विस्तृत फोटो के साथ फ्लैक्स सीड्स कैसे भुनें रेसिपी | अलसी भूनने का आसान तरीका | भुनी अलसी के फायदे | स्वस्थ अलसी के बीज
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फ्लैक्स सीड्स को भूनने के लिए, अलसी (फ्लैक्स सीड्स) को एक छोटे नॉन-स्टिक पैन में डालें। एक चौड़े नॉन-स्टिक पैन का उपयोग करना पसंद करते हैं, ताकी अलसी समान रूप से भून सके।
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फ्लैक्स सीड्स को मध्यम आंच पर २ से ३ मिनट तक भूनें। सुनिश्चित करें कि आप इसे जलने से बचाने के लिए बीच-बीच में इसे हिलाएं। यह तब किया जाएगा जब यह एक अच्छी सुगंध देना शुरू कर दे।
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भुनी हुइ अलसी को एक बड़े फ्लैट प्लेट में डालें और इसे पूरी तरह से ठंडा करने के लिए रख दें। इसमें कम से कम एक घंटा लगेगा। सुनिश्चित करें कि इसमें कोई गर्माहट ना रहें, वरना यह कंटेनर में स्टोर करते समय इसे नरम बना सकता है।
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फ्लैक्स सीड्स कैसे भुनें रेसिपी को | अलसी भूनने का आसान तरीका | भुनी अलसी के फायदे | स्वस्थ अलसी के बीज | हेल्दी रोस्टेड अलसी | how to roast flax seeds in hindi | एक एयर-टाइट कंटेनर में स्टोर करें। आवश्यकतानुसार प्रयोग करें। यह पूरे रूप में या पाउडर के रूप में दही या अपनी पसंद के किसी भी रायता में जोड़ा जा सकता है।
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अलसी (Benefits of Flax seeds, Alsi in Hindi): अलसी घुलनशील (soluble) फाइबर और अघुलनशील फाइबर (insoluble fibre) में उच्च होती है, जो रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि को रोकती है। इसलिए, यह मधुमेह के लिए फायदेमंद मानी जाती है। अलसी ओमेगा -3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्रोत हैं। चूंकि अलसी सोडियम का बहुत अच्छा स्रोत नहीं है, ये उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों द्वारा सेवन किए जाने के लिए सुरक्षित है। अलसी में लिगनन्स (lignans) के उच्च स्तर होते हैं, जो एंटी-एजिंग और सेलुलर स्वास्थ्य को फिर से प्राप्त करने और दिल के लिए अच्छे माने जाते हैं। अलसी के विस्तृत लाभ पढें।
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भुनी हुई अलसी में यह ( 1 tablespoon, 15 grams) अधिक होता है। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन और खनिज अवरोही क्रम में दिए गए हैं (उच्चतम से निम्नतम)।
- मैग्नीशियम (Magnesium): हड्डियों और दांतों के निर्माण के लिए मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम और पोटेशियम के चयापचय में भी यह मदद करता है। मैग्नीशियम से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ जैसे पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, ब्रोकोली, काले), दालें (राजमा, चवली, मूंग), मेवे (अखरोट, बादाम), अनाज (ज्वार, बाजरा, साबुत गेहूं का आटा, दलिया)। 24% of RDA.
- फॉस्फोरस (Phosphorus) : फॉस्फोरस कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों के निर्माण के लिए काम करता है। फास्फोरस से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ जैसे डेयरी उत्पाद (दूध, पनीर, दही), मेवे, बीज, ज्वार, बाजरा, मूंग, मटकी, ओट्स, रागी, गेहूं का आटा आदि। 23% of RDA.
- विटामिन बी 1 ( Vitamin B1) : विटामिन बी 1 नसों की रक्षा करता है, कार्बोहाइड्रेट के चयापचय में मदद करता है, हृदय रोग से बचाता है और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है। बी1 से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ हैं अलसी, सूरजमुखी के बीज, तिल के बीज, हलीम, शिमला मिर्च, गेहूं का आटा, चना दाल, मूंग, अखरोट, मसूर दाल, ब्राउन चावल, ज्वार, बाजरा 20% of RDA.
- फाइबर ( Fibre) : फाइबर हृदय रोग के जोखिम को कम करता है, रक्त शर्करा के स्तर में तुरंत बढावे को रोकता है और इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए फायदेकारक है। फल, सब्जियां, मूंग, ओट्स, मटकी, साबुत अनाज का सेवन करें। 14% of RDA.