આમલી રેસીપી - ગુજરાતી માં વાંચો (tamarind recipes in Gujarati)
70 इमली रेसिपी | इमली के व्यंजन | इमली रेसिपीओ का संग्रह | tamarind, imli Recipes in Hindi | Indian Recipes using tamarind, imli in Hindi |
70 इमली रेसिपी | इमली के व्यंजन | इमली रेसिपीओ का संग्रह | tamarind, imli Recipes in Hindi | Indian Recipes using tamarind, imli in Hindi |
इमली अधिकांश दक्षिण एशियाई व्यंजनों में जैसे कि भारतीय और थाई खाने में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती है। इसे टॅमरीन्ड के रूप में जाना जाता है और यह पेड़ों में एक नरम, गहरे भूरे रंग के फली के रूप में बढ़ती है, जिसके अंदर काले रंग के बीज होते हैं। फली, जो नरम, चिपचिपी और खट्टी होती है, वह हिस्सा है जिसका उपयोग खाना पकाने में किया जाता है।
इमली मीठी और खट्टी किस्मों में उपलब्ध होती है। खट्टी किस्म का उपयोग भारतीय खाने में किया जाता है, जबकि थाई व्यंजन मुख्य रूप से मीठे संस्करण का उपयोग करते हैं। एक प्रसिद्ध थाई नुस्खा है थाई रेड करी के साथ चावल के नूडल्स। इमली की अधिकांश किस्मों में युवा समय में इसमें बहुत खट्टा स्वाद होता है। हालांकि उम्र के साथ फल मीठा हो जाता है, मूल स्वाद मुख्य रूप से खट्टा और अम्लीय होता है।
वेजिटेबल राइस नूडल्स रेसिपी | थाई रेड करी नूडल्स |राइस नूडल्स विथ वेजिटेबल
इमली का उपयोग करके बनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध पेय है अमलाना। क्या आपने इसके बारे में सुना है? यदि नहीं, तो आज ही आजमाएँ। यह एक स्वादिष्ट राजस्थानी पेय है जो इमली के गूदे के साथ बनाया जाता है और यह कालीमिर्च और इलायची जैसे मसालों के साथ अत्यधिक स्वादिष्ट बनता है। काला नमक एक अद्भुत स्वाद प्रदान करता है, जिसे मिन्ट का गार्निश और बढ़ाता है।
अमलाना रेसिपी | राजस्थानी अमलाना ड्रिंक | इमली का इमलाना | भारतीय पेय
उपयोग करने से पहले इमली को भिगोने की आवश्यकता होती है। आमतौर पर इमली के गूदे (पल्प) और इमली के पानी को पकाने में इस्तेमाल किया जाता है। इमली का गूदा या पानी बनाने के बाद बीज को निकाल दिया जाता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि इमली के पानी की तुलना में इमली का गूदा गाढा होता है। जानिए कैसे बनाएं इमली का पल्प। इन दोनों में से किसी का भी उपयोग व्यंजन को विशिष्ट खट्टा स्वाद देने के लिए किया जाता है और अगर सही अनुपात में जोड़ा जाए तो यह स्वाद काफी मनभावन होता है।
इमली का पल्प कैसे बनाये रेसिपी | इमली का गूदा | घर पर इमली का पल्प बनाने की विधि
दक्षिण भारतीय रेसिपी में इमली का उपयोग
इमली और दक्षिण भारतीय व्यंजनों का बहुत गहरा रिश्ता है। यह इस खाने में कई व्यंजनों का हिस्सा है और कहा जाता है कि, 'दक्षिण भारतीय रसोई इमली के बिना अधूरी है।'
