लादी पाव ( Ladi pav )
लादी पाव, पाव, बन पाव क्या है ? ग्लॉसरी | इसका उपयोग | स्वास्थ्य के लिए लाभ | रेसिपी |
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अन्य नाम
बन पाव/पाव
लादी पाव, पाव, बन पाव क्या है? What is ladi pav, pav, bun pav in Hindi?
मुम्बई में लादी पाव आम खाद्य सामग्री है और इसका प्रयोग बहुत से व्यंजन में किया जाता है, खासतौर पर नाश्ते में। जैसा इसका नाम है, इसमें 2 से 3 पाव के कतार होते हैं या ब्रेड को मिलाकर स्लैब या लादी के रुप में जमाया जाता है। यह एक नरम ब्रेड है, जिसे 2 अलग रंग में रखा जाता है। उपरी भाग का रंग मलाईसार भुरा होता है और नीचे का भाग सफेद रंग का और पएरी भाग की तुलना में कम फूला हुआ होता है। इसका स्वाद स्लाईस्ड ब्रेड या ब्रेड लोफ की तरह होता है। इसे बनाने का मुख्य सामग्री मैसा या गेहूँ का आटा होता है। अन्य सामग्री जैसे नमक, पानी, खमीर, स्टेबलाईज़र और प्रीज़र्वेटीव का भी प्रयोग किया जाता है।
गेहूं से बनी लादी पाव
यह बन ब्रेड मैदा की जगह संपूर्ण गेहूं के आटे से बनाये जाते हैं। इसका रंग अंदर और बाहर से भुरा होता है, लेकिन यह सफेद ब्रेड की तरह फूला हुआ होता है। पौष्टिक रुप से यह बेहतर होता है क्योंकि इसमें भरपुर मात्रा में रेशांक होता है, जो मैसा से बने लादी पाव में नहीं होता। मधुमेह से पीड़ीत के साथ जो वजन कम करने की कोशिश कर रहे व्यक्ति के लिए यह अच्छा विकल्प है। यह आसानी से बाज़ार में नहीं मिलता, लेकिन आप बेकरी में पहले से आर्डर दे सकते हैं। कुछ व्यक्ति घर पर बनाकर भी बेचते हैं।
लादी पाव, पाव, बन पाव चुनने का सुझाव (suggestions to choose ladi pav, pav, bun pav)
• लादी पाव बाज़ार में विभिन्न आकार के पैकेट में आसानी से मिलता है। अगर पाव बड़ा है, तो वह अकसर एक साथ 6 के सेट में मिलते हैं; और अगर वह छोटे आम आकार के हैं तो 8 के सेट में मिलते हैं। आपको यह अकसर पोलीथीन बैग में पेक किये हुए मिलते हैं, और चूंकी यह लोकल बेकरी में बनते हैं, यह बिना किसी ब्रेन्ड नाम के मिलते हैं।
• बेकरी में, हमेशा ताज़े बेक किये हुए लादी पाव मिलते हैं।
• बाज़ार से खरीदते समय, खरीदने से पहले पैक करने के दिनांक की जांच कर लें।
• आप ब्रेड की सूगंध से इसके ताज़गी की जांच कर सकते हैं।
• पुराने ब्रेड में फफूंद लगा होता है और इन्हें कभी खाना नही चाहिए।
लादी पाव, पाव, बन पाव के उपयोग रसोई में (uses of ladi pav, pav, bun pav in Indian cooking)
• लादी पाव आमतौर पर खाने के साथ खाया जाता है, खासतौर पर मुम्बई में।
• मक्ख़न में सेके हुए लादी पाव को गरमा गरम तीखी भाजी के साथ परोसा जा सकता है, जिसे मशहुर पाव भाजी कहते हैं।
• दुसरा मनपसंद वड़ा पाव, एक सवादिष्ट और तीखा महाराष्ट्रियन नाश्ता है, जहाँ तले हुए आलू से बने वड़े को स्लाईस किये हुए लादी पाव के बीच लहसुन की चटनी लगाकर सेन्डविच किया जाता है।
• दाबेली जिसे डबल रोटी भी कहा जाता है, एक पसंदीदा गुजराती नाश्ता है, जहाँ कच्चे केले या आलू के भरवां मिश्रण को पाव के बीच मसाले और चटनी के साथ रखा जाता है।
• लादी पाव को मक्ख़न में तलकर स्वादिष्ट मसाला पाव बनाया जा सकता है, जिसमें थोड़े मसाले या नींबू डाला जाता है।
• पाव को 6 या 7 चौकोर टुकड़े में काटकर थोड़े तेल में भुन लें। नमक और अन्य मसाले डालकर स्वादिष्ट नाश्ता बनाऐं।
• लादी पाव का प्रयोग बर्गर बनाने के लिए बर्गर बन की जगह भी किया जाता है।
लादी पाव, पाव, बन पाव संग्रह करने के तरीके • लादी पाव को ताज़ा खाना बेहतर होता है।
• फिर भी, अआप बचे हुए लादी पाव को प्लास्टिक फिल्म में लपेटकर ब्रेड बॉक्स् में रखकर कम समय के लिए फ्रिज में रख सकते हैं।
• गरम और नमी युक्त जगह पर रखी गई लादी पाव पर फफूंद लग सकती है। इसलिए ऐसे वातावरण से दूर रखें।
लादी पाव, पाव, बन पाव के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of ladi pav, pav, bun pav in Hindi)मैदे से बनी होती है जिसे संसाधित किया जाता है और इस प्रकार कार्बोहाइड्रेट में उच्च होता है और इसलिए ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत भी होता है। पर, ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्केल पर उच्च होने के कारण, मोटापे और मधुमेह वाले लोगों को इसके सेवन की सलाह नहीं दी जाती है। इसके अलावा, सफेद ब्रेड अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से रहित है क्योंकि वे मैदे के प्रसंस्करण में खो जाते हैं।