लो-फॅट चक्का दही (hung low fat curds)
लो-फॅट चक्का दही बनाने के लिए, एक साफ सूखे सूती कपड़े में लो-फॅट दही रखकर बाँध लें और हुक में लटका दें या छन्नी में रखकर सारा पानी निकलने दें। कुछ समय बाद, कपड़े को हल्के हाथों दबाकर सारा बचा हुआ पानी निकाल लें। अब जो बचा है, वह लो-फॅट चक्का दही है, जिसका प्रयोग श्रीखंड जैसे स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही इसका प्रयोग पौष्टिक लो-कॅल सलाद के ड्रेसिंग बनाने के लिए भी किया जा सकता है। 1 कप लो-फॅट दही से लगभग 1/2 कप लो-फॅट चक्का दही बनता है।
• शाकाहारी लो फॅट दही सेण्डविच बनाने में आसान और पौष्टिक नाश्ता है।
• दही के इस लो फॅट विकल्प का प्रयोग मुख्य खाने के साथ या रायता, सलाद के ड्रेसिंग आदि के रुप मे करें। सलाद ड्रेसिंग बनाने के लिये दही को मुलायम होने तक फेंट लें। अपनी पसंद अनुसार स्वादिष्ट पदार्थ मिलाकर डिपस् बनायें।
• फेंटे हुए लो फॅट दही मे पानी मिलाकर छाछ बनायी जा सकती है जिसका कड़ी आदि बनाने में प्रयोग किया जाता है।
लो फॅट दही, कम वसा वाले दही संग्रह करने के तरीके
• फ्रिज में ढ़ककर रखने से इसे ४ से ५ दिन तक रखा जा सकता है। अगर बाहर से खरीदा है तो समापन कि दिनाँक जाँच लें।
लो फॅट दही, कम वसा वाले दही के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of low fat dahi, low fat yogurt in hindi)
दही पाचन में मदद करते हैं क्योंकि इसमें बहुत अच्छे बैक्टीरिया होते हैं। दही में प्रोबायोटिक्स एक हल्के रेचक के रूप में कार्य करता है और
दस्त और पेचिश के मामले में, यह एक वरदान है, अगर दही चावल के साथ उपयोग किया जाता है। वे
वजन कम करने में मदद करते हैं, आपके
हार्ट के लिए अच्छा है और प्रतिरक्षा का निर्माण करते हैं। दही और
कम फॅट वाले दही के बीच एकमात्र अंतर वसा का स्तर होता है। अपने दैनिक आहार में शामिल करने के लिए दही के लाभों को पढ़ें।