विस्तृत फोटो के साथ श्रीखंड रेसिपी | महाराष्ट्रीयन श्रीखंड | केसर एलियाची श्रीखंड | गुजराती श्रीखंड |
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श्रीखंड बनाने के लिए | महाराष्ट्रीयन श्रीखंड | केसर एलियाची श्रीखंड | गुजराती श्रीखंड | Shrikhand recipe in hindi | पहले हम सभी सामग्री को तैयार रखेंगे। यहां हमारे पास दही, पीसी हुई शक्कर, केसर, गरम दूध और इलाइची पाउडर है। गार्निश के लिए पिस्ता और बादाम की कतरन हैं।
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पहला कदम यह है कि एक गहरी कटोरी या पतिला लें और उसके ऊपर एक छलनी रखें।
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उसके ऊपर एक साफ मलमल का कपड़ा रखें। आप इस उद्देश्य के लिए मलमल का कपड़ा या पतले चीज़क्लोथ का उपयोग कर सकते हैं।
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मलमल के कपड़े पर दही डालें। हमने गाढ़े दही का उपयोग किया है जो फुल फैट दूध से बनाया जाता है। आप स्टोर किए गए दही का उपयोग कर सकते हैं या आप सीख सकते हैं कि दही को फूल फैट दूध के साथ कैसे बनाया जाए। गाढ़े दही का उपयोग करने से एक क्रीमियर श्रीखंड मिलता है। यहा ताजे दही का उपयोग करना बेहतर है नाकी खट्टे दही का, वरना श्रीखंड खट्टा होगा।
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मलमल के कपड़े के किनारों को एक साथ लाएं।
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कपड़े के किनारों के साथ एक टाइट गाँठ बाँधें।
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अच्छा होगा कि, इस दही को एक ठंडी जगह पर एक कटोरे के उपर लटका दें, और इसे कम से कम २ से ३ घंटे तक ऐसे ही रहने दें। इससे दही में से छांछ निकाल जाती है। यह छांछ पतली होती है जो दही को पानीदार बनाती है। एक बार छांछ निकल जाने के बाद, दही सुपर गाढ़ा और मलाईदार होगा।
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वैकल्पिक रूप से, यदि आप इसे लटकाना नहीं चाहते हैं, तो एक कटोरी के ऊपर छलनी में मलमल का कपड़ा रखकर दही डालें और मट्ठा (छांछ) छोड़ने के लिए उस पर थोड़ा भार डालें। यदि आप इस विधि का उपयोग कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि छलनी और कटोरी के बीच पर्याप्त दूरी हो ताकि एकत्रित मट्ठा (छांछ) दही के संपर्क में न आए।
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३ घंटे के बाद दही इस तरह दिखेगा। इसे हंग दही या चक्का दही कहा जाता है। यदि आपका दही गाढ़ा नहीं है, तो आपको इसे अधिक समय तक लटकाए रखना पड़ सकता है। कुछ लोग इसे रात भर लटका देते हैं। लगभग ३ १/२ कप गाढ़ा दही में से लगभग २ चक्का दही मिलेगा। एक तरफ रख दें।
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मट्ठा (छांछ) को फेंकना नहीं है, इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन है और इसलिए इसका उपयोग स्मूदी या सूप जैसे की ह्वै (whey) सूप बनाने के लिए किया जा सकता है। आप इसका इस्तेमाल रोटियां बनाने के लिए भी कर सकते हैं।
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एक छोटे कटोरे में गरम दूध डालें। यदि दूध गरम नहीं है, तो केसर अपना रंग नहीं छोड़ेगा।
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इसमें केसर के रेशे डालें।
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दूध में केसर घुलने तक घोलें। यह वही है जो इस केसर इलायची श्रीखंड को रंग और स्वाद देगा। रंग आने के लिए ५ से १० मिनट के लिए अलग रख दें।
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एक गहरे बाउल में चक्का हुआ दही डालें।
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अब इसमें शक्कर डालें। हमने यहां पीसी हुई शक्कर का उपयोग किया है क्योंकि इससे उसे घुलना और मिक्स करना आसान होता है। हम इसमें केवल १/२ कप शक्कर जोड़ रहे है, लेकिन यदि आप चाहें, तो आप थोड़ी और शक्कर जोड़ सकते हैं।
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इसमें केसर-दूध का मिश्रण डालें। आप देख सकते हैं कि दूध सुंदर पीले रंग का हो गया है।
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हम अंत में इसमें इलायची डालेंगे। केसर और इलाईची एक साथ भारतीय मिठाइयों के लिए एक सबसे अच्छा संयोजन है। ये मसाले चक्का दही और शक्कर के साथ मिलकर एक अनोखा महाराष्ट्रीयन श्रीखंड (गुजराती श्रीखंड) बनाता हैं।
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महाराष्ट्रीयन श्रीखंड (गुजराती श्रीखंड) को अच्छी तरह मिलाएं, जब तक कि सभी सामग्री अच्छी तरह से मिक्स न हो जाए और किसी भी तरह की गांठ न बची हों।
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बादाम और पिस्ता की कतरन से श्रीखंड को | महाराष्ट्रीयन श्रीखंड | केसर एलियाची श्रीखंड | गुजराती श्रीखंड | Shrikhand recipe in hindi | गार्निश करें।
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श्रीखंड को | महाराष्ट्रीयन श्रीखंड | केसर एलियाची श्रीखंड | गुजराती श्रीखंड | Shrikhand recipe in hindi | गरम पूरियों या सादे पराठों के साथ ठंडा परोसें।
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गाढ़े दही का उपयोग करने से एक क्रीमियर श्रीखंड मिलता है। यहा ताजे दही का उपयोग करना बेहतर है नाकी खट्टे दही का, वरना श्रीखंड खट्टा होगा।
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अच्छा होगा कि, इस दही को एक ठंडी जगह पर एक कटोरे के उपर लटका दें, और इसे कम से कम २ से ३ घंटे तक ऐसे ही रहने दें। इससे दही में से छांछ निकाल जाती है। यह छांछ पतली होती है जो दही को पानीदार बनाती है। एक बार छांछ निकल जाने के बाद, दही सुपर गाढ़ा और मलाईदार होगा।
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यदि आपका दही गाढ़ा नहीं है, तो आपको इसे अधिक समय तक लटकाए रखना पड़ सकता है। कुछ लोग इसे रात भर लटका देते हैं। लगभग ३ १/२ कप गाढ़ा दही में से लगभग २ चक्का दही मिलेगा। एक तरफ रख दें।
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दूध में केसर घुलने तक घोलें। यह वही है जो इस केसर एलियाची श्रीखंड को रंग और स्वाद देगा। रंग आने के लिए ५ से १० मिनट के लिए अलग रख दें।
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महाराष्ट्रीयन श्रीखंड (गुजराती श्रीखंड) को अच्छी तरह मिलाएं, जब तक कि सभी सामग्री अच्छी तरह से मिक्स न हो जाए और किसी भी तरह की गांठ न बची हों।