ज्वार के आटे का उपयोग भाकरी, थेपला और अन्य भारतीय रोटी बनाने के लिए किया जा सकता है, जहाँ इसे अकेले या गेहूँ के आटे के साथ मिला कर इस्तेमाल किया जा सकता है। ज्वार के पराठे बनाने के लिए इनोवेटिव फिलिंग्स के साथ स्टफ करे। ज्वार के आटे का उपयोग ढोकला, खाखरा, मुठिया, आदि में भी किया जाता है।
ज्वार का आटा संग्रह करने के तरीके
• यह आटा 30 दिनों के भीतर उपयोग किया जाना चाहिए।
• एक ठंडी और सूखी जगह में एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।
ज्वार का आटा के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of jowar flour, jowar ka atta, white millet flour, sorghum flour in Hindi)
ज्वार एक कॉम्प्लेक्स कार्ब है और धीरे-धीरे रक्त प्रवाह में अवशोषित होता है और इंसुलिन की मात्रा नहीं बढ़ाता है। ज्वार और सभी कडधान्य
पोटैशियम से भरपूर होते हैं।
उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए पोटेशियम महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सोडियम के प्रभाव को कम करता है। इसलिए यह
मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा भोजन है, लेकिन प्रतिबंधित मात्रा में । यह उन लोगों के लिए भी सुरक्षित है जो स्वस्थ रहना और खाना चाहते हैं।
फाइबर में उच्च होने के कारण, ज्वार बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और
अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के प्रभाव को बढ़ाता है। ज्वार के विस्तृत लाभ देखें।