इमली का सबसे प्रमुख उपयोग सांभर बनाने में होता है - यह सभी दक्षिण भारतीय घरों में लगभग रोज़ बनाया जाने वाला व्यंजन है। इस रेसिपी का खट्टापन इमली के गूदे और टमाटर दोनों का मिश्रण है। सांभर दोपहर के भोजन के लिए पके हुए चावल, पापड़म और मसालेदार आम के अचार के साथ खाया जाता है।
सांभर रेसिपी | साउथ इंडियन सांबर रेसिपी | होममेड साम्भर | सांभर बनाने की विधि
इसी प्रकार, रसम को कई प्रकार के दक्षिण भारतीय व्यंजन जैसे वड़ा, चावल, इडली आदि के साथ परोसा जाता है, जिसमें इमली के उपयोग के कारण आकर्षक स्वाद होता है। रसम पाउडर के साथ बनाई गई यह सबसे बढ़िया दक्षिण भारतीय रेसिपी है, जो एक पतली दाल या सूप जैसी होती है। इसमें इमली का गूदा और कटे हुए टमाटर मिलाए जाते हैं और साथ ही सरसों और करी पत्ते के तडके से इसे सुगंधित बनाया जाता है।
रसम रेसिपी | साउथ इंडियन रसम | रेस्टोरेंट जैसा रसम | दक्षिण भारत रसम
टैमरिंड राइस एक दक्षिण भारतीय शैली का चावल है। टैमरिंड राइस या लोकप्रिय रूप से पुलियोडराई, पुलियोगरे, पुलिहोरा, पुली सदाम एक प्रसिद्ध दक्षिण-भारतीय खट्टा, मसालेदार चावल होता है। “पुली” का अर्थ कन्नड़, तेलुगु और तमिल में होता है इमली। इस नुस्खे में सिर्फ इमली के गूदे का उपयोग नहीं होता है, बल्कि कश्मीरी लाल मिर्च और तिल के साथ 3 प्रकार के दाल और एक विशेष मसाला पाउडर का भी उपयोग होता है। आजमां करक देखो!
टैमरिंड राइस | दक्षिण भारतीय टैमरिंड राइस | पुलिहोरा चावल
दक्षिण भारतीय सब्ज़ियाँ कोई अलग नहीं हैं। इमली को इसमें भी काफी उपयोग होता है। हैदराबादी मिर्ची का सालान इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह भावनगरी मिर्च की एक भारतीय करी है, जो भुनी हुई मूंगफली, नारियल, तिल और लाल मिर्च के एक समृद्ध पेस्ट के साथ स्वादिष्ट बनाई जाती है। मिर्ची का हिन्दी में तात्पर्य है हरी मिर्च और सालन एक उर्दू शब्द है जो करी को संदर्भित करता है। लोग हैदराबादी मिर्ची का सालन बिरयानी के साथ परोसते हैं, लेकिन यह बहुमुखी करी चपाती, चावल या पराठे के साथ भी बहुत अच्छी तरह से मेल खाती ती है।
मिर्ची का सालन रेसिपी | हैदराबादी मिर्ची का सालन | हेल्थी मिर्ची का सालन
कर्नाटक के प्रसिद्ध बीसी बीले भात में मुख्य मसाले के रूप में नारियल के साथ इमली भी शामिल होती है। इस रेसिपी में, एक विशेष नारियल के पेस्ट और इमली के पल्प के साथ चावल और अरहर दाल को पकाया जाता है और अंत में एक संतुष्ट भोजन के रूप में उपर से घी डालकर परोसा जाता है।
बीसी बेले भात रेसिपी | बिसी बेले भात | बीसी बेले | कर्नाटक बिसी बेले भात
आह! दक्षिण की प्रसिद्ध चटनी कई तरह के डोसे के साथ परोसी जाती है। इनमें से कुछ इमली का उपयोग भी करते हैं। प्रसिद्ध मैसूर चटनी में दाल, इमली और मसालों का संयोजन होता है। इमली का पल्प आवश्यक खट्टापन देता है और इसे संतुलित करने के लिए थोड़ी मात्रा में गुड़ का उपयोग किया जाता है।
