• मल्टीग्रन ब्रेड का प्रयोग सेन्डविच बनाने के लिए किया जा सकता है, जो सफेद ब्रेड से बने सेन्डविच से पौष्टिक होता है।
• इसका प्रयोग सूप के लिए क्रूटोन्स् बनाने के लिए भी किया जा सकते है।
• मल्टीग्रन ब्रेड से बने ब्रेड क्रम्ब्स् का उपयोग विभिन्न व्यंजन जैसे क्रौकेस, कटलेट आदि के लिए किया जा सकते हैं।
• इसे बहुत से व्यंजन में सफेद ब्रेड की जगह प्रयोग किया जा सकता है, जैसे चिली चीज़ टोस्ट,ओट्स् मूंग टोस्ट, ब्रेड कप्स् आदि।
मल्टीग्रेन ब्रेड संग्रह करने के तरीके
• खोलने के बाद, ब्रेड को सामान्य तापमान पर रखें।
• खोलने के बाद उसी के पेकेट में या ब्रेड बॉक्स् में रखकर फ्रिज में रखें।
• भले ही फ्रिज में रखा हो, लेकिन इसे समपान के दिनांक पहले इस्तेमाल कर लें।
• व्यर्थ न जाएं इसलिए आप पुराने ब्रेड से क्रम्ब्स् या क्रुटोन्स् बना सकते हैं।
मल्टीग्रेन ब्रेड के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of multigrain bread, multi flour bread in Hindi)
मल्टीग्रेन ब्रेड
फाइबर समृद्ध आटे से बना होता है, इसलिए इसमें सफेद ब्रेड की तुलना में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह
मधुमेह रोगियों,
हृदय रोगियों और
वजन पर नजर रखने वालों के लिए बेहतर विकल्प है। यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन को भी बढ़ावा देते हा। साथ ही इसमें मौजूद पाइटोकेमिकल्स शरीर में इन्फ्लमेशन को कम करने और कोशिकाओं और अंगों के स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद करते हैं। सफेद ब्रेड में इस्तेमाल होने वाले रिफाइंड आटे की तुलना में मल्टीग्रेन ब्रेड में इस्तेमाल किए गए कई अनाजों में
प्रोटीन,
जिंक,
बी विटामिन आदि जैसे पोषक तत्व अधिक होते हैं। पर मल्टी ग्रेन ब्रेड भी कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। तो हम आपको सुझाव देते हैं कि आप इसे कम मात्रा में और केवल कभी-कभार खाएं।