प्याज़ की कचौरी बनाने की विधि | अनियन कचौरी | जयपुर प्याज़ की कचौरी | pyaz ki kachori in Hindi | with 14 amazing images.
हालांकि इस प्याज़ की कचौड़ी का उत्तपादन जोधपुर मे हुथा है, लेकिन आज यह संपूर्ण राजस्थान में मशहुर है। देखा गया तो प्याज़ के मिश्रण से भरी इन करारी, रवादार तली हुई कचौड़ीयों को बहुत कम घरों में बनाया जाता है।
राजस्थान में बहुत से नमकीन की दुकानों में गरमा गरम प्याज़ की कचौड़ी या आलू प्याज़ की कचौड़ीयों को बेचा जाता है। अन्य कचौड़ी की तरह, इन्हें भी तीखी और मीठी इमली की चटनी के साथ परोसा जाता है।
जब आप जयपुर के शानदार शहर के लोकप्रिय भोजन के बारे में सोचते हैं तो प्याज़ की कचौरी तुरंत आपके दिमाग में आ जाती है।
नोट्स और सही प्याज़ की कचौरी बनाने की विधि। 1. मैदा में घी डालने से कचौड़ी परतदार और खस्ता बनेगी। 2. पर्याप्त पानी का उपयोग करके एक अर्ध-नरम आटा गूंधें। इसे लगभग 4 से 5 मिनट तक अच्छे से गूंध लें। 3. प्याज़ की कचौरी के आटे को एक गीले मलमल के कपड़े से ढक दें ताकि आटे की सतह सूखी न हो। 15 मिनट के लिए अलग रख दें। आराम करने से ग्लूटन स्ट्रैंड्स को आराम मिलता है और इससे आटा का रोल और आकार आसान हो जाता है। 4. भरी हुई कचौड़ी को दुबारा ७५ मिमी। (३") व्यास के गोल आकार में बेल लें, लेकिन ध्यान रखें कि किनारों से भरवां मिश्रण ना निकले।
आप इन कचौड़ीयों को पहले से बनाकर रख सकते हैं और परोसने से पहले अवन मे गरम कर परोस सकते हैं। बरसात के दिनों में यह दोपहर के नाश्ते के लिए पर्याप्त हैं।
जानिए प्याज़ की कचौरी बनाने की विधि | अनियन कचौरी | जयपुर प्याज़ की कचौरी | नीचे दिया गया स्टेप बाय स्टेप फोटो और वीडियो के साथ।
प्याज़ की कचौरी बनाने की विधि | अनियन कचौरी | जयपुर प्याज़ की कचौरी - Pyaaz ki Kachori recipe in Hindi
आटे के लिए- सभी सामग्री को एक गहरे बाउल में मिला लें और ज़रुरत मात्रा में गुनगुने पानी का प्रयोग कर हल्का नरम आटा गूँथ लें। 4-5 मिनट तक अच्छी तरह गूँथ लें।
- आटे को गीले सूती कपड़े से ढ़ककर 15 मिनट के लिए रख दें।
प्याज़ के भरवां मिश्रण के लिए- एक चौड़े नॉन-स्टिक पॅन में तेल गरम करें, कलौंजी, सौंफ, तेज़पत्ता, हरी मिर्च और प्याज़ डालकर मध्यम आँच पर 5 मिनट के लिए भुन लें।
- बेसन, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला और नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें और बीच-बीच में हिलाते हुए, मध्यम आँच पर 2 मिनट तक पका लें।
- मिश्रण को आँच से हठा लें, धनिया डालकर अच्छी तरह मिला लें।
- तेज़पत्ता निकालकर फेंक दें।
- 12 भागों में बाँटकर एक तरफ रख दें।
आगे बढ़ने कि विधी- आटे को 12 भाग में बाँट लें।
- आटे के प्रत्येक भाग को 63 मिमी. (21/2") व्यास के गोल आकार में बेल लें।
- प्याज़ के भरवां मिश्रण के 1 भाग को बीच में रखें।
- सभी किनारों को बीच मे साथ लाकर अच्छी तरह बंद कर लें और बचा हुआ आटा निकाल लें।
- भरी हुई कचौड़ी को दुबारा 75 मिमी. (3") व्यास के गोल आकार में बेल लें, लेकिन ध्यान रखें कि किनारों से भरवां मिश्रण ना निकले।
- कचौड़ी के बीच के भाग को अपने अंगूठे से हल्का दबा लें।
- विधी क्रमांक 1 से 6 को दोहराकर 11 और कचौड़ी बना लें।
- एक गहरी नॉन-स्टिक कढ़ाई में तेल गरम करें और एक बार में 6 कचौड़ी डालकर मध्यम आँच पर 4 मिनट के लिए तलें। आँच को धिमा कर और 5-6 मिनट के लिए तलें।
- तेल सोखने वाले कागज़ पर निकाल लें और रख दें।
- विधी क्रमांक 8 से 9 को दोहराकर, एक और बैच में 6 और कचौड़ी तल लें।
- तुरंत परोसें।
पोषक मूल्य प्रति kachori
ऊर्जा | 186 कैलरी |
प्रोटीन | 2.8 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 17.5 ग्राम |
फाइबर | 0.6 ग्राम |
वसा | 11.7 ग्राम |
कोलेस्ट्रॉल | 0 मिलीग्राम |
सोडियम | 4.9 मिलीग्राम |
विस्तृत फोटो के साथ प्याज़ की कचौरी बनाने की विधि | अनियन कचौरी | जयपुर प्याज़ की कचौरी की रेसिपी