• चावल एक बहुउपयोगी सामग्री है जिसका प्रयोग आपके स्वाद अनुसार बहुत से व्यंजन में किया जाता है-मीठे से लेकर नमकीन तक, तीखे से लेकर सीम्य तक।
• इसका प्रयोग मशहुर खिचड़ी बनाने के लिए, एक गरमा गरम व्यंजन जिसमें, चावल, दाल और मसालों को मिलाकर प्रैशर कुकर या पौट में प्रत्येक सामग्री के पकने या मिलने तक पकाया जाता है।
• इसका प्रयोग पुलाव और अन्य चावल आधारित व्यंजन जैसे नारीयल चावल या नींबू राइस बनान के लिए किया जाता है। विश्व भर में, इसका प्रयोग स्वादिष्ट व्यंजन जैसे रीसोटो. नासी गोरेन्ग, फ्राइड राइस, बिरयानी आदि बनाने के लिए किया जाता है।
• चावल का प्रयोग चावल का आटा बनाने के लिए किया जाता है, जो ग्लुटेन मुक्त होने के कारण ग्लुटेन के प्रतो संवेदशील के लिए उपयुक्त होता है।
• विभिन्न प्रकार के दाल के साथ चावल को मिलाकर, दक्षिणी भारतीय व्यंजन जैसे इडली, डोसा, उत्तपम्म के घोल बनाने के लिए किया जाता है।
• और क्या चाहिए, चावल किसी भी खट्टे खाने के साथ खूब जजता है।
चावल संग्रह करने के तरीके
• चावल को अच्छी तरह से रखा जा सकता है, लेकिन यह पुराने से ज़्यादा नये चावल को अच्छी तरह से रखा जा सकता है, इसलिए एक साथ इतना ना खरीदें कि आपको इसे साल भर तक रखना पड़ सके।
• किसी भी तरह रखने पर, इसे सूखा रखें।
• क्योंकि चावल में थोड़ी बहुत वस की मात्रा होती है, इसलिए यह जल्दी खराब हो सकता है।
• सफेद चावल को हवा बंद डब्बे में सूखी जगह पर लंबे समय तक रखा जा सकता है।
• पके हुए चावल को फ्रिज में रखकर 3 से 4 दिनों तक रखा जा सकता है।
चावल के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of rice, chawal in Hindi)
यह चावल के गुण हैं - चावल कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट का एक बड़ा स्रोत है, जो हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसके अलावा यह लस मुक्त है। चावल में फाइबर कम होता है और इसलिए दस्त से पीड़ित लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है। लेकिन चावल प्रोटीन और बी विटामिन का एक अच्छा स्रोत है।
चावल के अवगुण - चावल जैसे खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है और यह वजन घटाने के लिए, हृदय रोगियों के लिए और डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं क्योंकि यह रक्त शर्करा स्तर को प्रभावित करता है। पर यदि चावल को उच्च प्रोटीन या उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों के साथ जोड़ा जाए, तो ग्लाइसेमिक लोड संतुलित हो सकता है। इस प्रकार इसका कॉम्बो एक बेहतर विकल्प है जैसे हमने पांच धन खिचड़ी और तुवर दाल नी खिचड़ी में किया है। क्या आपके लिए सफेद चावल और उकडा चावल अच्छा है, यह पढें?
भिगोए और पकाऐ हुए चावल (soaked and cooked rice)
चावल को धोकर पानी में 20-30 मिनट के लिए भिगो दें। सारा पानी छान लें। प्रति 1 कप पानी में 2 कप पानी डालें और प्रैशर कुकर या पॅन में पका लें। चावल को 3 से 4 गुना पानी डालकर पॅन में भी पकाया जा सकता है और चावल के पकने के बाद, सारे स्टार्च वाले पानी को निकाल दिया जाता है।
पके हुए दाने को अंगुठे और ऊँगली के बीच में रखकर दबायें। अगर वह टुट जाए और कड़ा दाना ना रखे, तो वह पका गए हैं। यह सुझाव दिया जाता है कि चावल को थोड़ा कम ही पकाऐं जिससे उसका एक-एक दाना अलग रहे।
भिगोए हुए चावल (soaked rice)
चावल को पहले से भिगोने से यह पके हुए चावल को एक मुलायम रुप प्रदान करता है और साथ ही पकाने का समय बचाता है। भिगोने से पहले, चावल को पानी से 3-4 बार धो लें या जब तक साफ पानी ना निकले। उसके बाद दो गुने पानी में 20-30 मिनट के लिए भिगो दें। छानकर ज़रुरत अनुसार प्रयोग करें।