फरसी पुरी रेसिपी | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता | Farsi Puri, Gujarati Farsi Poori
द्वारा

फरसी पुरी रेसिपी | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता | farsi puri in Hindi | with 32 amazing images.



फरसी पुरी रेसिपी | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता एक कप मसाला चाय या कॉफी के साथ एकदम सही है। गुजराती फरसी पूरी बनाना सीखें।

फरसी पुरी बनाने के लिए, एक गहरे बाउल में सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लीजिए और थोड़ा पानी का उपयोग करके सख़्त आटा गूँथ लीजिए। आटे को २४ बराबर भागों में बाँट लें और प्रत्येक भाग को ५० मि।मी। (२") व्यास क मोटा गोला में बेल लें। बेले हुए पूरी पर कांटे (fork) से छेद कर लीजिए। एक गहरे नॉन-स्टिक कढाई में तेल गरम करके, उसमें एक समय में कुछ पुरी को डालकर दोनों तरफ से सुनहरे भूरे रंग के होने तक तल लीजिए। फिर इन्हें तेल सोखने वाले कागज़ पर निकाल लीजिए। पूरी तरह से ठंडा होने दीजिए और फिर उन्हें परोसे या हवा बंद डिब्बें में भर कर रख दीजिए।

गुजराती के लिए, फरसी पुरी के बिना दिवाली अधूरी है। यह एक मज़ेदार तला हुआ नाश्ता है जिसे आप एक बार जरूर से आज़माइए। इसे अक्सर दिवाली के दौरान एक-दूसरे के घर भेजा जाता है। यह नरम है लेकिन फिर भी कुरकुरा है।

यह भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता सामान्य सामग्री के साथ बनाया जाता है और बनाने में आसान होता है, लेकिन आटे में सूजी और घी के मिलाने से यह पूरी मुँह में तुरंत ही पिघलने जैसी नरम बनती है। और हाँ, काली मिर्च का भी इस पूरी को स्वादिष्ट बनानें में बहुत बडा योगदान है। जबकि हमने इसे बेस सामग्री के रूप में मैदा के साथ बनाया है, कुछ लोग मैदा और गेहूं के आटे के बराबर अनुपात का उपयोग करना पसंद करते हैं।

फरसी पुरी के लिए टिप्स। 1. आप थोड़ा भुना जीरा पाउडर भी डाल सकते हैं। 2. घी हमेशा पिघल जाने के बाद मापें। 3. पूरी को पतला पतला ना बेलें, यह थोड़ा मोटा होना चाहिए. 4. इन पूरियों को एयर टाइट डिब्बे में भरकर रखना चाहिए, ये कम से कम १० दिन तक अच्छी रहती हैं। इन पूरियों को पिकनिक, यात्रा या काम पर भी ले जाया जा सकता है।

आनंद लें फरसी पुरी रेसिपी | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता | farsi puri in Hindi | स्टेप बाय स्टेप फोटो के साथ।

फरसी पुरी की रेसिपी in Hindi

This recipe has been viewed 21004 times



-->

फरसी पुरी की रेसिपी - Farsi Puri, Gujarati Farsi Poori recipe in Hindi

तैयारी का समय:    पकाने का समय:    कुल समय :     2424 पुरी
मुझे दिखाओ पुरी

सामग्री
१ कप मैदा
२ टेबल-स्पून रवा
१ टी-स्पून दरदरी क्रश की हुई काली मिर्च
२ टेबल-स्पून पिघला हुआ घी
नमक , स्वादानुसार
तेल, तलने के लिए
विधि
    Method
  1. फरसी पुरी बनाने के लिए, एक गहरे बाउल में सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लीजिए और थोड़ा पानी का उपयोग करके सख़्त आटा गूँथ लीजिए।
  2. आटे को २४ बराबर भागों में बाँट लें और प्रत्येक भाग को ५० मि.मी. (२") व्यास क मोटा गोला में बेल लें।
  3. बेले हुए पूरी पर कांटे (fork) से छेद कर लीजिए।
  4. एक गहरे नॉन-स्टिक कढाई में तेल गरम करके, उसमें एक समय में कुछ पुरी को डालकर दोनों तरफ से सुनहरे भूरे रंग के होने तक तल लीजिए। फिर इन्हें तेल सोखने वाले कागज़ पर निकाल लीजिए।
  5. पूरी तरह से ठंडा होने दीजिए और फिर उन्हें परोसे या हवा बंद डिब्बें में भर कर रख दीजिए।
पोषक मूल्य प्रति puri
ऊर्जा55 कैलरी
प्रोटीन0.7 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट4.8 ग्राम
फाइबर0 ग्राम
वसा3.6 ग्राम
कोलेस्ट्रॉल0 मिलीग्राम
सोडियम0.7 मिलीग्राम
फरसी पुरी की रेसिपी की कैलोरी के लिए यहाँ क्लिक करें
विस्तृत फोटो के साथ फरसी पुरी की रेसिपी

अगर आपको फरसी पुरी पसंद है

  1. अगर आपको फरसी पुरी पसंद है तो अन्य जार स्नैक्स भी आज़माएँ जैसे :

फरसी पुरी क्या है?

