मैसूर मसाला डोसा 4 डोसा बनाता है, प्रत्येक 200 ग्राम।
मैसूर मसाला डोसा की कैलोरी | रेस्टोरंट स्टाइल मैसूर मसाला डोसा | मुंबई स्टाइल मैसूर मसाला डोसा के 1 dosa के लिए 539 कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल 45.5mg, कार्बोहाइड्रेट 50g, प्रोटीन 38.9g, वसा 32.8. पता लगाएं कि मैसूर मसाला डोसा रेसिपी | रेस्टोरंट स्टाइल मैसूर मसाला डोसा | मुंबई स्टाइल मैसूर मसाला डोसा रेसिपी में पाए जाने वाले फाइबर, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, फोलिक एसिड कितना है।
मैसूर मसाला डोसा रेसिपी | रेस्टोरंट स्टाइल मैसूर मसाला डोसा | मुंबई स्टाइल मैसूर मसाला डोसा | मैसूर डोसा | mysore masala dosa recipe in hindi | with 65 amazing images.
मैसूर मसाला डोसा, यह मुंबई का अपना संस्करण है। हालांकि पारंपरिक मैसूर मसाला डोसा में चटनी डोसा की विशेषता है, जिसके अंदर एक साधारण आलू मसाला डाला जाता है, मुंबई के स्ट्रीट वेंडर अधिक संस्करण पेश करते हैं, जिसमें खस्ता डोसा को एक मीठे, मसालेदार और चटपटे मैसूर की चटनी के साथ परोसा जाता है और एक अनोखे तरीके से बनाया जाता है। कटी हुई और कसी हुई सब्जी का मसाला हमारे बहुत ही पसंदीदा पाव भाजी मसाले के साथ मिलाया जाता है।
हमारी वेबसाइट पर १२९ डोसा रेसीपी का एक विशाल संग्रह है, इन विभिन्न प्रकार के डोसा रेसीपी के माध्यम से अलग अलग डोसा बना सकते है।
क्या मैसूर मसाला डोसा सेहतमंद है?
कुछ लोगों के लिए हाँ और कुछ के लिए नहीं। आगे पढ़ें। मैसूर मसाला डोसा डोसा बैटर से बनाया जाता है जिसमें उड़द दाल, कच्चा चावल और आधा उबला चावल + आलू भाजी और उड़द दाल + नारियल से बनी मैसूर चटनी होती है।
डोसा में क्या अच्छा है।
उड़द की दाल (urad dal benefits in hindi): 1 कप पकी हुई उड़द की दाल आपकी 69.30% फोलिक एसिड की दैनिक आवश्यकता कोपूरी करती है। उड़द की दाल में मौजूद फोलिक एसिड आपके शरीर में नई कोशिकाओं, विशेष रूप से लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन औररखरखाव में मदद करती है। फॉस्फोरस से भरपूर होने के कारण यह कैल्शियम के साथ मिलकर हमारी हड्डियों का निर्माण भी करतीहै। इसमें फाइबर भी भरपूर है और इसलिए यह दिल के लिए, कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए और मधुमेह के लिए अच्छा है। उड़द दाल के 10 सुपर फायदे के लिए यहाँ देखें।
चना दाल (स्प्लिट बिंगल चना, beneftis of chana dal, split bengal gram in hindi): पका हुआ चना दाल का एक कप दिन के लिए आपके प्रोटीन का 33% प्रदान करता है। चना दाल दिल और मधुमेह के अनुकूल है, फाइबर में भी समृद्ध है। चना दाल में पोटेशियम की उच्च मात्रा और सोडियम की कम मात्रा होती है जो आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी बनाता है। चना दाल के संपूर्ण लाभों पर यह लेख पढ़ें। Read this article on the complete benefits of chana dal.