मैसूर चटनी रेसिपी | मैसूर मसाला चटनी | मैसूर मसाला डोसा की चटनी | दक्षिण भारतीय मैसूर चटनी
दक्षिण की एक और चटनी है जो बहुत प्रसिद्ध नहीं है - करी पत्ता चटनी। यह मसाले, भुनी हुई चना दाल, करी पत्ते, इमली का पल्प और तिल के साथ बनाई जाती है और वास्तव में उन दिनों में काम आती है जब आपके पास अपनी इडली और डोसा के साथ चटनी या सांभर तैयार करने का समय नहीं होता है। एक दिलचस्प स्नैक बनाने के लिए, आपको बस अपनी पकी हुई इडली को तिल के तेल के साथ करी पत्तों की चटनी पाउडर के साथ मिलाना होगा, या मोड़ने से पहले अर्ध-पके हुए दोसे पर कुछ पाउडर छिड़क कर, एक स्नैक बनाना होगा।
करी पत्ता चटनी पाउडर की रेसिपी | कडीपत्ते की चटनी | करी पत्ता पाउडर चटनी | दक्षिण-भारतीय करी की चटनी पाउडर
इमली के साथ भारतीय स्नैक रेसिपी
स्नैक्स खाने का शौक किसे नहीं होता? मसाले, चटनी, सेव और धनिया के साथ के साथ बनाया गया नाश्ता सबसे अधिक आकर्षक होता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय चाट रेसिपी की। मुंबई के प्रसिद्ध स्नैक पानी पुरी के पानी का प्रामाणिक स्वाद प्राप्त करने के लिए इमली की भारी मात्रा का उपयोग किया जाता है। इस रेसिपी को बनाने में उपयोग की जाने वाली सामग्री का सही अनुपात जानना चाहते हैं, यहाँ जानें !
पानी-पुरी की रेसिपी | गोलगप्पा रेसिपी | होममेड पानी पूरी
और मीठी चटनी के बारे में क्या खयाल है जो पानी पुरी के साथ परोसी जाती है? इमली इसका एक महत्वपूर्ण घटक है। इसका उपयोग केवल पानी पुरी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका उपयोग अधिकांश भारतीय चाट व्यंजनों जैसे भेल पुरी, सेव पुरी, पापड़ी चाट और रगड़ा पेटिस में भी किया जाता है। मीठी चटनी के बिना भारतीय चाट अधूरा है।
मीठी चटनी | मिठी चटनी | खट्टा मीठा चटनी | खजूर और इमली की चटनी | मुंबई की स्ट्रीट फूड मीठी चटनी
क्या आपने कभी प्रसिद्ध पश्चिम भारतीय पात्रा को आजमाया है? यह मीठा, मसालेदार और नमकीन होता है। पात्रा की सामग्री सरल है, अरबी के पत्ते, बेसन, इमली के पानी, गुड़, हरी मिर्च की पेस्ट और भारतीय मसालों से बनाए जाते हैं। सामग्री का सही अनुपात प्राप्त करना इसके पारंपरिक स्वाद का आनंद लेने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन पात्रा को रोल करना एक कला है। 28 फोटो के साथ स्टीम्ड पात्रा बनाने का रहस्य जानें।
गुजराती पात्रा रेसिपी | महाराष्ट्रियन आलू वडी | गुजरात का फेमस पात्रा | पात्रा बनाने की विधि
इमली से बने भारतीय दाल और सब्जी की रेसिपी
भारत विविध संस्कृतियों और परंपराओं वाला एक देश है और इसके साथ ही यहाँ भोजन भी अलग-अलग किस्म के होते हैं। हालाँकि, इमली एक ऐसा घटक है जो गुजराती से लेकर महाराष्ट्रियन और यहां तक कि हैदराबादी से लेकर सिंधी व्यंजनों में जगह पाता है। आइए कुछ मुख्य सब्ज़ी व्यंजनों की खोज करें जहाँ इमली अपने स्वाद, रंग और सुगंध के लिए अत्यधिक महत्व रखती है।
