हरी मूंग दाल ( Green moong dal )

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हरी मूंग दाल क्या है?


हरी मूंग दाल छोटी 1/4" कि गोल आकार कि दाल होती है जिसका रंग उपर से जैतूनी हरे रंग का और अंदर से पीला या हल्का सफेद होता है। इस दाल का स्वाद मीठा होने के साथ-साथ यह नरम और पचाने मे आसान होती है। हरा मूंग बहुत से विकल्प मे मिलता है जैसे संपूर्ण, दाल के रुप में और छिल्का निकाला हुआ (पिली मूंग दाल) और पिसा हुआ। हरी मूंग दाल वह दाल होती है जिसका छिलका निकाला ना गया हो। क्योंकि इसकी उपरी परत नही निकाली जाती है, इसलिये इसका हरा रंग बना रहता है।इसे दाल बनाने कि प्रक्रिया मिल मे होती है।

हरी मूंग दाल भारतीय पाकशैली कि पारंपरिक सामग्री है जिसका प्रयोग अक्सर करी मे किया जाता है। अन्य दाल कि तरह, हरी मूंग दाल मे वसा कि मात्रा कम होती है और इसमे प्रोटीन और रेशांक कि मात्रा अधिक होती है, साथ ही इसके प्रयोग का फायदा यह है कि यह पकने मे कम समय लगता है। इसके सौम्य मिट्टी जैसे स्वाद कि वजह से यह मसालों के साथ खूब जजता है।


हरी मूंग दाल चुनने का सुझाव (suggestions to choose green moong dal, split green gram, hari mung dal)


• हरी मूंग दाल साफ और धुल, पत्थर और अन्य प्रकार के कंकड़ से मुक्त होना चाहिए।
• पैकिंग कि दिनाँक जाँच कर नई दाल चुनें।

हरी मूंग दाल के उपयोग रसोई में (uses of green moong dal, split green gram, hari mung dal in Indian cooking)


• किसी भी प्रकार कि दाल कि तरह हरी मूंग दाल पकाई जा सकती है।
• इसे कटे हुए प्याज़, टमाटर, हरी मिर्च और अदरक-लहसुन के पेस्ट के साथ मिलाकर प्रैशर कुक किया जा सकता है और घी मे ज़ीरे का तड़का लगाकर मिलाया जा सकता है।
• दालों का आकर पकने के बाद बना नही रहता इसलिये इसका प्रयोग अक्सर सूप या प्यूरी मे किया जाता है।
• तमिल नाडू में पकि हुई मूंग दाल को गुढ़ और दूध के साथ मिलाकर इलायची के स्वाद से भरपूर खीर बनाई जाती है।
• हरी मूंग दाल को मिल या मिक्सर मे पीसकर सब्ज़ी के पकौड़े बनाये जा सकते है।
• इसे पानी मे भिगोकर दाल दोसा या उत्तपम का घोल बनाया जा सकता है।

हरी मूंग दाल संग्रह करने के तरीके 


• हरी मूंग दाल को हवा बंद डब्बे मे रखें।

हरी मूंग दाल के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of green moong dal, split green gram, hari mung dal in Hindi)

 
हरी मूंग दाल फोलेट (विटामिन बी 9) या फोलिक एसिड में समृद्ध होती है, जो आपके शरीर को नई कोशिकाओं, विशेष रूप से लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) का उत्पादन और रखरखाव करने में मदद करती है और गर्भावस्था के लिए भी अनुकूल है। फ्लेवोनॉयड्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स में समृद्ध होने के कारण, मूंग दाल मुक्त कणों द्वारा किए गए रक्त वाहिकाओं पर नुकसान को कम करती है और इन्फ्लमेशन (inflammation) को भी कम करती है। मूंग दाल हृदय और मधुमेह के अनुकूल है। मूंग दाल फाइबर में उच्च होती है और 1 कप पकी हुई मूंग दाल का आपके फाइबर की  दैनिक आवश्यकताओं का 28.52% पूरा करती है। मूंग दाल के 9 शानदार फायदे यहाँ पढें।

भिगोई हुई हरी मूंग दाल (soaked green moong dal)
मूंग दाल को उपयुक्त पानी से साफ और धोकर कम से कम 1 घंटे के लिये भिगो दें औे व्यंजन अनुसार प्रयोग करें।