी और खांसी जैसे संक्रमण को रोकने के लिए जाना जाते है। कुछ शोधों से यह भी पता चलता है कि शहद में मौजूद पॉलीफेनोलिक यौगिक दिल की रक्षा करने में मदद करते हैं।
ध्यान दें : 1 कप = 200 मिलीलीटर (बाजार में आसानी से उपलब्ध है)। प्रत्येक घटक का ग्राम में वजन भिन्न होता है।
क्या डायबिटीज के मरीज, दिल के मरीज और अधिक वजन वाले लोग हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय पी सकते हैं?
हाँ आप कर सकते हैं। तुलसी बहुत दिल और मधुमेह के अनुकूल है। स्वस्थ तुलसी चाय के एक कप के साथ अपनी सुबह शुरू करने का शानदार तरीका। वजन घटाने के लिए तुलसी चाय। तुलसी के पत्ते एक बहुत ही ताज़ा जड़ी बूटी है। जबकि तुलसी का पानी इस जड़ी बूटी के सभी लाभों को पुनः प्राप्त करने में मदद करता है, तुलसी चाय समान रूप से सहायक है। एक स्वस्थ तुलसी के लिए तुलसी चाय का एक गर्म कप सबसे अच्छा हर्बल क्यूपा है।
क्या स्वस्थ व्यक्ति हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय पी सकते हैं?
हाँ, यह एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए एक उत्तम स्वस्थ चाय है। अपना दिन शुरू करने का शानदार तरीका।
एक कप हर्बल टी रेसिपी | घर का बना हर्बल चाय से आने वाली 12 कैलोरी कैसे बर्न करें?
चलना (6 किमी प्रति घंटा) = 4 मिनट
दौड़ना (11 किमी प्रति घंटा) = 1 मिनट
साइकिल चलाना (30 किमी प्रति घंटा) = 2 मिनट
तैरने की (2 किमी प्रति घंटा)= 2 मिनट
नोट: ये मूल्य अनुमानित हैं और प्रत्येक व्यक्ति में कैलोरी बर्निंग में अंतर है।
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