प्रामाणिक महाराष्ट्रीयन पाताल भाजी, एक पौष्टिक दैनिक सब्जी है जिसका आनंद हर उम्र के लोग उठा सकते हैं। कटे हुए अरबी के पत्ते, चना दाल और एक नारियल की पेस्ट के साथ यह सब्जी इमली के पल्प और गुड़ के सही संतुलन से बनाई जाती है। यह लोह युक्त नुस्खा निश्चित रूप से एक आजमानो लायक है।
महाराष्ट्रीयन पातल भाजी रेसिपी | पातळ भाजी
भरली वांगी एक सर्वकालिक पसंदीदा महाराष्ट्रीयन भाजी है जिसका स्वाद बहुत अच्छा होता है। यह एक आधी सूखी सब्ज़ी है जो महाराष्ट्र में बहुत लोकप्रिय है और बनाने में काफी आसान है। महाराष्ट्रीयन भरली वांगी महाराष्ट्रीयन घराने में दिन पर दिन बनाई जाती है। इसमें एक विशेष रूप से तैयार किया गया मसाला मिश्रण होता है जो फिर से सही मीठे और खट्टे स्वादों के लिए इमली-गुड़ के संयोजन से बनाया जाता है। इस रेसिपी को प्रेशर कुकर में जल्दी बनायें और चपाती के साथ इसका आनंद लें।
झटपट भरली वांगी रेसिपी | प्रेशर कुकर भरली वांगी | भरली वांगी मसाला | महाराष्ट्रीयन भरली वांगी
अपने रोज़मर्रा के भोजन के लिए सामान्य दाल खाने से ऊब गए हों तो हमारी पालक मसूर दाल रेसिपी आज़माएँ। पालक के साथ मसूर दाल का अपराजेय संयोजन आपके शरीर को प्रोटीन, आयरन और फोलिक एसिड का पोषण देता है। इमली का पल्प दाल को एक अच्छा टैंगी स्वाद देता है। सभी उम्र के लोगों द्वारा इस स्वस्थ दाल का आनंद लिया जा सकता है।
पालक मसूर दाल रेसिपी | लो-कैलोरी पौष्टिक पालक मसूर दाल
सिंधी कढ़ी एक बेसन युक्त करी है जिसमें बहुत सारी सब्जियां होती हैं। यह एक ऐसी रेसिपी है जिसमें सभी सब्जियों का उपयोग स्वाद, रंग और बनावट में एक दूसरे के पूरक हैं। हालांकि, इमली का पल्प, इस व्यंजन में थोड़ी मात्रा में है पर यह अपनी अनूठी खटास जोड़ता है। इसे गर्म चावल के साथ परोसे।
सिंधी कढ़ी रेसिपी | सिंधी कढ़ी चवाल | कढ़ी चवाल
इमली के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of tamarind, imli in Hindi)
इमली एंटीऑक्सिडेंट पॉलीफेनोल का एक अच्छा स्रोत है जो एन्टी इन्फ्लैमटोरी गुणों को प्रदर्शित करता है। यह शरीर के विभिन्न अंगों जैसे दिल, लीवर, त्वचा आदि की रक्षा कर सकता है। कुछ शोध से पता चलता है कि यह रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है। इसमें वसा की नगण्य मात्रा होती है, लेकिन दूसरी तरफ, कैलोरी की मात्रा में इमली बहुत अधिक होती है। तो इसकी मात्रा के सेवन के बारे में बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। इमली विटामिन सी, फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। कुछ लोगों को इमली से एलर्जी हो सकती है, जबकि कुछ लोगों को इसके अधिक सेवन से दस्त का अनुभव हो सकता है क्योंकि इमली को अपने रेचक गुणों के लिए भी जानी जाती है।