>
• टेबल पर काली मिर्च का मिल तैयार रखें, जिससे आप सूप, सलाद और सेन्डविच जैसे व्यंजन में ज़रुरत अनुसार काली मिर्च मिला सकते हैं।
• ताज़ी पिसी काली मिर्च को हमेशा खाना बनाने के अंत में डालें क्योंकि इसे लबे समय तक पकाने से इसका स्वाद फीका पड़ जाता है।
• खास काली मिर्च वाले स्वाद के लिए, पनीर के टिक्के पर काली मिर्च छिड़कें।
• जैतून के तेल, नींबू के रस, नमक और काली मिर्च पाउडर को मिलाकर स्वादिष्ट सलाद ड्रेसिंग बनाऐं।
ताजी पिसी काली मिर्च संग्रह करने के तरीके
• काली मिर्च को हवा बद काँच के बर्तन में रखकर ठंडी, गहरे रग की और सूखी जगह पर रखें।
• साबूत काली मिर्च को लंबे समय तक रखा जा सकता हैम वहीं पिसी हुई काली मिर्च को लगभग 3 महीने के लिए रखा जा सकता है।
• काली मिर्च को फ्रीज़र में भी रखा जा सकता है, लेकिन ऐसा करने से इसका स्वाद और भी तेज़ हो जाएगा।
ताजी पिसी काली मिर्च के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of freshly ground black pepper, kalimirch powder, kali mirch ka powder in hindi)
काली मिर्च की पहचान पेट में पाचक रसों और एंजाइमों को उत्तेजित करने के लिए की गई है, जिससे पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। काली मिर्च में जो जीवाणुरोधी प्रकृति (antibacterial nature) पाई गई है, वह ठंड और खांसी से राहत देने में मदद करती है, खासकर जब काली मिर्च को शहद के साथ मिक्स किया जाता है। काली मिर्च रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में भीमदद कर है क्योंकि यह इंसुलिन संवेदनशीलता (insulin sensitivity) में सुधार करती है। तो
मधुमेह और
वजन पर नजर रखने वाले लोग काली मिर्च से लाभ उठा सकते हैं। कालीमिर्च चयापचय को भी बढ़ावा देती है और वसा कोशिका को तोडने में बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। जी हां, इसमें मौजूद पेपरिन मोटापा या वजन घटाने में आपकी मदद कर सकता है।