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गुजराती आम का पन्ना रेसिपी | कैरी का पन्ना | ताज़ा आम पन्ना | चीनी के साथ आम पन्ना एक सुखदायक पेय है। जानिए कैसे बनाएं कैरी का पन्ना।
गुजराती आम का पन्ना केसर को १ टेबल-स्पून पानी के साथ एक बाउल में अच्छी तरह मिला ले और एक तरफ रख दें। एक प्रैशर कुकर में कच्ची कैरी को ११/२ कप पानी के साथ मिलाकर, ४ सिटी तक प्रैशर कुक कर लें। पुरी तरह ठँडा होन दें। ठंडा करने के बाद, छिलकर गुदे को निकाल लें। इस गुदे को शक्कर के साथ मिलाकर मिक्सर में मुलायम होने तक पीस लें। इसे एक गहरे बाउल में निकाल लें, केसर-पानी का मिश्रण, इलायवी पाउडर और काला नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें। ३ कप ठंडा पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें। इस पेय की समान मात्रा को ४ अलग-अलग ग्लास में डालें। तुरंत परोसें।
एक गिलास ताज़ा आम पन्ना से ज़्यादा ताज़ा और कुछ नहीं है। यह ठंडा और मज़ेदार, खट्टा-मीठा और सभी तरह से पर्याप्त होता है। उबली हुई कच्ची कैरी से बना और इलायची और केसर के स्वाद से भरा, यह ठंडक प्रदान करने वाला गर्मी का पेय आपके शरीर में पानी कम होने से बचाता है।
सबसे अच्छी बात यह है कि आप पहले कैरी का पन्ना को बनाकर फ्रिज में रख सकते हैं, जिससे जब भी आपका मन करे, आप इसे बनाकर पी सके।
केसर इस चीनी के साथ आम पन्ना के रंग और आंखों की अपील को जोड़ता है, जबकि पेय में इलायची पाउडर और काला नमक का एक स्फूर्तिदायक स्वाद भी है। चीनी कच्चे आमों के खट्टेपन को पूरी तरह से संतुलित करती है, इस प्रकार यह देशी पेय पीढ़ियों से पसंदीदा है।
गुजराती आम का पन्ना के लिए टिप्स 1. रंग और स्वाद बढ़ाने के लिए केसर के लिए गर्म पानी का उपयोग करना पसंद करें। 2. कच्चे आम के गूदे को निचोड़ते समय बीज को निकालना और छोड़ना सुनिश्चित करें। 3. जब तक चीनी पूरी तरह से कच्चे आम के पल्प के साथ मिल जाए तब तक मिश्रण को अच्छी तरह से पीस लें।
क्या गुजराती आम का पन्ना स्वस्थ है?
नहीं, यह स्वस्थ नहीं है। आइए देखें क्यों।
आइये समझते हैं गुजराती आम का पन्ना की रेसिपी की सामग्री।
क्या अच्छा है।
1. कच्चे आम, कच्ची कैरी (health benefits of raw mangi, kacchi kairi): कच्चे आम को कच्ची कैरी कहा जाता है। यह विटामिन सी का समृद्ध स्रोत है, इस प्रकार यह प्रतिरक्षा को मजबूत बनाने और बीमारियों से लड़ने, आपकी त्वचा में चमक जोड़ने, मसूड़ों से रक्तस्राव को ठीक करने और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होता है। कैलोरी में कम होने के कारण, वे चयापचय को बढ़ावा देने में मदद करते हैं और वजन पर नजर रखने वालों द्वारा इसका सेवन किया जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर इसे हृदय रोगियों के लिए भी एक स्वीकार्य विकल्प बनाता है। कच्चे आम विटामिन ए, पोटेशियम और बी विटामिन का भी एक उचित स्रोत हैं। कच्चे आम को नमक के साथ खाने से प्यास पर काबू पाने में मदद मिलती है, सनस्ट्रोक को हराया जा सकता है और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाया रख जा सकता है। उष्णकटिबंधीय देशों में, शरीर को ठंडा रखने के लिए चीनी, पानी और इलायची के साथ कच्चे आम के पल्प का सेवन किया जाता है।
2. इलायची के फायदे: इलायची में आवश्यक तेल होता है जो बैक्टीरिया को मारने के लिए जाना जाता है। इलायची की यह रोगाणुरोधी शक्ति पेट की कुछ समस्याओं जैसे कि पेट दर्द और गैस आदि से राहत दिलाने में मदद करती है। इलायची की मीठी पर तेज़ सुगंध इसे हैलिटोसिस (सांसों की दुर्गंध) को नियंत्रित करने के लिए एकदम सही बनाती है। इलायची में खनिज मैंगनीज रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद जाना गया है। इलायची के विस्तृत लाभ पढें।
