ताजी पिसी काली मिर्च ( Freshly ground black pepper )

ताजी पिसी काली मिर्च क्या है ? ग्लॉसरी, ताजी पिसी काली मिर्च का उपयोग, स्वास्थ्य के लिए लाभ, रेसिपी  Viewed 19119 times

अन्य नाम
काली मिर्च का पाउडर, काली मिरी पाउडर

ताजी पिसी काली मिर्च क्या है?


काली मिर्च एक प्रकार के मिर्च के पेड़ से उत्पन्न होता है, जो एक मुलायम, लकड़ी जैसा बेल है जो गरम मौसम वाले गजह पर लगभग 33 फीट तक बड़ा हो सकता है। शुरुआत में इनमें 3-4 साल के बाद छोटे सफेद रंग के फूल होते हैं और बाद में यह बेरीस् बन जाते हैं जिन्हें पैपरकॉर्न कहते हैं। पीसे हुए पैपरकॉर्न को हम काली मिर्च कहते हैं।देखा गया तो, काली मिर्च, हरी काली मिर्च और सफेद काली मिर्च एक ही फल है (पाईपर निगरुम); इनके रंग में बदलाव इनके उत्पन्न होने के स्तर और प्रक्रीया पर निर्भर करता है।

लाल रंग के मिर्च के आधे पके फल को तोड़ने से काली मिर्च मिलती है। इन्हें बाद में सुखाया जाता है, जिससे यह सिकुड़ कर काले रंग के हो जाते हैं। काली मिर्च सबसे तेज़ होती है और सभी प्रकार के मिर्च से इसका स्वाद सबसे तेज़ होता है और यह साबूत, टुकड़ा या पाउडर रुप में भी मिलते हैं।

खाने के लिए काली मिर्च का प्रकार सबसे ज़्यादा मशहुर है और यह अकसर देखा गया है कि बहुत से खाने के टेबल में काली मिर्च पीसने वाली मिल रखी जाती है। तैयार काली मिर्च पाउडर की तुलना में इसका स्वाद ज़्यादा बेहतर होता है। क्रश की हुई काली मिर्च सलाद, सूप, सेन्डविच या चाय के कप के साथ के लिए पर्याप्त है। यह ना केवल स्वाद प्रदान करता है, लेकिन सात ही भूख बढ़ाने में भी मदद करता है और फेफड़ो के लिए भी लाभदायक होता है।

ताजी पिसी काली मिर्च चुनने का सुझाव (suggestions to choose freshly ground black pepper, kalimirch powder, kali mirch ka powder)


• ताज़ी पीसी काली मिर्च के लिए, भारी, साबूत और बिना किसी दाग वाली काली मिर्च चुनें।
• काली मिर्च को मिल में भरने से पहले, इनमें से किसी भी प्रकार के पत्थर या कंकड़ निकाल लें।
• अन्य सूखे मसालों की तरह, काली मिर्च खरीदते समय, कोशिश कर जैविक काली मिर्च चुनें क्योंकि इनमें मिलावट की आशंका कम होती है (काली मिर्च में मिलावट से इसके विटामीन सी की मात्रा कम हो सकती है।

ताजी पिसी काली मिर्च के उपयोग रसोई में (uses of freshly ground black pepper, kalimirch powder, kali mirch ka powder in cooking)

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• टेबल पर काली मिर्च का मिल तैयार रखें, जिससे आप सूप, सलाद और सेन्डविच जैसे व्यंजन में ज़रुरत अनुसार काली मिर्च मिला सकते हैं।
• ताज़ी पिसी काली मिर्च को हमेशा खाना बनाने के अंत में डालें क्योंकि इसे लबे समय तक पकाने से इसका स्वाद फीका पड़ जाता है।
• खास काली मिर्च वाले स्वाद के लिए, पनीर के टिक्के पर काली मिर्च छिड़कें।
• जैतून के तेल, नींबू के रस, नमक और काली मिर्च पाउडर को मिलाकर स्वादिष्ट सलाद ड्रेसिंग बनाऐं।

ताजी पिसी काली मिर्च संग्रह करने के तरीके 


• काली मिर्च को हवा बद काँच के बर्तन में रखकर ठंडी, गहरे रग की और सूखी जगह पर रखें।
• साबूत काली मिर्च को लंबे समय तक रखा जा सकता हैम वहीं पिसी हुई काली मिर्च को लगभग 3 महीने के लिए रखा जा सकता है।
• काली मिर्च को फ्रीज़र में भी रखा जा सकता है, लेकिन ऐसा करने से इसका स्वाद और भी तेज़ हो जाएगा।

ताजी पिसी काली मिर्च के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of freshly ground black pepper, kalimirch powder, kali mirch ka powder in hindi)

काली मिर्च की पहचान पेट में पाचक रसों और एंजाइमों को उत्तेजित करने के लिए की गई है, जिससे पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। काली मिर्च में जो जीवाणुरोधी प्रकृति (antibacterial nature) पाई गई है, वह ठंड और खांसी से राहत देने में मदद करती है, खासकर जब काली मिर्च को शहद के साथ मिक्स किया जाता है। काली मिर्च रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में भीमदद कर है क्योंकि यह इंसुलिन संवेदनशीलता (insulin sensitivity) में सुधार करती है। तो मधुमेह और वजन पर नजर रखने वाले लोग काली मिर्च से लाभ उठा सकते हैं। कालीमिर्च चयापचय को भी बढ़ावा देती है और वसा कोशिका को तोडने में बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। जी हां, इसमें मौजूद पेपरिन मोटापा या वजन घटाने में आपकी मदद कर सकता है।