मलाई ( Cream )

मलाई ग्लॉसरी |स्वास्थ्य के लिए लाभ, पोषण संबंधी जानकारी + मलाई की रेसिपी( Glossary & Recipes with Cream in Hindi) Tarladalal.com Viewed 7499 times







वर्णन जब दूध को उबालकर ठंडा करते है तो उपर एक मोटी परत बन जाती है। वसा और प्रोटीन से भरपूर इस परत को निकाल दिया जाता है। इस विधी को दो बार दोहराकर हल्के पीले रंग का मक्खन-वसा से भरपूर को मलाई कहते है। यह नरम और मुलायम दूध से बना पदार्थ, करी और ग्रेवी मे स्वाद भरने के साथ-साथ उनकि मात्रा भी बढ़ाता है। प्राचीन दिनो मे, बिना एकसारकृत किये हुए दूध को एक बर्तन मे १२ घंटो तक रखकर, उसमे से मालई निकाली जाती थी। और भी गाढ़ी मलाई २४ घंटो के बाद निकाली जाती है, जिसे डबल क्रीम भी कहते है। भैंस का दूध अक्सर चूना जाता है क्योंकि इसका स्वाद ज्यादा अच्छा होने के साथ-साथ, इसमे वसा कि मात्रा ज्यादा होती है। घर पर बनी मलाई को एक बर्तन मे निकालकर एक हफ्ते तक संग्रह किया जाता है। रसोई मे उपयोग • आईस-क्रीम, सॉस, सूप और कुछ कस्टर्ड के आधार में, साथ ही बेकिंग मे, मलाई का प्रयेग किया जाता है। • मलाई को अक्सर कॉफी, लस्सी और मिल्कशेक मे मिलाया जाता है। • फलों को काटकर मलाई के साथ मिलाया जा सकता है। एक कप ठंडी स्ट्रॉबेरी मलाई के साथ बेहतरीन लगती है। • मेथी मटर मलाई जैसी सब्ज़ीयों में यह चार चाँद लगा देती है। • मलाई काफी मिठाईयो कि मुख्य सामग्री है, जैसे मलाई पेठा, रस मलाई और मलाई कुल्फी। • घी बनाने के लिये जब मलाई को फेंटा जाता है, तब एक ह्लका खट्टा पदार्थ मिलता है जिसे छाछ कहते है। इसे और भी खट्टा कर काफी व्यंजनो में मिलाया जा सकता है या आटे मे गूँथा या एैसे ही पीया जा सकता है। संग्रह करने के तरीके • मलाई को फ्रिज के दरवाज़े मे ना रखकर फ्रिज के खाने मे रखें। • जमी हुई मलाई का प्रयोग नही करना चाहिए क्योंकि यह व्यंजन खराब कर सकती है। • अक्सर जमी हुई मलाई के वसा मे बदलाव आ जाते है, जिससे व्यंजन का रुप बदल सकता है। मलाई हमेशा बर्तन मे रखकर उसे ढ़क दे क्योंकि दूद से बने पदार्थ आसानी से सुगंध अपना लेते है। स्वास्थ्य विषयक • वजन बढ़ाने के लिये मलाई को आहार में शामिल करने का सुझाव दिया जाता है। • नियंत्रित मात्रा मे मलाई खाना सेहत के लिये अच्छा होता है किंतु अत्यधिक मात्रा से मोटापा और अन्य बिमारीयाँ हो सकती है।