वर्णन
मक्ख़न को अक्सर उच्च कलेस्ट्रॉल, ट्रान्स फॅट, सैचूरेटड फॅट और सोडियम से संबोधित किया जाता है। लो फॅट मक्ख़न स्प्रेड में भी तरत सांद्रव और स्टॅनोल होते हैं जो कलेस्ट्रॉल के अवशोषण को बचाकर, इसे सामान्य मक्ख़न के अनुकुल पौष्टिक बनाते है।
चुनने का सुझाव
• चाहे स्टोक के रुप में बने हो या स्प्रेड के रुप में, ले फॅट मक्ख़न सभी कीराने कि दुकान में आसानी से मिल जाते हैं।
• सुनिश्चित कर लें कि मक्ख़न फ्रिज में रखा हो।
• बाज़ार में मिलते मक्ख़न के विकल्प में सैचूरेटड फॅट कम से कम मात्रा में औैर पूरी तरह से ट्रांस फॅट से मुक्त होना चाहिए।
• समापन कि दिनाँक ज़रुर जाँच लें।
रसोई मे उपयोग
• व्यंजनो में मक्ख़न को लो फॅट मक्ख़न से बदलें।
• यह मक्ख़न खाना पकाने के लिये उचित है क्योंकि इसका उच्च तापमान पर भी प्रयोग किया जा सकता है।
• लो फॅट मक्ख़न का भूनने या पकाने के लिये, पौष्टिक विकल्प के रूप में प्रयोग करें।
• बेक करने वाले व्यंजनों में लो फॅट मक्ख़न का प्रयोग पाई, केक, कैसेरोल और कई डेज़र्ट बनाने में करें।
• पिघला हुआ मक्ख़न बेक्ड पटॅटोस् के साथ योज्य रुप से खुब जजता है और पकि हरी सब्ज़ीयों के लिये अच्छा टॉपिंग है।
• नाश्ते के लिये पिघला हुआ लो फॅट मक्ख़न, ताज़े गरमा गरम पॉपकार्न पर डालने के लिये पौष्टिक विकल्प है।
संग्रह करने के तरीके
• क्योंकि यह पदार्थ जल्दी खराब हो जाता है, इसे हमेशा फ्रिज मे रखें।
• तेज़ रोशनी और नमी से दुर रखें।
स्वास्थ्य विषयक
• लो फॅट मक्ख़न सैचूरेटड फॅट और खाद्य कलेस्ट्रॉल से वंचित होता है।
• फीर भी, इसमें ट्रांस फैटौ एैसिड कि मात्रा ज़्यादा होती है जो अच्छे कलेस्ट्रॉल कि मात्रा कम कर देते हैं। इसलिये खरीदने के वक्त इस बात का ध्यान रखें कि वह ट्रांस फॅट से पुरी तरह से वंचित है।