You are here: Home > विभिन्न व्यंजन > भारतीय व्यंजन > पंजाबी रेसिपी | पंजाबी व्यंजन | > पंजाबी रायता रेसिपी | पंजाबी चटनी | पंजाबी अचार | > लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | Garlic Pickle ( Achaar Recipe ) द्वारा तरला दलाल लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | garlic pickle recipe in hindi language | with 18 amazing images. लहसुन को अक्सर चटनी और अचार में छोटी मात्रा में ज़ोडा जाता है, पर इस तीखे-मीठे अचार में यह एक मुख्य सामग्री के रूप में नज़र आता है। इस लहसुन का अचार रेसिपी को मिठापन गुड़ से मिलता है। लहसुन की कलियों को इस नुस्खे में बताए अनुसार पकाया जा सकता है या फिर उन्हें धूप में पकने तक सूखाया जा सकता है।अपनी उगंलियों को फिका पड़ने से रोकने के लिए और लहसुन की गंध हाथों में न रह जाए उसके लिए लहसुन छिलने से पहले अपने हाथों पर तेल लगा लें। दूसरी बात यह है कि लहसुन की कलियों को गर्म पानी में भिगोकर रखने से छिलने में आसानी होती है। यह लहसुन का अचार रेसिपी बनाने के 1 सप्ताह बाद परोसने के लिए तैयार होता है और लगभग 3 महिनों के लिए ताज़ा रहता है।मैने इस पंजाबी लहसुन का अचार की छोटी मात्रा बनाई है, पर आप चाहें तो अधिक मात्रा बनाकर इसका संग्रह कर सकते हैं। बस, ध्यान रहे कि कमरे के तापमान पर एक सूखी और ठंडी जगह पर इसका संग्रह करें।नीचे दिया गया है लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | garlic pickle recipe in hindi language | स्टेप बाय स्टेप फोटो और वीडियो के साथ। Post A comment 16 Feb 2020 This recipe has been viewed 97031 times garlic pickle recipe | lahsun achar | Punjabi lahsun achar | - Read in English Garlic Pickle video, लहसुन का अचार वीडियो Table Of Contents लहसुन का अचार के बारे में, about apple garlic pickle▼लहसुन का अचार स्टेप बाय स्टेप रेसिपी, garlic pickle step by step recipe▼लहसुन के अचार का मसाला कैसे बनाएं, how to make the masala of garlic pickle▼लहसुन का अचार कैसे बनाएं, how to make the garlic pickle▼लहसुन का अचार की कैलोरी, calories of garlic pickle▼लहसुन का अचार का वीडियो, video of garlic pickle▼ --> लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | - Garlic Pickle ( Achaar Recipe ) in Hindi Tags उत्तर भारतीय शाकाहारी व्यंजन | उत्तर भारतीय भोजन |पंजाबी रायता रेसिपी | पंजाबी चटनी | पंजाबी अचार |अचार खाने के साथ परोसे जाने वालेमसालेदार अचार भारतीय दावत के व्यंजन नॉन - स्टीक कढ़ाईअचार की झटपट रेसिपी तैयारी का समय: १५ मिनट   पकाने का समय: ११ मिनट   परिपक्व का समय: १ सप्ताह   कुल समय : २६ मिनट     0.5 कप मुझे दिखाओ कप सामग्री लहसुन का अचार के लिए सामग्री १/२ कप लहसुन की कलिय़ाँ , छीली हुई३ टेबल-स्पून सरसों का तेल१/४ टी-स्पून हल्दी पाउडर२ टेबल-स्पून नींबू का रस१ टेबल-स्पून लाल मिर्च का पाउडर१ टी-स्पून बारीक कटा हुआ गुड़१/२ टी-स्पून नमकपीसकर मसाला बनाने के लिए१ टी-स्पून सरसों के बीज१/४ टी-स्पून मेथी के दानें१/४ टी-स्पून ज़ीरा१/४ टी-स्पून क्रश्ड खड़ा धनिया१/४ टी-स्पून हींग विधि लहसुन का अचार के लिए विधिलहसुन का अचार के लिए विधिएक नॉन-स्टिक कढ़ाई में तेल गरम कीजिए और उसमें लहसुन की कलियाँ और हल्दी पाउडर डालकर उसे धीमी आँच पर 3 से 4 मिनट के लिए नरम होने तक लगातार हिलाते हुए भून लीजिए।उसमें नींबू का रस डालकर धीमी आँच पर 2 से 3 मिनट के लिए बीच-बीच में हिलाते हुए पका लीजिए।