विस्तृत फोटो के साथ हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी
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अगर आपको हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी | मटर तुलसी भारतीय सूप | कम नमक वाला हरे मटर और बेसिल का सूप | हरे मटर और बेसिल का सूप, विशेष रूप से कम नमक वाले आहार पर रहने वालों के लिए तैयार किया गया | हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी हिंदी में | पसंद है, फिर झटपट सूप रेसिपी और हमारे पसंदीदा कुछ व्यंजनों का हमारा संग्रह देखें ।
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हरे मटर और बेसिल का सूप किससे बनता है? हरे मटर और बेसिल का सूप के लिए सामग्री की सूची की छवि नीचे देखें।
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यहां होममेड वेज स्टॉक बनाने की विधि दी गई है, जो सूप को अधिक स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाती है। उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों को सब्जी स्टॉक बनाते समय नमक डालने से बचना चाहिए। वैकल्पिक रूप से, वे गर्म पानी का उपयोग करके नमक रहित सूप का विकल्प चुन सकते हैं।
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हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी | मटर तुलसी भारतीय सूप | कम नमक वाला हरे मटर और बेसिल का सूप | हरे मटर और बेसिल का सूप, विशेष रूप से कम नमक वाले आहार पर रहने वालों के लिए तैयार किया गया | हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी हिंदी में | बनाने के लिए एक गहरे नॉन-स्टिक पैन में २ टी-स्पून जैतून का तेल गरम करें। जैतून का तेल एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और हार्ट के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा यह अनुत्तेजक प्रभाव (anti-inflammatory effect) देता है। यह एक स्वास्थ्यप्रद तेल है जिसे आप चुन सकते हैं। इसमें लगभग 77% MUFA होता है।
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१/२ कप कटा हुआ हरे प्याज का सफेद भाग डालें। हरे प्याज में सल्फर यौगिकों को रक्तचाप को काबू में रखने के लिए जाना जाता है। सल्फर यौगिक और एंटीऑक्सीडेंट क्वेरसेटिन मिलकर इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाकर मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने में भी मदद करते हैं। हरे प्याज शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए भी जाने जाते है। इसमें मौजूद विटामिन सी आपको हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। कैलोरी और वसा में बहुत कम होने के कारण और साथ ही बहुत सारे पोषक तत्वों का शामिल होना, इन्हें वजन घटाने वालों के लिए भी उत्तम सब्जी बनाता है। हरे प्याज के विस्तृत लाभ पढें।
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मध्यम आंच पर 1 मिनट तक भून लें।
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१ कप हरे मटर डालें। हरे मटर वजन घटाने के लिए अच्छे हैं, शाकाहारी प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं और कब्ज से राहत देने के लिए उनमें अघुलनशील फाइबर भी है। हरे मटर, चवली, मूंग, चना और राजमा में कोलेस्ट्रॉल कम कम करने की क्षमता होता है। हरे मटर विटामिन के से भी भरपूर होती हैं ,जो हड्डियों के चयापचय में सहायक होते हैं । हरे मटर में का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जी. आई.) 22 होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए कम और अच्छा होता है। क्या हरे मटर मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे हैं और हरे मटर के पूर्ण लाभ देखें।
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३ कप वेजिटेबल स्टॉक डालें।
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मध्यम आंच पर बीच-बीच में हिलाते हुए 7 से 8 मिनट तक पकाएं।
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१/४ कप कटा हुआ बेसिल डालें। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी से राहत देने में मदद करते हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और अन्य बीमारियों से दूरी बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं। पेट में पीएच (pH) का संतुलन बनाए रखने के कारण, यह अम्लता (एसिडिटी ) को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी में कुछ फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो कैंसर से बचाने के लिए जाने जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण, यह शरीर को डिटॉक्स भी करते हैं। खाली पेट तुलसी का पानी सबसे प्रभावी होता है। तनाव, चिंता और अवसाद से मुक्त स्वस्थ शरीर के लिए तुलसी के पानी के सेवन की आदत बना लें।
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मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें, फिर हैंड ब्लेंडर का उपयोग करके इसे चिकना होने तक ब्लेंड करें। तरल की बड़ी मात्रा के कारण हम हैंड ब्लेंडर का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन यदि आप चाहें तो मिक्सर का उपयोग कर सकते हैं।
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चिकना होने तक ब्लेंड करें।
