• यह सादा या किसी भी प्रकार के चीज़ या जैम के साथ स्वादिष्ट लगता है।
• कुछ व्यक्ति डायजेस्टीव बिस्कुट का सेवन चाय या कॉफी मे डुबोकर नरम कर खाते है।
• इन्हे चुरकर इसका प्रयोग चीज़ केक जैसे व्यंजन में क्रैकर करस्ट बनाने के लिये किया जा सकता है।
डायजेस्टीव बिस्कुट संग्रह करने के तरीके
• खोलने के बाद इसे हवा बंद डब्बे मे रखकर सामान्य तापमान मे रखें।
इसे हवा या नमी से दुर रखें क्योंकि यह नरम हो सकते है और चिपचिपे भी हो सकते है।
खोलने के बाद इन्हे 2-3 हफ्ते के लिये रखा जा सकता है।
डायजेस्टीव बिस्कुट के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of digestive biscuit in hindi)
• इनमे रीफाईन्ड कार्ब शुगर कि मात्रा ज़्यादा होती है और इनका ग्लाईसमिक ईन्डेक्स भी ज़्यादा होता है, जिसका मतलब है कि यह रक्त मे शक्करा की मात्रा तेज़ी से बढ़ा सकते है, जिससे अत्यधिक मात्रा मे ईन्सुलिन बनता है और अचानक रक्त मे शक्करा की मात्रा कम हो जाती है।
• इसमे रेशांक की मात्रा ज़्यादा होती है क्योंकि इसमे साबूत अनाज का प्रयोग किया जाता है साथ ही कुछ मात्रा मे अनाज का धान भी होता है।
क्रश्ड किया हुआ डायजेस्टीव बिस्कुट (crushed digestive biscuit)
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बिस्कुट को हाथों से या कपड़े के बीच रखकर हथौड़ी मार कर करश किया जाता है। कपड़े में रखकर ज़्यादा बारीक पदार्थ मिलता है।