विस्तृत फोटो के साथ मूंग दाल कचौड़ी रेसिपी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी |
-
मूंग दाल कचौरी के लिए आटा तैयार करने के लिए | मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | एक गहरे कटोरे में मैदा लें। अच्छी तरह से खस्ता कचौरी पाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले मैदे के सादे आटे का उपयोग करें। खस्ता कचौरी को सेहतमंद बनाने के लिए आधा मैदे का आटा और आधा गेहूं का आटा इस्तेमाल करें।
-
स्वादानुसार नमक डालें।
-
घी डालें। घी को डालडा या तेल से बदला जा सकता है।
-
सभी सामग्रियों को मिलाएं और ब्रेडक्रंब जैसी बनावट पाने के लिए अच्छी तरह मिलाएं।
-
आटा गूँथ ने के लिए धीरे-धीरे पानी डालें।
-
पर्याप्त पानी का उपयोग करके ज्यादा नरम नहि और ज्यादा कडकनहि एसा आटा गूँथ लें।
-
आटे को एक गीले मलमल के कपड़े से ढक कर १५ से २० मिनट के लिए अलग रख दें।
-
मूंग दाल कचौड़ी के लिए भरवां मिश्रण बनाने के लिए, पीली मूंग दाल को पर्याप्त पानी में धोकर भिगो दें।
-
ढक्कन से ढक कर २ से ३ घंटे तक भिगोने के लिए अलग रख दें।
-
भिगोने के बाद, एक छलनी का उपयोग करके मूंग दाल को छान लें।
-
भिगोई और छानी हुई मूंग दाल को मिक्सर जार में डालें।
-
मूंग दाल को पानी का उपयोग किए बिना मिक्सर में दरदरा पीस लें। एक तरफ रख दें।
-
मूंग दाल को तड़का लगाने के लिए, एक चौड़े नॉन-स्टिक पैन में तेल गरम करें।
-
तेल गरम होने पर जीरा डालें।
-
जब जीरा चटकने लगे तभी हींग डालें।
-
पीली मूंग दाल का मिश्रण डालें।
-
अच्छी तरह से मिलाएं और मध्यम आंच पर कुछ सेकंड के लिए पकाएं।
-
अदरक-हरी मिर्च की पेस्ट डालें।
-
एक स्वादिष्ट स्वाद के लिए अमचूर पाउडर डालें। वैकल्पिक रूप से, आप नींबू का रस, अनारदाना पाउडर या चाट मसाला भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
-
मिर्च पाउडर डालें। तीखेपन की मात्रा आप अपनी पसंद के अनुसार कम - ज्यादा कर सकते हैं।
-
गरम मसाला डालें। हमने घर के बने गरम मसाले का उपयोग किया है।
-
नमक और बेसन डालें। बेसन अतिरिक्त गीलेपन को सोख लेगा और दाल के मिश्रण को सुखा बनाने में मदद करेगा, जिससे कचौड़ी को स्टफ करने में आसानी होगी।
-
मूंग दाल को मध्यम आंच पर लगातार हिलाते हुए ४ से ५ मिनट तक या हल्का सुनहरा होने तक पकाएं। इस चरण में मसालो के स्वाद को चख लें, वरना आपको बेस्वाद कचौरी मिल जाएगी।
-
एक प्लेट में निकाल कर पूरी तरह से ठंडा करें।
-
मूंग दाल कचौरी बनाने के लिए | मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | आटे को १२ बराबर भागों में विभाजित करें।
-
आटा के प्रत्येक भाग को ७५ मिमी। (३") व्यास के गोल आकार में बेल लें।
-
मूंग दाल के भरवां मिश्रण के १ भाग को बीच में रखें।
-
पोटली जैसा आकार बनाने के लिए सभी पक्षों को एक साथ लाएं।
-
इसे अच्छी तरह बंद करें और अतिरिक्त आटे को निकल कर, हल्के से दबाएं।
-
भरे हुए हिस्से को हल्के से ६३ मिमी। (२ १/२") व्यास के गोल आकार में बेल लें, भरवां मिश्रण बाहर नहीं आये यह सुनिश्चित करें। बहुत हलके से रोलिंग करे नहि तो कचौरी टूट जाएगी।
-
कचौड़ी के बीच के भाग को अपने अंगूठे से हल्का दबा लें।
-
चरण २ से ७ को दोहरा कर ११ और कचौड़ी बना लें । इसे गीले मलमल के कपड़े से ढक दें, ताकी कचौड़ी सुख न जाए।
-
मूंग दाल कचौरी तलने के लिए, एक गहरी नॉन-स्टिक कढाई में मध्यम आँच पर तेल गरम करें और सावधानी से एक बार में ३ कचौड़ी डालें। कढाई में तलने के लिए कचौरी को कम या ज्यादा डालना उसके आकार पर निर्भर करता हैं, बस यह सुनिश्चित कर लें कि आप कड़ाही में ज्यादा कचौरी न डालें, क्योंकि यह तेल के तापमान को कम कर सकता हैं।
-
धीमी आंच पर ८ मिनट के लिए डीप फ्राई करें, उन्हें बीच-बीच में हिलाते रहें। कचौरी को तेल मे डालने से पहले, आटे के एक छोटे से हिस्से को गिराकर तेल के तापमान को जाँच लें। यदि वह जल्दी से ऊपर आता है, तो तेल बहुत गरम है और यह कचौरी को जल्दी से सुनहरा कर देगा और कचौरी अंदर से कच्चे रह जायेगी। अगर इसमें बहुत समय लगता है, तो तेल पर्याप्त गरम नहीं हुए है और इससे कचोरी बहुत सारा तेल सोख लेगी। आपको तलने की प्रक्रिया के दौरान तेल के तापमान को नियंत्रित करना आवश्यकता है।
-
चारों ओर से सुनहरे भूरे रंग का होने तक तले।
-
राजस्थानी खस्ता कचौड़ी को सोखने वाले कागज़ पर निकाल लें।
-
चरण ९ से १२ को दोहरा कर और ९ मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | को तल लें।
-
मूंग दाल की कचौरी को हरी चटनी और इमली की चटनी के साथ गरमा गरम परोसें!