चाय का पाउडर ( Tea powder )

चाय का पाउडर ( Tea Powder ) Glossary | Recipes with चाय का पाउडर ( Tea Powder ) | Tarladalal.com Viewed 12122 times

वर्णन
चाय पाउडर चाय पत्ति का विकल्प है जिसका चाय बनाने के लिये प्रयोग किया जाता है। यह काले रंग का पाउडर होता है और बाज़ार मे आसानी से मिलता है। कुछ बड़े कण वाले होते है औे कुछ बहुत ही बारीक पाउडर रुप में। चाय पाउडर लैटिन शब्द कमिलीया सिनेसिस नामक पेड़ कि पत्ति का प्रक्रामण कर बनता है। इसमे प्रस्तुत टैनिन पदार्थ और ज़रुरी तेल चाय के स्वाद, रंग, कसैलापन और खुशबु के आधार होते है। विभिन्न प्रकार मे चाय कि पत्तीयों कि सूखाकर पीसा जाता है और चाय पाउडर बनाया जाता है। अक्सर चाय पाउडर को दालचीनी, सौंठ आदि से साथ मिलाकर स्वाद प्रदान किया जाता है। आजकल केसर भी चाय मे मिलाकर चाय को सुगंधित और स्वादिष्ट बनाया जाता है।
चाय पाउडर को गरम पानी मे डालकर, शक्कर मिलाकर उबाला जाता है और दूध मिलाकर चाय बनायी जाती है। लेकिन एक बेहतरीन चाय के कप के लिये यग ज़रुरी है कि चाय को बहुत ज़्यादा ना उबाला जाये। इससे चाय कड़वी होकर खराब हो सकती है। तेज़ स्वाद वाली चाय के लिये, बहुत देर तक चाय को ना उबालकर, थोड़ी ज़्यादा मात्रा मे चाय पाउडर डालें। चाय पाउडर को बाद मे छन्नी से छानकर चाय परोसी जाती है।

चुनने का सुझाव
• बाज़ार मे मिलने वाले भिन्न ब्रैंड नाम के अंदर विकल्प मे से चुने। आप मिली-जुली चाय पाउडर भी खरीद सकते है, जिसे दालचीनी, इलायची, सौंठ जैसे पदार्थ मिलाकर स्वादिष्ट बनाया गया हो।
• अपनी ज़रुरत अनुसार छोटे या बड़े पैकेट से चुने।

रसोई मे उपयोग
• चाय नरम करने वाला पदार्थ हैः चाय के लाभ और अन्य प्रयोग मे यह खाना नरम करने के लिये उपयुक्त होता है।
• चाय पाउडर का प्रयोग कर आईस्ड-टी भी बनायी जा सकती है। आईस्ड-टी बनाने के लिये, चाय पाउडर ाबलाकर छान लें और बर्फ के उपर डालें।
• डेज़र्ट के रुप मे चायः अक्सर खाने के बाद चाय परोसी जाती है। बहुत से बेकर और चॉकलेट बनाने वाले चाय का प्रयोग कर नये अलग व्यचजन बनाने कि कोशिश करते है।
• चाय सिर्फ स्वादिष्ट, पौष्टिक और ताज़गी प्रदान नही करती, साथ ही सभी सामग्री मे से यह विशिष्ट और मज़ेदार होती है।
• गरम पानी मे चाय पाउडर डालकर, उसमे नींबू का रस या जस्वन्त रस मिलाकर लेमन चाय या जास्मीन चाय बनायी जा सकती है।

संग्रह करने के तरीके
• चाय पाउडर को साफ और हवा बंद डब्बे मे रखना चाहिए। इन्हे सूर्य कि किरणों और नमी से दुर रखना चाहिए, क्योंकि ततेज़ धुप से इसका रंग और स्वाद फीका पड़ सकता है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चाय पाउडर निकालने के लिये गीले चम्मच का प्रयोग ना किया जाये, क्योंकि नमी से चाय पाउडर खराब हो सकता है। अच्छी तरह संग्रह करने से चाय पाउडर को इसके समापन कि दिनाँक तक रखा जा सकता है।

स्वास्थ्य विषयक
• चाय का पाउडर वैसे तो मनुष्य के लिये लाभदायक माना जाता है, लेकिन फिर भी इसकी अत्यधिक मात्रा या बहुत ही तेज़ स्वाद वाली चाय हानिकारक हो सकती है। कुछ भी खाना नियंत्रित मात्रा मे लाभदायक होता है।
• चाय पाउडर एक सौम्य उत्तेजक पदार्थ है, क्योसकि इसमे कैफेन होता है।
• चाय पाउडर मे थोड़ी मात्रा मे पोलीफिनोल, विटामीन ए, बी2, सी, डी, के और पी जैसे टॅनिक पदार्थ होते है, साथ ही बहुत से मिनरल और सुगंधित तेल।
• दिन भर मे काली चाय के 1 या 2 कप (बिना दूध और कम से कम मात्रा मे शक्कर मिलायी हुई) हार्ट अटैक से बचाते है।
• काली चाय खराब कलेस्ट्रॉल कम करने मे मदद करता है।
• चाय प्राकृतिक रुप से ताज़गी प्रदान करने वाला पदार्थ होता है और अपने आप मे ही कॅलरी मिक्त होते है, इसलिये इसे ताज़गी के लिये पीया जा सकता है।
• काम के बीच चाय का ब्रेक आराम प्रदान करता है, लेकिन साथ ही यह आपके हुदय को स्वस्थ रखने मे मदद कर सकता है, अगर आप पौष्टिक आहार के साथ व्यायाम भी करें।