अरहर/तुअर दाल ( Toovar dal )

अरहर/तुअर दाल क्या है? लाभ, का उपयोग करता है, रेसिपी , Toor Dal in Hindi Viewed 165774 times

अन्य नाम
अरहर दाल

अरहर, तुअर दाल क्या है?


अरहर-तुवर दाल सबसे ज़्यादा प्रयोग होने वाले दालों में से एक है। इसका प्रयोग मशहुर व्यंजन जैसे दक्षिण भारत के साम्भर में, गुजराती दाल, मशहुर पुरन पोली और बहुत से विबिन्न व्यंजन में किया जाता है। तुवर दाल गाढ़ी और माँस जैसी होती है और मूंग दाल या मसूर दाल की तुलना में यह दाल जल्दी पकती है।


अरहर/तुअर दाल चुनने का सुझाव (suggestions to choose TOOVAR DAL)
• तुवर दाल पहले से पैक की हुई या थोक में, किरानें की दुकानों में आसानी से मिलती है।
• पहले से पैक की हुई दाल खरीदने पर, समापन के दिनांक की जांच कर लें और पैकेट की गुणवत्ता की जांच कर लें। पैकेट के अंदर देखकर रक सुनीश्चित कर लें कि दाल में किसी भी प्रकार के पत्थर या कंकड़ नहीं है।
• थोक में खरीदने पर, इस बात का ध्यान रखें कि दाल धूल से मुक्त है और दुकान में ताज़ा माल ही मिलता है।
• तेल से चुड़े हुए और बिना तेल से चुपड़े हुए दाल भी मिलते हैं। साल भर तक रखने के लिए, आप तेल से चुपड़ी दाल ही खरीदें क्योंकि तेल प्राकृतिक तरीके से संग्रह करने में मदद करती है। हालाँकि इस दाल को प्रयोग करने से पहले धोना ज़रुरी होता है।
• अगर आप थोड़े-थोड़े दिनों में कम दाल खरीदते हैं, तो बिना तेल वाली दाल को चुनें।

अरहर/तुअर दाल के उपयोग रसोई में (uses of toovar dal in cooking )

अरहर/ तुअर दाल का उपयोग करके गुजराती रेसिपी | Gujarati recipes using toor dal |

1. मज़ेदार खट्टे-मीठे स्वाद के साथ, यह पारंपरिक गुजराती दाल गुजराती संस्कृति को दर्शाती है और इसमें पारंपरिक सामग्री और मसालों का प्रयोग किया गया है।

2. बहुत से गुजराती घरों में दाल ढोकली को रविवार की सुबह खास बनाया जाता है! मसालेदार गेहूं से बनी ढ़ोकली को गुजराती दाल में पकाया गया है, जिसे एक स्वादिष्ट आहार का रुप दिया जा सकता है, लेकिन आप इसे चावल के साथ भी परोस सकते हैं, जो इसे और भी स्वादिष्ट और संपूर्ण बनाता है। 

3. तूवर मेथी ना ढ़ोकला इतने मज़ेदार दिखते हैं कि यह आपके मेहमानों को ज़रुर आकर्षित करेंगे! और एक बार इसे बनाकर देखने के बाद, आप अपने आप को रोक नहीं सकेंगे क्योंकि यह बेहद स्वादिष्ट लगते हैं।

खिचड़ी रेसिपी अरहर/तुअर दालl का उपयोग करते हुए | khichdi recipes using toovar dal |

1. तुवर दाल एण्ड मिक्स्ड वेजिटेबल मसाला खिचड़ी : स्वादिष्ट मसाले से भरी सब्ज़ीयाँ, चावल और दाल को इस व्यंजन में साथ पकाया गया है। एक मज़ेदार संपूर्ण व्यंजन, इस तुवर दाल एण्ड मिक्स्ड वेजिटेबल मसाला खिचड़ी को छाछ और पापड़ के साथ परोसने पर, यह एक स्वादिष्ट पोटलक खाना बनाता है।