3. काला नमक, संचल: चूँकि सफेद नमक कि तुलना मे काला नमक मे सोडियम कि मात्रा कम होती है, इसे उच्च रक्तचाप के मरीज़ो या कम नमक के आहार खाने वालों के लिये सुझाव किया जाता है। यह आँत संबंधी गैस कि तकलीफ से आराम प्रदान करने के लिये जाना जाता है। आयुर्वेद में काला नमक को ठंडक प्रदान करने वाला माना जाता है, और इसलिये यह एसिडिटी मे आराम पहुँचाता है। इसे रेचक औषधि और खाना पाचाने के लिये प्रयोग किया जाता है।
4. केसर ( Saffron ) : केसर का प्रयोग अकसर आयुर्वेदिक चिकित्सा में गठिया रोस और दमा से लेकर अनुर्वता और पुरुषत्वहीनता के उपचार के लिए किया जाता है। केसर को पेट को स्वस्थ रखने के लिए बहुमुल्य माना जाता है।
समस्या क्या है।
चीनी, शक्कर (Benefits of Sugar in Hindi): खाने में इस्तेमाल की जाने वाली चीनी को सफेद जहर भी कहा जाता है। यह शून्य पोषण मूल्य के साथ एक सिम्पल कार्बोहाइड्रेट (simple carbohydrate) है। सेवन करने पर, चीनी शरीर के इन्फ्लमेशन (inflammation in the body) का कारण बन सकती है, जिसका असर कई घंटों तक चलता है। यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाएगी और वसा जलने की प्रक्रिया को बंद कर देगी। इससे आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर भी बढ़ जाता है। प्रीडायबिटीज का विकास कई वर्षों से अनियंत्रित चीनी और परिष्कृत खाद्य उत्पादों (refined food products) को खाने से होता है और यदि आपके पेट की चर्बी अधिक है तो यह भी इसका एक मुख्य लक्षण है। इससे मधुमेह और आगे चलकर दिल का दौरा, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, नपुंसकता और गुर्दे की क्षति होती है।
ध्यान दें : 1 कप = 200 मिलीलीटर (बाजार में आसानी से उपलब्ध है)। प्रत्येक घटक का ग्राम में वजन भिन्न होता है।
क्या डायबिटीज के मरीज, दिल के मरीज और अधिक वजन वाले लोग गुजराती आम का पन्ना का सकते हैं?
नहीं, चीनी ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाएगी। अपने आहार में चीनी से बचें।
क्या स्वस्थ व्यक्ति गुजराती आम का पन्ना का सकते हैं?
नहीं, चीनी आपके लिए अच्छी नहीं है। तुलसी चाय, मसाला छाछ, लो फैट छाछ, चॉकलेट बादाम का दूध और नीम का जूस जैसे भारतीय पेय चुनने के लिए स्वस्थ हैं।
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एक ग्लास गुजराती आम का पन्ना में उच्च है।
1. विटामिन बी 1: विटामिन बी 1 नसों की रक्षा करता है, कार्बोहाइड्रेट चयापचय में मदद करता है, हृदय रोगों से बचाता है और लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने में मदद करता है।
2. विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन): विटामिन बी 2 लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में सक्षम बनाता है जो आपकी ऊर्जा के स्तर में वृद्धि में योगदान करते हैं। इसलिए दूध, दही, अंडे और हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा लें।
3. विटामिन सी: विटामिन सी खांसी और जुकाम के खिलाफ हमारीरोग प्रतिरोधक शक्ति बढाता है।
नोट: एक नुस्खा एक विटामिन या खनिज में उच्च तब माना जाता है, जब वह 2,000 कैलोरी के आहार पर आधारित 20% या उससे ऊपर की दैनिक आवश्यकता (recommended daily allowance) को पूरा करता है।
एक ग्लास गुजराती आम का पन्ना से आने वाली 140 कैलोरी कैसे बर्न करें?
चलना (6 किमी प्रति घंटा) = 42 मिनट
दौड़ना (11 किमी प्रति घंटा) = 14 मिनट
साइकिल चलाना (30 किमी प्रति घंटा) = 19 मिनट
तैरने की (2 किमी प्रति घंटा)= 24 मिनट
नोट: ये मूल्य अनुमानित हैं और प्रत्येक व्यक्ति में कैलोरी बर्निंग में अंतर है।