• एक रंग बिरंगा नाश्ता जो बनाने मे आसान और बहु उपयोगी सामग्री है जिसका प्रयोग बहुत से स्वादिष्ट व्यंजन मे किया जा सकता है।
• मिले जुले अंकुरित दाने एक पौष्टिक सलाद बनाते है, और यह सेण्डविचस् के साथ-साथ डिप, सॉस और कैसेरोल बनाने के लिये बेहतरीन पदार्थ होता है, खासतौर पर वैगन और शाकाहारी के लिये।
• अंकुरित दाने भारतीय, चायनीज़, मेक्सिकन और कुरीयन पाकशैली के स्वादिष्ट व्यंजन जैसे फलाफा और भेलपुरी बनाने के लिये मशहुर है।
• यह कच्चे ही स्वादिष्ट लगते है, इन्हे फ्रिज से निकालकर सिधा खा सकते है। क्योंकि अंकुरित दाने कटे हुए नही होते, इसकि सेल वॉल बनी रहती है, साथ ही इनकी पौष्टिक्ता! यह अपने संग्रहण के समय तक ताज़े, करारे और स्वादिष्ट बने रहते है।
• अंकुरित दाने स्वादिष्ट सेण्डविच का मिश्रण बनाते है। यह फहीता और रैप के भरवां मिश्रण के लिये, स्टर फ्राय मे मिलाने के लिये, सूप मे डालने के लिये और कैसेरोल मे मिलाने के लिये उयुक्त होते है, इसका मतलब है यह आपके आहार को पौष्टिक बनाने के लिये बेहतरीन है।
• सलाद के लिये, यह क्रिमी ड्रैसिंग के साथ, जिसे टोफू, दही या मेयोनीज़ के साथ बनाया गया हो, के साथ खुब जजते है। नटी और स्वादिष्ट अंकुरित दानों को ताज़े संत्रए के टुकड़े, अखरोट और किशमिश के साथ मिलाकर मज़ेदार फ्रूट एण्ड नट सलाद बनाया जा सकता है।
मिले-जुले अंकुरित दाने संग्रह करने के तरीके
• अंकुरित दानों को वजिटेबल क्रिस्पर मे रखकर 3 दिनों तक रखकर जल्द से जल्द प्रयोग करें।
• इसे प्लास्टिक के डब्बे मे रखकर फ्रिज मे रखना चाहिए।
मिले-जुले अंकुरित दाने के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of mixed sprouts in Hindi)
स्प्राउट्स में एंजाइम होते हैं जो पाचन में सहायता करते हैं और यह प्रकृति में क्षारीय होते हैं। अंकुरित करने से प्रोटीन की बढ़ती है। उदाहरण के लिए, अंकुरित होने पर, मूंग की प्रोटीन की मात्रा 30% बढ़ जाती है। अंकुरित होने पर, बीज
विटामिन ए,
विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के और बी-कॉम्प्लेक्स की मात्रा भी बढ़ जाती है।
स्प्राउट्स फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं जो, मधुमेह और दिल के लिए अनुकूल होते हैं। स्प्राउट्स के विस्तृत स्वास्थ्य लाभ पढें।
उबाले हुए मिले-जुले अंकुरित दाने (boiled mixed sprouts)
अंकुरित दानो को अलग-अलग उबालना और बाद मे मिलाना बेहतर होता है क्योंकि प्रत्येक अंकुरित दाने के पकने का समय अलग होता है। किसी भी अंकुरित दाने को बहुत ज़्यादा ना पकायें क्योंकि इससे दाने बहुत ज़्यादा नरम और मसल जाते है।