2. तुवर दाल नी खिचड़ी : तुवर दाल नी खिचड़ी सादी खिचड़ी से बेहद अलग है, क्योंकि इसमें खुशबुदार मसालों का प्रयोग किया गया है। रसवाला बटेटा नू शाक और किसी भी तरह की कड़ी और रोटला के साथ परोसने पर, यह एक संपूर्ण और शानदार खाने को दर्शाता है।

तुवर दाल का उपयोग कर दक्षिण भारतीय व्यंजनों | South Indian recipes using toovar dal |

1. अडाई रेसिपी

2. टमॅटो रसम : घर पर बने दक्षिण भारतीय खाने के वास्तविक स्वाद का मज़ा लेने के लिए यह एक पर्याप्त व्यंजन। रसम हर दक्षिण भारत खाने का एक मुख्य भाग है, और इसे अकसर साम्भर (या दुसरे कूज़ाम्बू) के बाद मुख्य खाने के भाग के रुप में परोसा जाता है।





• चावल के साथ मिलाकर, तुवर दाल शरीर को संपूर्ण प्रोटीन प्रदान करती है, और इसिए इसका अकसर खाने में प्रयोग किया जाता है।
• उबली हुई तुवर दाल को मसाले और तड़के के साथ मिलाकर, रोटी और चावल के सात परोसने के लिए एक बेहतरीन व्यंजन बनता है।
• इमली के गुदे, सब्ज़ीयाँ और मसाले के साथ तुवर दाल का प्रयोग स्वादिष्ट दक्षिन भारत का साम्भर बनाने के लिए किया जाता है।
• तुवर दाल नी खिचड़ी कए मशहुर गुजराती व्यंजन है।

अरहर/तुअर दाल को कैसे स्टोर करें, how to store toovar dal in hindi
• तुवर से पत्थर या धूल जैसे पदार्थ छाँट लें।
• सूखे हवा बंद डब्बे में रखके इसे साल भार तक रखा जा सकता है।
• बर्तन में तेज़पत्ता या सूखी लाल मिर्च डालने से यह तुवर को कीड़े और अन्य किटाणू से दूर रखता है।
• और भी लंबे समय के लिए रखने के लिए, तेल लगी दाल खरीदें।

अरहर/तुअर दाल के फायदे
• तुवर दाल (अरहर की दाल, तोवर की दाल, benefits of tuvar dal, arhar dal, toovar dal in hindi): तुवर दाल प्रोटीन से भरपूर होती है, जो अच्छी सेहत की इमारत है। इसमें फाइबर की मात्रा अच्छी होती है और यह मधुमेह और दिल के अनुकूल भी है। फोलिक एसिड का एक उत्कृष्ट स्रोत होने के नाते, गर्भवती महिलाओं को अपने दैनिक आहार में तुवर दाल को शामिल करना चाहिए। फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत होने के नाते यह कब्ज जैसी गैस्ट्रिक समस्याओं को रोकने और राहत देने में मदद करता है। देखिए तुवर दाल के विस्तृत फायदे |

भिगोई और पकाई हुई तुवर दाल (soaked and cooked toovar dal)
तुवर दाल को साफ कर उसमें से पत्थर या अन्य कंकड़ निकाल दें। पानी से धोकर, गुनगुने पानी में 30 मिनट से 1 घंटे के लिए भिगो दें, जिससे इसे पाकने में आसानी होती है। पानी छानकर, ताज़ा पानी मिलाऐं और ढ़क्कन के साथ बर्तन में पका लें या प्रैशर कुकर में 3 सिटी तक पका लें।
भिगोई हुई तुवर दाल (soaked toovar dal)
तुवर दाल को साफ कर उसमें से पत्थर या अन्य कंकड़ निकाल दें। पानी से धोकर, गुनगुने पानी में 30 मिनट से 1 घंटे के लिए भिगो दें, जिससे इसे पाकने में आसानी होती है।