नारियल (Benefits of Coconut, nariyal in Hindi): ताजा नारियल में संतृप्त वसा (saturated fats) होती है लेकिन इसका अधिकांश भाग एम.सी.टी. (मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स) होता है जो वजन घटाने को बढ़ावा देता है। नारियल के उच्च लौरिक एसिड (lauric acid) के साथ उच्च फाइबर 13.6 ग्राम (आर.डी.ए. का 45.3%) शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करता है। इंसुलिन सिक्रीशन (insulin secretion) की क्रिया में सुधार और रक्त शर्करा के स्तर को कम करना मधुमेह रोगियों के लिए नारियल का एक और लाभ है। नारियल के 10 आश्चर्यजनक लाभों के लिए यहां पढें।
समस्या क्या है?
उकडा चवाल (Benefits of Parboiled Rice, Ukda Chawal in Hindi): उकडा चावल बनाने के लिए चावल के दाने को भिगोया, भाप से पकाया और छिलके के साथ सुखाया जाता है और अंत में छिलके को हटा दिया जाता है। भाप देने की प्रक्रिया के कारण पानी में घुलनशील बी विटामिन जैसे कि थायामिन, राइबोफ्लेविन और नायासिन उकडा चवाल में जूड जाते हैं, जिससे यह सफेद चावल से बेहतर चावल माने जाते हैं। एक उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन प्राप्त करने के लिए इसे दाल के साथ मिलाना एक प्रचंड विकल्प होगा। इडली के मामले में एक अनाज-दाल का सम्मिलन (उड़द दाल के साथ उकडा चावल) एक संपूर्ण प्रोटीन के रूप में काम करता है, जिसमें आपके शरीर के लिए अनिवार्य सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड शामिल होंगे। और फिर फाइबर की मात्रा बढाने के लिए, अपनी इडली में सब्जियाँ डालें और इसे नारियल की चटनी के साथ परोसें। पर उकडा चावल में कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है और इसलिए वजन पर नजर रखने वालों और मधुमेह रोगियों के लिए अनुशंसित नहीं है। सफेद चावल और उकडा चावल आप के लिए अच्छा क्यों है यह पढ़ें?
चावल (Benefits of Rice, Chawal in Hindi): यह चावल के गुण हैं - चावल कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट का एक बड़ा स्रोत है, जो हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसके अलावा यह लस मुक्त है। चावल में फाइबर कम होता है और इसलिए दस्त से पीड़ित लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है। लेकिन चावल प्रोटीन और बी विटामिन का एक अच्छा स्रोत है।
चावल के अवगुण - चावल जैसे खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है और यह वजन घटाने के लिए, हृदय रोगियों के लिए और डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि यह रक्त शर्करा स्तर को प्रभावित करता है। पर यदि चावल को उच्च प्रोटीन या उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों के साथ जोड़ा जाए, तो ग्लाइसेमिक लोड संतुलित हो सकता है। इस प्रकार इसका कॉम्बो एक बेहतर विकल्प है जैसे हमने पांच धन खिचड़ी और तुवर दाल नी खिचड़ी में किया है। क्या आपके लिए सफेद चावल और उकडा चावल अच्छा है, यह पढें?
क्या मधुमेह रोगी, हृदय रोगी और अधिक वजन वाले व्यक्ति मैसूर मसाला डोसा खा सकते हैं?
डोसा एक मध्यम ग्लाइसेमिक इंडेक्स रेसिपी है। चूँकि, डोसा में चावल की मात्रा अधिक होती है जो सरल कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है और यह किण्वित होता है - यानी यह पहले से पच जाता है, इसलिए यह मधुमेह रोगियों, हृदय रोगियों और वजन पर नज़र रखने वालों के लिए एक स्वस्थ विकल्प साबित नहीं होता है। साथ ही इस रेसिपी में आलू की मात्रा बहुत अधिक है जो कार्ब्स को बढ़ाता है।
हेल्दी डोसा की रेसिपी कौन-सी है?
नाचनी डोसा, क्विनोआ डोसा, ओट्स डोसा, 4 फ्लॉर डोसा, पालक डोसा या कुट्टू डोसा जैसे नुस्खे आजमाएं, जिसमें चावल का बिलकुल भी उपयोग नहीं किया गया है। इसे स्वस्थ सांभर या नारियल की चटनी के साथ परोसें। पढ़िए कौन सी इडली और डोसे स्वस्थ हैं?
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