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१/४ टी-स्पून नमक डालें। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए हम इस नुस्खे का इस्तेमाल कर रहे हैं. अगर आप स्वस्थ हैं तो स्वादानुसार नमक डालें. इसकी बहुत अधिक मात्रा भोजन और आपके स्वास्थ्य को बर्बाद कर सकती है। इसलिए सही मात्रा का ही प्रयोग करें। यदि आपको उच्च रक्तचाप है तो नमक का सेवन कम कर दें।
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१/४ टी-स्पून ताजी पिसी काली मिर्च डालें। ताज़ी पिसी हुई काली मिर्च का स्वाद पहले से पिसी हुई काली मिर्च की तुलना में अधिक तीव्र और जटिल होता है। यह सूप में हल्का तीखापन और स्वाद की गहराई जोड़ता है।
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अच्छी तरह से मलाएं।
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बीच-बीच में हिलाते हुए, मध्यम आंच पर 3 से 4 मिनट तक पकाएं।
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हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी | मटर तुलसी भारतीय सूप | कम नमक वाला हरे मटर और बेसिल का सूप | हरे मटर और बेसिल का सूप, विशेष रूप से कम नमक वाले आहार पर रहने वालों के लिए तैयार किया गया | हरे मटर और बेसिल का सूप रेसिपी हिंदी में | गर्म परोसें ।
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एक गहरे नॉन-स्टिक पैन में २ टी-स्पून जैतून का तेल गरम करें। जैतून का तेल एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और हार्ट के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा यह अनुत्तेजक प्रभाव (anti-inflammatory effect) देता है। यह एक स्वास्थ्यप्रद तेल है जिसे आप चुन सकते हैं। इसमें लगभग 77% MUFA होता है।
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१ कप हरे मटर डालें। हरे मटर वजन घटाने के लिए अच्छे हैं, शाकाहारी प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं और कब्ज से राहत देने के लिए उनमें अघुलनशील फाइबर भी है। हरे मटर, चवली, मूंग, चना और राजमा में कोलेस्ट्रॉल कम कम करने की क्षमता होता है। हरे मटर विटामिन के से भी भरपूर होती हैं ,जो हड्डियों के चयापचय में सहायक होते हैं । हरे मटर में का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जी. आई.) 22 होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए कम और अच्छा होता है। क्या हरे मटर मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे हैं और हरे मटर के पूर्ण लाभ देखें।
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३ कप वेजिटेबल स्टॉक डालें।बेहतर स्वाद के लिए वेजिटेबल स्टॉक का उपयोग करें या यदि जल्दी हो तो स्टॉक क्यूब्स का उपयोग करें । घर पर बने सब्जी स्टॉक में एक तटस्थ स्वाद और वांछनीय स्थिरता होती है जो इसे बहुत बहुमुखी बनाती है। यह जिस व्यंजन में डाला जाता है उसमें रोमांचक स्वाद और सुगंध जोड़ देता है।
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१/४ टी-स्पून नमक डालें। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए हम इस नुस्खे का इस्तेमाल कर रहे हैं. अगर आप स्वस्थ हैं तो स्वादानुसार नमक डालें. इसकी बहुत अधिक मात्रा भोजन और आपके स्वास्थ्य को बर्बाद कर सकती है। इसलिए सही मात्रा का ही प्रयोग करें। यदि आपको उच्च रक्तचाप है तो नमक का सेवन कम कर दें।
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हरी मटर तुलसी सूप नीचे दिए गए मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन और खनिजों से समृद्ध है जो अवरोही क्रम (उच्चतम से निम्नतम) में दिए गए हैं।
- विटामिन सी (Vitamin C) : विटामिन सी खांसी और जुकाम के खिलाफ हमारीरोग प्रतिरोधक शक्ति बढाता है।खट्टे फल, नींबू, सब्जियाँ (शिमला मिर्च, ब्रोकोली, पत्तागोभी) लें। सब्जियाँ पकाने पर सारा विटामिन सी नष्ट नहीं होता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि खाना पकाने की विधि और सब्जी के आधार पर 50% तक विटामिन सी बरकरार रखा जा सकता है। सब्जियां जल्दी पकाएं. सब्जियों को जितनी देर तक पकाया जाएगा, उनमें विटामिन सी उतना ही अधिक नष्ट होगा। 76% of RDA.
- फॉस्फोरस (Phosphorus) : फॉस्फोरस कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों के निर्माण के लिए काम करता है। फास्फोरस से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ जैसे डेयरी उत्पाद (दूध, पनीर, दही), मेवे, बीज, ज्वार, बाजरा, मूंग, मटकी, ओट्स, रागी, गेहूं का आटा आदि। 32% of RDA.
- फाइबर ( Fibre) : फाइबर हृदय रोग के जोखिम को कम करता है, रक्त शर्करा के स्तर में तुरंत बढावे को रोकता है और इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए फायदेकारक है। फल, सब्जियां, मूंग, ओट्स, मटकी, साबुत अनाज का सेवन करें। 24% of RDA.
- विटामिन बी 1 ( Vitamin B1) : विटामिन बी 1 नसों की रक्षा करता है, कार्बोहाइड्रेट के चयापचय में मदद करता है, हृदय रोग से बचाता है और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है। बी1 से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ हैं अलसी, सूरजमुखी के बीज, तिल के बीज, हलीम, शिमला मिर्च, गेहूं का आटा, चना दाल, मूंग, अखरोट, मसूर दाल, ब्राउन चावल, ज्वार, बाजरा 20% of RDA.