लहसुन का अचार बनाने की विधि 7 बड़े चम्मच बनती है.
लहसुन का अचार की कैलोरी | पंजाबी लहसुन का अचार के 1 tbsp के लिए 66 कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल 0, कार्बोहाइड्रेट 1.8g, प्रोटीन 0.11g, वसा 6.5g. पता लगाएं कि लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | रेसिपी में पाए जाने वाले फाइबर, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, फोलिक एसिड कितना है।
लहसुन का अचार रेसिपी देखें | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | garlic pickle recipe in hindi language | with 18 amazing images.
लहसुन को अक्सर चटनी और अचार में छोटी मात्रा में ज़ोडा जाता है, पर इस तीखे-मीठे अचार में यह एक मुख्य सामग्री के रूप में नज़र आता है। इस लहसुन का अचार रेसिपी को मिठापन गुड़ से मिलता है। लहसुन की कलियों को इस नुस्खे में बताए अनुसार पकाया जा सकता है या फिर उन्हें धूप में पकने तक सूखाया जा सकता है।
अपनी उगंलियों को फिका पड़ने से रोकने के लिए और लहसुन की गंध हाथों में न रह जाए उसके लिए लहसुन छिलने से पहले अपने हाथों पर तेल लगा लें। दूसरी बात यह है कि लहसुन की कलियों को गर्म पानी में भिगोकर रखने से छिलने में आसानी होती है। यह लहसुन का अचार रेसिपी बनाने के 1 सप्ताह बाद परोसने के लिए तैयार होता है और लगभग 3 महिनों के लिए ताज़ा रहता है।
मैने इस पंजाबी लहसुन का अचार की छोटी मात्रा बनाई है, पर आप चाहें तो अधिक मात्रा बनाकर इसका संग्रह कर सकते हैं। बस, ध्यान रहे कि कमरे के तापमान पर एक सूखी और ठंडी जगह पर इसका संग्रह करें।
क्या लहसुन का अचार स्वस्थ है?
हाँ, यह कुछ लोगों के लिए स्वास्थ्यवर्धक है। लेकिन प्रतिबंध कुछ पर लागू होते हैं।
आइए सामग्री को समझें।
क्या अच्छा है।
लहसुन (garlic benefits in hindi): लहसुन कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। लहसुन में मौजूद सक्रिय तत्व एलिसिन रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है। लहसुन मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियमित करने में भी मदद करता है। लहसुन हार्ट के लिए अच्छा और संचार प्रणाली के लिए बहुत अच्छा है। लहसुन में एक रोगाणुरोधी, एंटीवायरल और एंटिफंगल फ़ंक्शन होता है और सामान्य सर्दी और अन्य वायरल संक्रमण से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए दिन में एक लहसुन का सेवन करें | लहसुन एक एंटी वायरल सामग्री है। थायोसल्फेट यौगिक, लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और हमारे शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है। लहसुन के संपूर्ण लाभों के लिए यहां पढ़ें।
नींबू, नींबू का रस benefits of lemon, lemon juice in hindi): नींबू विटामिन सी का एक बहुत अच्छा स्रोत है और इस प्रकार रक्त में सफेद रक्त कोशिकाओं और एंटीबॉडी के उत्पादन में मदद करता है जो आक्रमणकारी सूक्ष्मजीवों पर हमला करता है, संक्रमण को रोकता है और प्रतिरक्षा का निर्माण करता है। इसलिए आम सर्दी से बचाव के लिए नींबू का रस दिया जाता है। नींबू के रस में एस्कॉर्बिक एसिड भोजन से लोहे के अवशोषण में मदद करता है। तो अगर आपको आयरन की कमी है या एनीमिया ( anaemia ) है तो आयरन से भरपूर रेसिपी पर नींबू निचोड़ें। नींबू, नींबू के रस के विस्तृत लाभ देखें।
सरसों के बीज का तेल (Benefits of mustard oil): सरसों के बीजों से बने सरसों के तेल में बहुत अजीब गंध होती है, जो बहुत लोगों को पसंद नहीं आती है। एवोकैडो तेल और जैतून का तेल की तरह, सरसों का तेल भी PUFA (पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड) की तुलना में MUFA (मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड) में अधिक होता है। इसमें लगभग 60% MUFA होता है। इस अनुपात के साथ इसके यौगिक एलिल आइसोथियोसाइनेट (allyl isothiocyanate) शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) को कम करने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए माने जाते हैं। इसके जीवाणुरोधी और एंटी-फंगल गुणों के कारण यह अचार के उपयोग में भी बहुत लोकप्रिय है। हालाँकि, इसमें मौजूद इरूसिक एसिड (erucic acid) से शरीर पर कुछ बुरे प्रभाव पड़ने की संभावना हो सकती है। यदि संभव हो तो खरीदते समय सरसों के तेल की बोतल पर इरूसिक एसिड के अनुपात की जांच करें। हमेशा याद रखें कि तेल की खपत को प्रति दिन 3 से 4 चम्मच से अधिक न करें।
क्या मधुमेह रोगी, हृदय रोगी और अधिक वजन वाले व्यक्ति लहसुन का अचार खा सकते हैं?
नहीं। क्योंकि इसमें बहुत सारा तेल इस्तेमाल होता है।
क्या मधुमेह रोगी, हृदय रोगी और अधिक वजन वाले व्यक्ति लहसुन का अचार खा सकते हैं?
हाँ, लेकिन सीमित मात्रा में।