उसमें लाल मिर्च का पाउडर, गुड़ और नमक डालकर धीमी आँच पर 2 से 3 मिनट तक या गुड़ के पिघल जाने तक बीच-बीच में हिलाते हुए पका लीजिए।उसमें मसाला पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिला लीजिए और 1 मिनट के लिए पका लीजिए।आँच से उतार कर ठंडा करके काँच के ग्लास जार में भरकर रख दीजिए।इसका संग्रह कमरे के तापमान पर एक सूखी और ठंडी जगह पर करें। यह अचार 1 सप्ताह के बाद परोसने के लिए तैयार होगा। पोषक मूल्य प्रति tbspऊर्जा66 कैलरीप्रोटीन0.1 ग्रामकार्बोहाइड्रेट1.8 ग्रामफाइबर0.1 ग्रामवसा6.5 ग्रामकोलेस्ट्रॉल0 मिलीग्रामसोडियम221.6 मिलीग्राम लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | की कैलोरी के लिए यहाँ क्लिक करें विस्तृत फोटो के साथ लहसुन का अचार रेसिपी | पंजाबी लहसुन का अचार | लहसुन का अचार बनाने की विधि | लहसुन के अचार का मसाला बनाने के लिए लहसुन के अचार का मसाला बनाने के लिए | पंजाबी लहसुन का अचार | garlic pickle recipe in hindi। एक छोटे मिक्सर जार में सरसों के बीज डालें। जब भी आप अचार बना रहे हों तो ताजा और अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री चुनें। मेथी के बीज डालें। जीरा डालें। क्रश्ड खड़ा धनिया डालें। हींग डालें। बहुत से लोग पीसने से पहले इन मसालों को सुखा भून लेते हैं, यह वैकल्पिक हैं। पानी का उपयोग किए बगेर मिक्सर जार में एक मुलायम पाउडर होने तक पीस लें। एक तरफ रख दें। लहसुन का अचार बनाने के लिए झटपट लहसुन का अचार बनाने के लिए | लहसून आचार | पंजाबी लहसुन का अचार | garlic pickle recipe in hindi। एक नॉन-स्टिक कढ़ाही में तेल गरम करें। सरसों का तेल एक सुंदर सुगंध और तीखा स्वाद प्रदान करता है, लेकिन अगर आप उस स्वाद को पसंद नहीं करते हैं तो तिल का तेल या नियमित वनस्पति तेल का उपयोग कर सकते हैं। तेल गरम होने के बाद लहसुन डालें। सुनिश्चित करें कि लहसुन में कोई कीड़े, कवक या सड़ा हुए तो नहीं है, क्योंकी ये लहसुन के अचार खराब करते सकते हैं। पैन में डालने से पहले बड़े टुकड़े को काट लें। हल्दी पाउडर डालें। धीमी आंच पर लगातार हीलाते हुए ३ से ४ मिनट तक या नरम होने तक पकाएं। सुनिश्चित करें कि आप लहसुन को तब तक भूनें जब तक कि कच्ची सुगंध निकल न जाए और फिर अन्य सामग्री डालें। नींबू का रस डालें। धीमी आंच पर बीच-बीच में हिलाते हुए २ से ३ मिनट तक पकाएं। नींबू के रस को विनेगर से बदल सकते है। एसिड मूल रूप से लहसुन के अचार की शेल्फ लाइफ को बढ़ाने में मदद करता है। मिर्च पाउडर डालें। आप सूखी लाल मिर्च को पाउडर करके भी डाल सकते हैं। इस पाउडर को अन्य सभी मसालों के साथ डाल कर मिर्च पाउडर को छोड़ सकते हो। गुड़ डालें। आप शहद या शक्कर का उपयोग भी स्वीटनर के रूप में भी कर सकते हैं। नमक डालें। अच्छी तरह मिलाएँ और धीमी आँच पर बीच-बीच में हिलाते हुए २ से ३ मिनट तक या गुड़ के घुलने तक पकाएँ। तैयार मसाला पाउडर डालें। अच्छी तरह से मिलाएं और एक मिनट के लिए पकाएं। लौ से लहसुन का अचार। पंजाबी लहसुन का अचार | garlic pickle recipe in hindi। निकालें, पूरी तरह से ठंडा करें और एक स्टेरलाइज़्ड ग्लास जार में स्टोर करें। सूखी ठंडी जगह पर रखें। आप लहसुन का अचार | लहसून आचार | पंजाबी लहसुन का अचार | garlic pickle recipe in hindi। तुरंत परोसे या एक सप्ताह के लिए इसे सुरक्षित रखें और फिर लंबे समय तक सुरक्षित रखने पर अचार का स्वाद ओर अच्छा होता है। अचार को कांच के जार में रखने के बाद, इसे दिन में एक बार साफ और सूखे चम्मच से हिलाएं। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी मसाले अचार में समान रूप से मिश्रित हों और जार के तल पर बेठ न जाए।