सोया चंक्स रेसिपी
सोया चंक्स रेसिपी संग्रह। शाकाहारियों के लिए आम तौर पर अपने दैनिक प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन शामिल करना मुश्किल होता है। भले ही भारतीय लोग दाल का नियमित सेवन करते है, फिर भी प्रोटिन की मात्रा का सेवन कम होता है। यहाँ सोया चंक्स काम आते हैं। सोया चंक्स को सोयाबीन के आटे से बनाया जाता है। इस आटे को धूप में सुखाकर सोया चंक्स बनते है। ये चंकस् न केवल प्रोटीन, बल्कि कैल्शियम, आयरन और ओमेगा -3 फैटी एसिड का भी एक समृद्ध स्रोत हैं।
सोया चंक्स का उपयोग कैसे करें
चूंकि चंक्स सूखे होते हैं इसलिए उन्हें 15 से 20 मिनट के लिए गरम पानी में भिगोना पड़ता है। एक बार जब चंक जब नरम हो जाने के बाद उसका पानी निचोड़ कर वे उपयोग करने के लिए तैयार होते हैं। यहां तक कि इन्हें भिगोते समय नमक भी मिला सकते हैं क्योंकि इनका अपना कोई स्वाद नहीं होता है।
भारतीय सोया सब्ज़ी रेसिपी
राजस्थानी स्टाईल कद्दू और सोया की सब्ज़ी
आलू जैसी कुछ सब्जियों जिसमें अतिरिक्त कार्ब्र्स होते है उसे सोया चंक्स से बदला जा सकता है जैसे राजस्थानी स्टाइल कड्डू और सोया की सब्ज़ी जिसमें सोया चंक्स और कद्दू का मिश्रण वास्तव में पकवान की खूबसूरती निखारता है। सोया मटर नरियाल ग्रेवी जो हरे मटर और नारियल को मिलाकर बनने वाले स्वादिष्ट करी है, उसे आप फुल्का रोटी या पराठों के साथ खा सकते हैं। शाही सोया सब्ज़ी, जो अलग-अलग सुगंधित मसालों से बनाई जाती है, इसमें पनीर के स्थान पर सोया चंक्स का उपयोग करेगें तो ऊंगलियाँ चाटते रह जाएगे। यदि आप एक सूखी सब्ज़ी बनाना चाहते हैं, तो आप पंचकुटी शाक बना सकते हैं, एक गुजराती सब्ज़ी जिसको विभिन्न सब्जियों के साथ नारियल और धनिया के अधार से बनाया जाता है।
अविश्कारिक सोया चंक्स रेसिपी
चना सोया मसाला
बहुत सारे मांसाहारी जो अब शाकाहारी हो गए हैं वे हमेशा अपने भोजन में कूछ विकल्प डालने की तलाश में रहते हैं। सोया मटर पुलाव में सोया चंक्स का उपयोग करके आप मांस को पौष्टिक सोयाबीन के साथ बदल रहे हैं। चना सोया मसाला बनाने के लिए चनों के साथ-साथ सोया नगेट्स और मसालों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। दपका कढ़ी में तली हुई बेसन के गोलों के उपयोग करने के बजाय, आप इस अविश्यकारिक सोया मटर कढ़ी में सोया नगेट्स डालकर लोगों को प्रभावित कर सकते हैं जो टमाटर और प्याज के स्वाद का दावा करता है।
सोया चंक्स का उपयोग कर स्नैक्स रेसिपी
अपने आप में सोया चंक्स में कोई विशेष स्वाद नहीं होता है और इसलिए इसे किसी भी चीज के साथ जोड़ा जा सकता है और यह जायके को पूरी तरह से अनुकूल और अवशोषित करेगा। कई मायनों में आप इस विशेषता का उपयोग कर सकते हैं. मेरे पसंदीदा रेसिपी में से एक है ओरिएंटल सोया और बेबीकॉर्न यह एक नमकीन, लहसुनी स्वाद देता है और इसमें आप अपनें मनपसंद कोई भी वेजीटेबल डाल सकते हैं। आप सोया टिक्की मालवानी ग्रेवी के साथ भी बना सकते हैं, जो टिक्की, सोया चंक्स, आलू और गाजर से बनायी जाती है और नारियल आधारित ग्रेवी में मिलाई जाती है। यदि आप ग्रेवी नहीं बनाना चाहते हैं तो यह भी ठीक है क्योंकि टिक्की का स्वाद अपने आप में स्वादिष्ट होता है।
सोया ग्रेन्यूल्स, सोया चन्कस् के फायदे | benefits of soya granules, soya chunks |
- सोया ग्रेन्यूल्स विटामिन, खनिज, आइसोफ्लेवोन्स और लेसिथिन से भरपूर होते हैं, ये पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने, कैंसर को रोकने और हड्डी के द्रव्यमान को कम करने में मदद करने के लिए सिद्ध होते हैं।
- मधुमेह रोगियों, गर्भवती माताओं, बढ़ते बच्चों, हृदय रोगियों, वजन पर नजर रखने वालों और वृद्धों के लिए सोया की जोरदार सिफारिश की जाती है।
- सोया 100 प्रतिशत शाकाहारी उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत है जो युवा और वृद्धों के लिए चमत्कार करता है।
- बढ़ते बच्चों के लिए विशेष रूप से बढ़िया है, क्योंकि यह महत्वपूर्ण विटामिन, खनिज, फाइबर और प्रोटीन प्रदान करता है।
- अधिक उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और सोया नगेट्स खाने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
- सोया ग्रेन्यूल्स आवश्यक ओमेगा-3 फैटी एसिड के सबसे अच्छे गैर-मछली स्रोतों में से एक हैं, जो कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए सोया प्रोटीन सकारात्मक परिणाम प्रदान कर सकता है।
- सोया वसा और सोडियम में कम है, और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।