  1. यह पुरी लगभग घरों में नाश्ते के लिए बनाई जाती है और एक एयर-टाइट कंटेनर में संग्रहीत की जाती है, इसे मुख्य रूप से दिवाली के त्योहारों के दौरान बनाया जाता है और दिवाली के दौरान एक दूसरे के घर पर भी भेजा जाता है। यह नरम है लेकिन फिर भी कुरकुरी है।

फरसी पुरी बनाने के लिए हम किस रवा / सूजी का उपयोग कर रहे हैं

  1. हमेशा बारीक रवा ही इस्तेमाल करें न कि मोटी किस्म का।

फरसी पुरी कोनसी सामग्री से बनती है?

  1. फरसी पुरी कोनसी सामग्री से बनती है? फरसी पुरी १ कप मैदा, २ टेबल-स्पून रवा, १ टी-स्पून दरदरी क्रश की हुई काली मिर्च, २ टेबल-स्पून पिघला हुआ घी, स्वादानुसार नमक और तलने के लिए तेल से बनती है।

काली मिर्च को दरदरा पीसने के लिए

  1. कुछ काली मिर्च लें और वे कुछ इस तरह दिखते हैं, सभी किराने की दुकानों में आसानी से उपलब्ध हैं।
  2. एक खलबट्टा लें, यह कुछ इस तरह दिखता है।
  3. इसमें कुछ काली मिर्च डालें।
  4. तस्वीर में दिखाए अनुसार उन्हें हल्का क्रश कर लें। यह मोटा होना चाहिए और पूरा पाउडर नहीं जैसा आप देख सकते हैं।

फरसी पुरी का आटा बनाने के लिये

  1. फरसी पुरी का आटा बनाने के लिये | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता | farsi puri in Hindi | एक बड़ी कटोरी या बड़ी प्लेट लें जो आटा गूंधने में आसान हो।
  2. १ कप मैदा डालें, यह हमारी रेसिपी की मुख्य सामग्री है। सुनिश्चित करें कि मैदा किसी भी कीड़े से मुक्त हो। मैदा को हमेशा फ्रिज में रखना सबसे अच्छा है।
  3. २ टेबल-स्पून सूजी डालें।
  4. २ टेबल-स्पून पिघला हुआ घी डालें।
  5. नमक डालें।
  6. १ टी-स्पून दरदरी क्रश की हुई काली मिर्च डालें। ऊपर देखें काली मिर्च पाउडर कैसे बनाते हैं।
  7. अपने हाथों का उपयोग करके अच्छी तरह मिलाएं।
  8. थोड़ा-थोड़ा करके पानी डालें, हमने लगभग १/४ कप पानी का इस्तेमाल किया है।
  9. सख्त आटा गूंथ लें। आटे को ज्यादा देर तक अलग न रखें, यह सूख सकता है।

फरसी पुरी बनाने के लिए

  1. फरसी पुरी बनाने के लिए | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता | farsi puri in Hindi | आटे को २४ बराबर भागों में बाँट लें।
  2. १ भाग को हथेली पर रखें।
  3. बचे हुए हिस्से को हमेशा एक गीले मलमल के कपड़े से ढक देना चाहिए ताकि वे सूख न जाएं।
  4. एक समान मुलायम गेंद बनाने के लिए इसे दोनों हथेलियों के बीच रोल करें।
  5. इसे रोलिंग बोर्ड पर रखें और हथेली से चपटा करें।
  6. ५० मि।मी। (२") व्यास में बिना किसी आटे का प्रयोग किए मोटा बेल लें।
  7. कांटे (fork) की सहायता से पूरियों को चारों ओर से छेद कर लें। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि तलते समय पूरियां फूले नहीं।
  8. एक गहरे नॉन-स्टिक पैन में तेल गरम करें।
  9. इस बीच ऐसी ३ और पूरियां बेल लें। ये सभी ४ पूरी बेल कर तैयार हैं।
  10. तेल गरम होने पर एक-एक करके ४ पूरियां डालें।
  11. इन्हें धीमी आंच पर दोनों तरफ से हल्का ब्राउन होने तक डीप फ्राई करें। इन्हें धीमी आंच पर डीप फ्राई करना बहुत जरूरी है नहीं तो ये जल जाएंगी।
  12. तेल सोखने वाले कागज़ पर निकाल लें।
  13. फरसी पुरी | गुजराती फरसी पूरी | भारतीय फरसी पूरी दिवाली नाश्ता | farsi puri in Hindi | तैयार है। पूरी तरह से ठंडा करें और परोसें या एक एयर-टाइट कंटेनर में स्टोर करें।

फरसी पुरी के लिए टिप्स

  1. आप थोड़ा भुना हुआ जीरा पाउडर भी डाल सकते हैं।
  2. हमेशा घी पिघलने के बाद ही मापें।
  3. पूरी को पतला ना बेलें, यह थोड़ी मोटी होनी चाहिए।
  4. इन पूरियों को एक एयर-टाइट कंटेनर में रखा जाना चाहिए, कम से कम १० दिनों तक अच्छी रहती है। इन पूरियों को पिकनिक, यात्रा या काम पर भी ले जाया जा सकता है।


Reviews