मूँगफली का तेल ( Peanut oil )
मूँगफली का तेल क्या है, इसका उपयोग,स्वास्थ्य के लिए लाभ, रेसिपी, Peanut Oil in Hindi
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मूंगफली का तेल क्या है?
छना हुआ मूँगफली का तेल भारत मे सदियों से प्रयोग किया जाता है। तेल को परिशुद्ध करना सन् १९५० मे शुरु हुआ था; सबसे पहले परिशुद्ध मूँगफली के तेल को 'सिफाही' कहा जाता था लेकिन यह "पोस्टमॅन" नाम के ब्रेंड के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
मूँगफली के प्रोटीन को स्वाद और पौष्टिक्ता के लिये बनाये रखने के लिये, मूँगफली का तेल अन्य तेल कि तुलना मे कम परिशुद्ध कया जाता है। इसलये मूँगफली के तेल काफी हद तक मूँगफली का स्वाद प्रसतुत होता है।
अन्य तेल कि तुलना मे इसका स्मोक पॉईन्ट भी अधिक होता है और इसलिये इसका फ्रेंच फ्राईस जैसे खाने को तलने के लिये प्रयोग किया जाता है।
इसके फॅटी एसिड का मुख्य अंश है पाल्मिटिक एसिड, ओलेईक एसिड और लिनोलेईक एसिड। इस तेल मे ६ से ८ प्रतिशत (कुल) अराकिडिक एसिड, अराकिडोनिक एसिड, बीहेनिक एसड, लिग्नोसेरिक एसिड और अन्य फॅटी एसिड भी होते है।
मूंगफली का तेल चुनने का सुझाव
• मूँगफली का तेल बाज़ार मे आसान से मिलता है।
• अच्छे ब्रेंड से चुने, आहार संबंधित जानकारी के लिये लेबल जाँच लें और उसके बाद खरीदें।
• ध्यान रखे कि पैकेट खुला हुआ ना हो।
• खरदने से पहले, समापन कि दिनाँक जाँच लें।
मूँगफली का तेल के उपयोग रसोई में (uses of groundnut oil, peanut oil in cooking )
मूंगफली के तेल का उपयोग करके स्वस्थ भारतीय नाश्ते की रेसिपी | Healthy Indian Breakfast recipes using peanut oil |
1.
चना दाल पैनकेक की रेसिपी : चना दाल पैनकेक बना है भिगोई हुई चना दाल को विटामिन से भरपूर सब्जियों और प्रोटिन से भरपूर दही के साथ मिलाकर, ताकि इसका स्वाद बढ़ सके।
2.
पनीर वेजी रैप रेसिपी : पनीर वेजी रैप को पूरे गेहूं के आटे, कम वसा वाले पनीर, स्वस्थ सब्जियों और मसालों से बनाया जाता है। क्या अच्छा है यह एक लपेट है जो बच्चों, युवा वयस्कों और बुजुर्गों को पसंद आएगा।
मूंगफली के तेल का उपयोग करके रोटियां और पराठे | Rotis and parathas using peanut oil |
1.
ओट्स रोटी रेसिपी : ओट्स रोटी बनाने की एक आसान सरल रेसिपी है। पूरे गेहूं के आटे में हम ओट्स, प्याज, हरी मिर्च और धनिया डालकर ओट्स रोटी के लिए आटा बनाते हैं। फिर ओट्स रोटी को नॉन स्टिक तवा पर पकाया जाता है।
2.
ज्वार प्याज की रोटी : ज्वार प्याज की रोटी रेसिपी एक स्वस्थ रोटी है जो ज्वार, प्याज, हरी मिर्च और मूंगफली के तेल जैसी सरल सामग्रियों से बनाई जाती है। एक स्वस्थ भारतीय नाश्ते को पूरा करने के लिए घर पर बने दही के कटोरे के साथ नाश्ते के लिए स्वस्थ भारतीय ज्वार प्याज की रोटी लें।
• मूँगफली के तेल का अक्सर उसके स्वाद और सुगंध के लिये प्रयोग किया जाता है।
• इसका स्वाद सौम्य होता है और अन्य कोल्ड-प्रैस्ड तेल कि तुलना मे यह खाना बनाने के लिये ज़यादा स्थिर होता है।
• इसकि स्थिरता कि वजह से इसका तलने, भूनने और ड्रेसिंग बनाने मे भी प्रयोग किया जाता है।
• यह तेल सभी प्रकार के खाना बनाने के तरीके के लिये उपयुक्त होता है, जैसे तलना, ग्रिल करना, भूनना और तड़का लगाना।
• भारतीय खाने मे मशहुर इस तेल का चायनीज़ पाकशैली मे भी प्रयोग किया जाता है।
मूंगफली का तेल संग्रह करने के तरीके
• ठंडी सूखी जगह और सूर्य कि किरणो से दूर रखें।
मूंगफली का तेल के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of peanut oil, groundnut oil, sing tel in hindi)
• मूंगफली के तेल में आम भारतीय खाना पकाने वाले तेलों में सबसे अधिक MUFA (लगभग 49%) होता है। शेष 51% PUFA और SFA होता है। पश्चिमी भारतीय घरों में ज्यादातर लोग खाना पकाने के लिए मूंगफली के तेल का उपयोग करते हैं। यदि आपको तेलों में से एक का चयन करना है, तो पहले एवोकैडो तेल और नारियल तेल के बाद मूंगफली के तेल चूनें। लेकिन जब अन्य MUFA आधारित तेलों की तुलना करें, तो इस तेल को ओमेगा -6 फैटी एसिड में उच्च मात्रा में होता है, जो शायद आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। सुपर लेख पढ़ें कि कौन सा तेल स्वास्थ्यप्रद है और वनस्पति तेल क्यों न चूनें।
मूँगफली के तेल मे हृदय के लये फयदेमंद म्यूफा प्रस्तुत होता है जो अच्छे कलेस्ट्रॉल कि कम किये बिना, बुरे कलेस्ट्रॉल को कम करने मे मदद करता है।
• इस प्रकार के नट को नियमित रुप से खाने से हृदय संबंधित रोग से बचे रहते है। यह कैंसर, मोटापा और दुसरी प्रकार के मधुमेह से भी बचाने मे मदद करता है।
• मूँगफली के तेल मे भरपुर मात्रा मे मोनोअनसैच्यूरेटड फॅट होने कि वजह से यह ज़्यादा स्थिर होता है और इसमे किसी बी प्रकार के अप्राकृतिक योगज मिलाने कि ज़रुरत नही होती।
• मूँगफली के तेल में प्राकृतिक ऑक्सीकरण रोधी भी होते है, जैसे टोकोफैरोल और टोकोट्रायनोल और साथ हू स्टिरोल, जो आहार रुप मे ज़रुरी होते है।