• सीताफल के गुदे को छिल्के से निकालकर ऐसे ही खाने में मज़ा आता है, लेकिन इसका प्रयोग बहुत से व्यंजन मे भी किया जा सकता है।
• चूंकी यह नरम और ऊर्जा से भरपुर होता है, इसे अकसर शीशुओं को खिलया जाता है।
• सीताफल की प्युरी का प्रयोग मूस, फ्रूट सूफले और कम्पोट को स्वाद प्रदान करने के लिए किया जाता है।
• क्रश किये हुए सीताफल को ठंडे दूध के साथ मिलाकर, शाम के लिए ताज़ा पेय बनाऐं।
• अन्य फलों के साथ. इस मीठे फल का प्रयोग सिरप, स्क्वॉश, जैम और मार्मलेड बनाने के लिए करें।
सीताफल संग्रह करने के तरीके
• सीतासफल खरीदने के कुछ ही दिनों इसका प्रयोग कर लें अन्यथा यह ताजडे नहीं रहते।
• बहुत ज़्यादा पके हुए सीताफल को लंबे समय तक ना रखें, क्योंकि इसका नरम छिल्का फट जाता है, जिससे मक्खीयाँ, धूल और अन्य पदार्थ इस फल की ओर आर्कषित होते हैं। यह अन्य फलों को भी खराब कर सकते हैं।
सीताफल के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of custard apple, sitaphal, sitafal, seetaphal in hindi)
सीताफल में कई एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जैसे विटामिन सी, फ्लेवोनोइड, फेनोलिक कम्पाउन्ड आदि। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मुक्त कणों का नाश करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में सहायक होते हैं। विटामिन के की लगभग 50% दैनिक आवश्यकता सीताफल के 100 ग्राम सेवन से पूरी की जा सकती है। सीताफल मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है इसलिए 100 ग्राम सीताफल से लगभग मैग्नीशियम की 24% दैनिक आवश्यकता पूरी की जा सकती है। मैग्नीशियम तंत्रिका कार्य (nerve function) और हार्ट्बीट को बनाए रखने में मदद करता है। सीताफल
फाइबर में उच्च और सोडियम में कम होता है और उच्च रक्तचाप के लिए अच्छा होता है। सीताफल के विस्तृत लाभ पढें।