पीली मूंग दाल ( Yellow moong dal )

पीली मूंग दाल क्या है? ग्लॉसरी , लाभ, का उपयोग करता है, रेसिपी Viewed 33904 times

पीली मूंग दाल क्या है?


छिली और विभाजीत किये हुए मूंग को पीली मूंग दाल कहा जाता है, जिससे यह चपटे, पीले रंग के और पकने में आसान होते हैं। यह पचाने में भी आसान होते हैं।

मूंग को छिलकर, पकाकर और पीसकर सूखा पेस्ट भी बनाया जा सकता है। यह पेस्ट ,ीठा होता है और दिखने में रेड बीन पेस्ट जैसा होता है, हालांकि, इसकी खुशबु बीन जैसौ होती है। विभिन्न एशियन शहरों में, छिले हुए मूंग दाल और मूंग बीन के पेस्ट से आइस-क्रीम और फ्रोज़न आइस पॉप बनाए जाते हैं।

भारत में, मूंग दाल का प्रयोग खासतौर से विभिन्न प्रकार के दाल या खिचड़ी या हलवा बनाने के लिए किया जाता है।

भिगोइ हुई पीली मूंग दाल (soaked yellow moong dal)
मूंग को साफ के पत्थर या कंकड़ निकालकर पानी से धो लें। लगभग 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। भिगोई हुई पीली मूंग दाल का प्रयोग दक्षिण भारतीय व्यंजन कोसमल्ली बनाने के लिए किया जाता है। इसे विभिन्न करी या पुलाव में भी मिलाया जा सकता है या व्यंजन अनुसार दरदरे या मुलायम पेस्ट में पीसा जा सकता है।

पीली मूंग दाल चुनने का सुझाव (suggestions to choose yellow moong dal)
• पीली मूंग दाल किराने की दुकानों में, थोक और पैकेट में आसानी से मिलते हैं।
• पेकेट वाली पीली मूंग दाल खरीदने पर, समापन के दिनांक की जांच कर लें।
• अन्य किसी भी थोक में खरीदने वाले खाद्य पदार्थ की तरह, इस बात का ध्यान रखें कि जिस बर्तन में पीली मूंग दाल रखी गई है, वह ढ़का हुआ हो और दुकान में ताज़ा सामान मिलता हो।
• चाहे थोक में खरीदें या पेकेट में, इस बात का ध्यान रखें कि पीली मूंग दाल नमी से मुक्त है।

पीली मूंग दाल के उपयोग रसोई में (uses of yellow moong dal in cooking )


पीली मूंग की दाल तेजी से पकती है जबकि थोड़ा सा कुरकुरे रहते हैं।येलो मूंग दाल और स्प्रिंग अनियन पराठे या यहां तक कि गोभी दाल पराठा बनाते समय काम आता है, जैसा कि यह एक उत्कृष्ट स्वाद और बनावट देता है।
यदि आप किसी भी अन्य सब्जियों से बचना चाहते हैं, तो आप दाल पराठा बना सकते हैं, जहां दाल मसाले के साथ तली हुई है और फिर भरी हुई है।
पीली मूंग दाल का उपयोग करके बनने वाली दाल और खिचड़ी रेसिपी : yellow moong dal khichdi and dal recipes in hindi

तुरिया मैग नी दाल वास्तव में बहुत हल्का है और उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो कम तेल के साथ भोजन करना चाहते हैं।
जैसा कि शीर्षक में 'त्रेवटी दाल' बताता है, यह मसालों के साथ तीन दाल का मिश्रण है।

यह ज्वार और मूंग दाल की खिचड़ी,  तरकारी खिचड़ी एक उत्कृष्ट और अत्याधिक स्वस्थ नुस्खा है। आप इसमें कुछ मसाले और सब्जियाँ मिलाकर इसे और स्वादिष्ट बना सकते हैं।

पीली मूंग दाल को किसी भी अन्य दाल की तरह पकाया जाता है। दाल को पयाज़, टमाटर, मिर्च और अदरक-लहसुन के पेस्ट के साथ प्रैशर कुक किया जाता है।
• पीली मूंग दाल अपना आकार बनाये नहीं रख पाते हैं, इसलिए इनका प्रयोग अकसर सूप और प्यूरी बनाने के लिए किया जाता है।
• मूंग का प्रयोग कर खिचड़ी, वड़ा, खीर, मूंग दाल हलवा, पकोड़े और अन्य मीठे और नमकीन खाद्य पदार्थ बनाये जा सकते हैं।
• इसका प्रयोग खास तरह के सांभर में किया जाता है जिसे इडली के साथ परोसा जाता है।
• इसका प्रयोग कर पराठे के लिए भरवां मिश्रण भी बनाया जा सकता है।
• इसे पॅरिज भी बनाया जा सकता है।

संग्रह करने के तरीके
• पीली मूंग दाल को हवा बंद डब्बे में रखकर ठंडी और सूखी जगह पर रखें।

पीली मूंग दाल के फायदे
• पीली मूंग दाल (benefits of yellow moong dal in hindi) : पीली मूंग दाल में मौजूद फाइबर (4.1 ग्राम प्रति कप) धमनियों में खराब कोलेस्ट्रॉल (एल. डी. एल.) के जमाव को रोकता है, जो बदले में स्वस्थ्य हार्ट को बढ़ावा देता है। जिंक (1.4 मिलीग्राम), प्रोटीन (12.2 मिलीग्राम) और आयरन (1.95 मिलीग्राम) जैसे पोषक तत्वों से भरपूर, पीली मूंग की दाल आपकी त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखने और इसे नम रखने में मदद करती है। पीली मूंग दाल में मौजूद फाइबरपोटेशियम और मैग्नीशियम एक साथ मिलकर रक्तचाप और मधुमेह को नियंत्रित करने और तंत्रिकाओं को शांत रखने में मददरुप है।। पीले मूंग दाल के 7 आश्चर्यजनक लाभों के विवरण के लिए यहां देखें।