राजगिरा पराठा रेसिपी में 58 ग्राम के 4 परांठे बनते हैं।
राजगीरा पराठा के 1 paratha के लिए 134 कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल 0, कार्बोहाइड्रेट 25.7g, प्रोटीन 4g, वसा 0.8g. पता लगाएं कि राजगीरा पराठा रेसिपी में पाए जाने वाले फाइबर, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, फोलिक एसिड कितना है।
राजगीरा पराठा की रेसिपी देखने के लिए यहां क्लिक करें । राजगिरा रोटी | ऐमारैंथ व्रत पराठा | ग्लूटेन मुक्त पराठा | राजगिरा पराठा रेसिपी हिंदी में | rajgira paratha recipe in hindi | with 20 amazing images.
एक शानदार राजगिरा पराठा रेसिपी जो उपवास के दिन भी आपको तृप्त कर देगी! जानें कैसे बनाएं राजगिरा पराठा रेसिपी | राजगिरा रोटी | ऐमारैंथ व्रत पराठा | ग्लूटेन मुक्त पराठा |
यहां ऐमारैंथ व्रत पराठा में, दही के साथ पौष्टिक राजगिरा परांठे परोसे जाते हैं जो उपवास के दिनों में एक आदर्श भोजन बनता है। जो बात इस उपवास का पराठा को बहुत आकर्षक बनाती है वह यह है कि रोटियाँ राजगिरा के आटे और आलू के आटे से बनी होती हैं, जो इन ग्लूटेन मुक्त पराठा को एक अनूठी बनावट देती है जो नरम लेकिन कुरकुरा होती है।
इन चटपटी राजगिरा रोटी में राजगिरा का आटा आलू के साथ खूबसूरती से मेल खाता है। आलू यह सुनिश्चित करते हैं कि परांठे नरम रहें। इन पराठों को तीखी हरी चटनी और दही के साथ परोसें।
राजगिरा पराठा बनाने के टिप्स: 1. आटा गूंथने के लिए धीरे-धीरे पानी डालें, क्योंकि थोड़ा नरम आटा बेलने में भी मुश्किल हो सकता है। 2. अर्ध-नरम राजगिरा आटा बेलना भी थोड़ा मुश्किल है। इसके लिए थोड़े अभ्यास की जरूरत है। हमारा सुझाव है कि आप पतले बेलन से और हल्के दबाव के साथ बेल लें। 3. क्या आलू के बिना राजगिरा रोटी बनाना संभव है? नहीं, यह संभव नहीं होगा, क्योंकि इसे बांधने के लिए आलू की आवश्यकता होती है। आप किसी अन्य स्टार्च वाली सब्जियों का उपयोग कर सकते हैं।
क्या राजगीरा पराठा स्वस्थ है?
हाँ, यह स्वस्थ है। लेकिन प्रतिबंध कुछ पर लागू होते हैं।
क्या अच्छा है।
1. राजगिरा का आटा (benefits of rajgira flour in hindi) : राजगिरा का आटा प्रोटीन से भरपूर होता है, 1/2 कप राजगिरा के बीज से 14.7 ग्राम प्रोटीन मिलता है।सामान्य रूप से उच्च फाइबर अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को बांधने और शरीर से इसे बाहर निकालने में मदद कर सकता है, इस प्रकार कोलेस्ट्रॉल के स्वस्थ स्तर को बनाए रखता है।राजगिरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो शरीर में (inflammation - इन्फ्लमेशन) को कम करने में मदद करता है | राजगिरा एनीमिया को रोकने या दूर करने के लिए आहार में शामिल करने के लिए एक लोहे से समृद्ध अनाज है | मधुमेह रोगियों को दिन में सेवन किए जाने वाले अन्य कार्ब्स पर विचार करके इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए। राजगिरा के आटे के विस्तृत 10 लाभ पढें और आपको इसे अपने दैनिक आहार में क्यों शामिल करना चाहिए यह जानिए।
समस्या क्या है।
आलू (Benefits of Potatoes, Aloo in Hindi): आलू में कार्बोहाइड्रेट अधिक होने के कारण, आलू वजन बढ़ा सकता है और मधुमेह और मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा नहीं है। कुपोषित बच्चों और कम वजन वाले लोगों के लिए आलू खाने की सलाह दी जाती है। पूरा विवरण पढें कि आलू आपके लिए खराब क्यों हैं।
ध्यान दें : 1 कप = 200 मिलीलीटर (बाजार में आसानी से उपलब्ध है)। प्रत्येक घटक का ग्राम में वजन भिन्न होता है।
क्या डायबिटीज के मरीज, दिल के मरीज और अधिक वजन वाले लोग राजगीरा पराठा का सकते हैं?
नहीं। इस रेसिपी में आलू हैं। आलू में कार्बोहाइड्रेट अधिक होने के कारण, आलू वजन बढ़ा सकता है और मधुमेह और मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा नहीं है।
क्या स्वस्थ व्यक्ति राजगीरा पराठा का सकते हैं?
हाँ। कार्ब प्रभाव को कम करने के लिए कम वसा वाले दही या रायता के साथ परोसें।
इस पराठा के लिए एक स्वस्थ अकम्प्निमेन्ट क्या है?
हमारा सुझाव है कि आप इसे गाय के दूध से बने दही या लो फैट दही, लौकी और पुदिने का रायता, मिक्स वेजिटेबल रायता, लो कैलोरी स्पिनॅच रायता या कुकुम्बर पुदीना रायता के साथ परोसें। होममेड फूल फैट दही ।
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