अन्य नाम
धनिया के बीज, अक्खा धनिया, कोथामल्ली वेराई
वर्णन
धनिया एक सबसे पुराने मसालों और जड़ी बूटी में से एक है। धनिया के पौधे के फल में दो बीज होते हैं, जिन्हे सूखाने के बाद इनका प्रयोग मसाले की तरह किया जाता है। पकने के बाद, बीज का रंग पीले से भुरा होता है और लंबे कीनारे होते हैं।
खड़ा धनिया का स्वाद सौम्य हल्का होता और हल्का खट्टा होता है। इसकी खुशबु सौम्य, मेवेदार, हल्की फल जैसी होती है। खड़ा धनिया बाज़ार में साल भर मिलता है, साबूत या पीसे हुए रुप में।
क्रश्ड खड़ा धनिया (crushed coriander seeds)
चुनने का सुझाव
• साफ, कड़े और टेड़े मेड़े किनारे वाले सूखे बीज चुनें, जिनका रंग क्रिम से लेकर हल्का भुरा हो और जिनकी खुशबु अच्छी होऽ
• खराब या काले दाग वाले बीज ना खरीदें।
• पत्थर या कंकड़ से मुक्त बीज, हमेशा अच्छे स्त्रोत से ही खरीदें।
• साबूत बीज खरीदना बेहतर होता है। उन्हें हलका भुनकर ज़रुरत अनुसार पीसकर पाउडर बना लें। बहुत ज़्यादा मात्रा में बीज ना रखें कयोंकि इनकी खुशबु कम हो सकती है।
रसोई में उपयोग
• बहुत से मीठे या नमकीन व्यंजन में, खडे धनिया की जगह भारतीय रसोई में अलग ही होती है।
• साबूत होने के अलावा, धनिया को पीसा भी जा सकता है। इनका पुरा स्वाद निकलाने के लिए, इन्हें पीसने से पहले अकसर भुना जाता है।
• भारतीय व्यंजन में, घी/तेल को गरम करने से शुरुआत करें, ज़ीरा या सरसों डालकर, धनिया पाउडर, हल्दी और अन्य मसाले डालें।
यह मसाला भारतीय मसाले मिश्रण का प्रमुख भाग है जैसे गरम मसाला, सब्ज़ी मसाला, साम्भर पाउडर, रसम पाउडर आदि।
• खड़ा धनयिा को सूप और ब्रोथ में डालें।
• पौष्टिक पालक से बने व्यंजन के लिए, इसे ताज़े लहसुन और खड़ा धनिया के साथ भुनें, गार्बान्ज़ो बीन्स् डालें और अधरक और जीरा का स्वाद डालें।
• गाजर, फूलगोभी, ज़कीनी, आलू और अन्य सब्ज़ीयों को मस्की, मिट्टी जैसा और ताज़ा स्वाद प्रदान करने के लिए धनिया पाउडर डालें।
• आप चावल को खड़े धनिया से सुगंधित बना सकते हैं, जहाँ आप पकाने के समय पानी में 1 टी-स्पून फिसा हुआ धनिया डाल सकते हैं या और भी तेज़ स्वाद के लिए, 2-3 टेबल-स्पून खड़ा धनिया डालें।
संग्रह करने के तरीके
• खड़ा धनिया को अपारदर्शी, हवा बंद काँच के डब्बे में रखकर ठंडी और सूखी जगह पर रखें।
• आप इसे लगभग 4साल भर तक रख सकते हैं।
स्वास्थ्य विषयक
• धनिया अपच से हुए गैस को कम करता है और भूख कम करने में मदद करता है।
• खड़ा धनिया का प्रयोग अपच से आराम प्रदान करने के लिए और सौम्य अपच संबंधित बिमारी से बचने के लिए चिकित्सक चाय बनाने के लिए किया जाता है।
• भारत में शक्कर की परत लगे खड़ा धनिया का प्रयोग सांस की बदबू से आराम प्रदान करने के लिए किया जाता है।
• धनिया इन्सुलिन के सोखने को बढ़ाकर रक्त में शक्करा की मात्रा को कम करने में मदद करता है। देखा गया तो, इसे मधुमेह विरोधी वृक्ष कहते हैं।
• साथ ही यह रक्त में खराब कलेस्ट्रॉल कम करने में और अच्छे कलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है।
• धनिया के सुजन विरोधी गुण का प्रयोग आर्थराईटीस् ठीक करने में मदद करता है। यह इस बिमारी से आराम मिलने में मदद करता है। पीसे हुए खड़ा धनिया को पानी में उबालकर घोल को पी लें।
• धनिया का प्रयोग किटाणू और फफूंदी रोग को ठीक करने के लिए किया जाता है।