पानी ( Water )

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वर्णन
क्या पानी के बिना जीवन है। पानी जीवन के हर पहलु के लिये ज़रुरी है, पोषण से लेकर साफ-सफाई तक। हमे पानी कि आवश्यक्ता पीने के लिये, समारे हाथ धोने के लिये, खाना बनाने के लिये, पौधो के लिये....यह क्रम कभी ना खत्म होने वालो मे से है!

चुनने का सुझाव
• इस बात का श्यान रखे कि आपको पानी संग्रह करने से पहले, अपने परीवार कि ज़रुरतों और आदतों का खयाल होना चाहिए।
• आपको यह भी निर्णय लेना होगा कि आप घर के पानी का प्रयोग करेंगे (नल का या कुँए का पानी) या बाज़ार से पानी के कॅन खरीदकर खाना बनाने और पीने के लिये प्रयोग करेंगे।
• अपको मिलने वाले पानी के गुण और अपके परीवार के सद्दयों के स्वास्थ्य अनुसार आपको यह देखना होगा कि आपको सिर्फ पानी उबालने कि आवश्यक्ता है, पानी का फिल्टर लगाने कि आवश्यक्ता है या एड्वांस आर.ओ वॉटर प्यूरीफायर लगाने कि।

रसोई मे उपयोग
• सबसे पहले पानी का प्रयोग फल, सब्ज़याँ, अनाज और दाल को बनाने से पुर्व धोने के लिये किया जाता है।
• पानी खाना बनाने का महत्वपुर्ण मध्यम है जैसे स्टिमिंग, उबालने मे और बेकिंग मे भी।
• सभी प्रकार के ठंडे या गरम पेय पदार्थ-जैसे चाय, कॉफी, शरबत आदि का आधार पानी है।

संग्रह करने के तरीके
• पानी सही तरीके के संग्रह करना बेहद ज़रुरी है, क्योंकि ताज़ा पानी मानव और अन्य जीव-जन्तु के लिये ज़रुरी है।
• किसी भी प्रकार के अशुद्ध तत्वो कि जाँच करें।
• साफ बर्तन मे रखें। पानी के बर्तन को समय-समय पर धोकर पानी बदलते रहें।
• पानी साफ करने के लिये उबालना अच्छा तरीका है। पानी को 1-3 मिनट तक उबालें। पानी ठंडा होने के बाद, साफ बर्तन मे रखें।

स्वास्थ्य विषयक
• हमे प्रकाकृतिक रुप से प्यास लगती है, और सुबह हम थोड़े निर्जलित भी होते है। इसलिये, इस प्यास का लाभ उठाकर उठते ही गिलास भर पानी पियें और अपनी ज़रुरतो को पुरा करें। यह शरीर से ज़हरीले पदार्थ निकालने मे मदद करता है, जो रात भर मे बनते है।
• प्यास लगने का इंतज़ार ना करें। आपको प्यास लगने तक आप निर्जलित हो जाते है। समय-समय पर अपने आप को याद दिलाते रहें कि आपको पानी पीना है और अपने पास पानी कि बोतल हमेशा रखें।
• मूत्रवर्धक खाने पर, जो शरीर से पानी छिनते है, यह खाने पर पानी ज़रुर पियें। अगर आप कॉफी, चाय या कॅफौन भरपूर सोडा पीते हैं तो अदिक मात्रा मे पानी पीना ज़रुरी होता है, क्योंकि एैसे पदार्थ शरीर से पानी बाहर निकालते है।
• आपके शरीर के विटामीन और आहारतत्व को पचाने और सोखने के लिये पानी ज़रुरी होता है।
• पाचन के लिये रेशांक पानी के बिना अधुरा होता है। वास्तविक रुप से बिना पानी के अच्छे रेशांक खराब हो जाते है, जिससे कब्ज़ और पेट मे दर्द होता है।
• लीवर और किडनी को पानी साफ रखने मे मदद करता है और शरीर से सारी गंदगी निकालने मे मदद करता है।
• अगर आप निर्जलित है तो आपका खून गाढ़ा होने लगता है और खून के प्राचन के लिये शरीर को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिसकि वजह से दिमागी विकास कम हो जाता है, जिससे ध्यान लगाने मे मुश्किल होती है और थकान महसुस होती है।
• दिन भर मे आँट ग्लास पानी अपके उर्जा कि मात्रा बढ़ाता है, मानसिक और शारीरीक कृति बढ़ाने मे, त्वचा को चमकता और स्वस्थ रखने मे, सरदर्द और सक्कर आने पर आराम, पाचन मे भी मदद करता है।
• पानी प्राकृतिक रुप से पेट भरा रखता है, इसलिये पानी पीने कि आदत से लंबे समय तक वजन संतुलित रखने मे मदद मिल सकती है।
• खासतौर से पानी गर्भिणी और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिये ज़रुरी होता है।
• व्यायाम करने वालो और स्वास्थ के प्रति सजक मे पानी हृदवाहिनी तनाव कम करने मे और इसकि प्रक्रिया बढ़ाने मे मदद करता है। और क्योंकि पानी शरीर का तापमान कम करता है, यह सारे व्यायाम कि क्रीया को मजबूत रखने मे मदद करता है।
• किडनी मे पत्थरी होने पर पानी ज़रुरी होता है। यह इसलिये क्योंकि पानी मूत्र मे कॅलशियम घोलता है और पत्थर बनने से रोकने मे मदद करता है।
• पुरुष और महीला मे पानी पीने से मूत्रिय ग्रंथ बिमारी मे बचाता है और शरीर से अशुद्ध तत्व निकालने मे मदद करता है।
• होंट फटने पर पानी उपयोगी होता है, को होंट को मुलायम रखने मे मदद करता है।