वर्णन
सलाद के ड्रैसिंग मे किसी भी प्रकार के खाने के तेल को वनस्पति का तेल कहते हैं। चाहे वह मकई का तेल हो, सनफ्लाववर का तेल, सैफ्लावर का तेल, कनोला का तेल, मूँगफली का तेल, हल्का जैतून का तेल या किसी भी प्रकार का सौम्य तेल।
चुनने का सुझाव
• तेल का चुनाव अपनी-अपनी पसंद और नापसंद पर निर्भर करता है।
• सलाद के ड्रैसिंग या सॉस के लिये किसी भी प्रकार का खाने का तेल चुनें।
• वनस्पति के तेल मे ठोस कण होने चाहिए जो फ्रिज मे रखने पर जम सकते हैं।
रसोई मे उपयोग
• वनस्पति के तेल का अलग-अलग प्रकार के सलाद ड्रैसिंग बनाने मे किया जाता है, साथ ही मशहुर मेयोनीज़ में भी। यह सलाद के ड्रैसिंग को मुलायम और आसानी से फैलने मे मदद करता है।
• वनस्पति का तेल सलाद कि सामग्रीयो को ढ़ककर उनका स्वाद बढ़ाता है और मुलयाम रुप प्रदान करता है।
• मेयोनीज़ मे लगभग 80% वनस्पति का तेल प्रस्तुत होता है, जो इसे गाढ़ा बनाता है।
• अन्य प्रकार के सलाद के ड्रैसिंग में लगभग 35-50% तेल होता है, जो स्टार्च पेस्ट का स्वाद बढ़ाकर पदार्थ को गाढ़ा बनाने मे मदद करता है।
संग्रह करने के तरीके
• तेल के नाज़ूक स्वाद, रंग और आहार तत्व को बनाये रखने के लिये तेल को अच्छी तरह संग्रह करना ज़रुरी है।
• वनस्पति का तेल अन्य प्रकार के तेल कि तरह होता है जो हवा, रोशनी और गर्माहट से आसानी से खराब हो सकता है।
• इसलिये तेल को ठंडी और गहरे रंग कि जगह पर रखें और अच्छी तरह बंद करें।
स्वास्थ्य विषयक
• इसमे अधिक मात्रा मे मोनोअनसैच्यूरेटड फॅट (अधिक्तर ओलेईक एसिड) और पौलीफीनोल होने कि वजह से जैतून का तेल स्वास्थ्य के लिये लाभदायक होता है।
• इस तेल कि उच्च ऑक्सीडेटिव स्थिरता और अधिक मात्रा मे ऑक्सीकरण रोधी होने कि वजह से यह अन्य तेल कि तुलना मे पौष्टिक होता है।