अन्य नाम संचल
काला नमक, संचल चुनने का सुझाव
• यह लगभग सभी सुपर मार्केट और किराने कि दुकानों पर मिलता है।
• सूखा, बारीक और पैक किया हुआ काला नमक खरीदें।
• ध्यान रखें कि पैकेट मे बिल्कुल भी नमी ना हो कयोंकि इससे नमक के डल्ले बन जाते हैं।
• काला नमक का एक बड़ा पैकेट से छोटे-छोटे पैकेट खरीदना उचित होता हे क्योंकि इससे इसमे नमी मिलने के आशंका कम हो जाती है।
काला नमक, संचल के उपयोग रसोई में (uses of black salt, sanchal, kala namak in cooking )
भारतीय सूखे मसाले में इस्तेमाल होने वाला काला नमक | Black salt used in Indian dry masala |
1. चाट मसाला : अधिकांश चाट के मसालेदार स्वाद का राज़ होता है यह चाट मसाला। काला नमक और आमचूर पाउडर जैसे रोजमर्रा के मसालों से बने इस चाट मसाले की खुशबू बहुत इतनी प्रबल है कि जिस व्यंजन में भी इसका उपयोग किया जाता है उसकी ओर हम तुरंत ही आकर्षक हो जाते हैं।
2. छोले मसाला पाउडर : आपकी खुद की छोले मसाला पाउडर बनाने की विधि में आनंद, ताजगी है। सुगंधित और स्वाद जो आपको घर के बनाये हुए छोले मसालापाउडर से मिलता है, वह उस दुकान से खरीदे जाने वाले छोले के मसाला पाउडर के पैकेट से बेहतर है।
3. पेरी पेरी मसाला रेसिपी : पेरी पेरी का मतलब है काली मिर्च! भारतीय शैली पेरी पेरी मसाला बनाने में बहुत आसान है और इसे 5 मिनट में बनाया जा सकता है। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति हैं जो मसालेदार भोजन पसंद करता है, तो मुझे यकीन है कि आप इस पेरी पेरी मसाला नुस्खा को पसंद करने जा रहे हैं।
4. पाव भाजी मसाला रेसिपी : पाव भाजी मसाला पाउडर रेसिपी सूखी भुनी कश्मीरी सूखी लाल मिर्च, धनिया के बीज, लौंग, जीरा, सौंफ, दालचीनी और इलायची द्वारा बनाई गई है। पाव भाजी मसाला बनाने के लिए इन मसालों को फिर आम पाउडर और काले नमक के साथ मिश्रित किया जाता है।
• इसका मसाले के रपु मे विभिन्न प्रकार के चाट, रायता, चटनी, आदि बनाने मे प्रयोग किया जाता है।
• साथ ही, कुछ नाश्ते जैसे पुदीने वाली पानी-पुरी में मुख्या सामग्री के रुप में इसका प्रयोग होता है।
• काफी भारतीय तले हुए नाश्ते काला नमक को उनमे स्वाद मिलाने के लिये प्रयोग किया जाता है। इसे नाश्ते पर छिड़का जाता है जिससे उनमे विशिष्ट काला नमक का स्वाद भर जाता है।
• बाज़ार मे मिलने वाले विभिन्न नाम के चाट मसाले का मुख्य सामग्री काला नमक होता है।
काला नमक संग्रह करने के तरीके• काला नमक तुरंत नमी सोख लेता है, इसलिये, पैकेट खोलने के बाद, इसे काँच या प्लास्टिक के हवा बंद डब्बे मे रखें।
• प्रतयेक उपयोग के बाद, डब्बे को अच्छी तरह बंद करें।
डब्बे से नमक निकालने के लिये गीले चम्मच का प्रयोग ना करें, वरना नमाक के डल्ले बन जायेंगे।
काला नमक, संचल के फायदे, स्वास्थ्य विषयकआयुर्वेद में काला नमक को ठंडा माना जाता है और यह लीवर में पित्त के उत्पादन को भी बढ़ाता है जो हार्टबर्न को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह आंतों की गैस की परेशानी को कम करने के लिए भी जाना जाता है। चूंकि काला नमक में सोडियम का स्तर नमक की तुलना में कम होता है, इसलिए इसे उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए निर्धारित किया जा सकता है। इसमें मौजूद पोटेशियम मांसपेशियों में ऐंठन को शांत कर सकता है। पर चूंकि काला नमक आयोडीन का एक अच्छा स्रोत नहीं होता है, इसलिए इसे दैनिक उपयोग और उच्च मात्रा में उपयोग करने की अनुशंसा नहीं की जाती है। इसके अलावा इसमें मौजूद फ्लोराइड डेंटल फ्लोरोसिस का कारण बन सकता है। काला नमक की अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त भी हो सकते हैं। इसलिए यह अनुशंसा की जाती है कि प्रति दिन 6 ग्राम से अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। उच्च रक्तचाप वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि इसका सेवन डॉक्टर की देखरेख में ही करें।